एक्सीडेंट बताकर नहीं होते. अचानक होने वाले इन हादसों में लोगों की जान चली जाती है. हर वर्ष जिले के सैकड़ों लोग हादसों में जान गंवा देते हैं. ज्यादातर मौतें सिर पर गंभीर चोट से ही होती है. इसलिए हर बाइक चालक को हेलमेट जरूर लगाना चाहिए. यह खुद से खुद की सुरक्षा का विषय है. इसलिए बाइक ड्राइव करते वक्त हेलमेट नहीं भूलना चाहिए.

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के 'सेफ्टी फस्ट हेलमेट मस्ट अभियान की अफसरों ने की तारीफ
अभियान के दौरान प्रकाशित खबरों से सीख लेने के लिए पब्लिक से की अपील
प्रयागराज (ब्‍यूरो)। यातायात माह में पूरे एक महीने लोगों को पुलिस द्वारा जागरूक किया गया। हेलमेट के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा चलाया जा रहा 'सेफ्टी फस्ट हेलमेट मस्टÓ अभियान सराहनीय है। इस तरह के अभियान में पूरा प्रशासन दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के साथ है। ऐसी खबरें व अभियान समाज में परिवर्तन का आधार बनती हैं। हेलमेट ही सुरक्षा का एक ऐसा माध्यम है जो एक्सीडेंट होने पर मौत को भी मात दे सकता है। अभियान की सराहना करते हुए यह बातें मंगलवार को जिले के अधिकारियों द्वारा कही गई।

लोगों को हेलमेट के प्रति जागरूक करने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा चलाया गया 'सेफ्टी फस्ट हेलमेट मस्टÓ अभियान की जितनी सराहना की जाय वह कम है। अभियान के तहत प्रकाशित खबरों पर हर किसी को अमल करना चाहिए। इस अभियान के साथ कई चौराहों पर टीम के साथ मैं खुद मौजूद रहा और लोगों जागरूक किया।
अमित कुमार, ट्रैफिक इंचार्ज

पर्यावरण व हेल्थ केयर के लिए बाइकाथन इवेंट और अब हेलमेट लगाने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा चलाया गया अभियान शानदार एवं सराहनीय है। पिछले कई दिनों से हेलमेट के प्रति जागरूकता अभियान से लोगों को सीख लेनी चाहिए। ऐसे अभियान या आयोजनों में हम साथ है।
प्रेम प्रकाश, एडीजी जोन

एक्सीडेंट में हर रोज कहीं न कहीं किसी न किसी की जान चली जाती है। उनमें से तमाम ऐसे लोग होते हैं जो यदि हेलमेट लगाए होते तो बच सकते थे। जागरूकता अभियान चलाकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने यह साबित किया
वह पब्लिक की सुरक्षा और जीवन को लेकर गंभीर रहा है।
राजीव चतुर्वेदी, एआरटीओ

यह एक बेहतर अभियान है और इससे लोगों को हेलमेट की उपयोगिता और अनिवार्यता की जानकारी होगी। उम्मीद है अधिक से अधिक लोग जागरुक होंगे और हेलमेट लगाकर अपनी और अपने परिवार की खुशियों पर ग्रहण नही लगने देंगे।
संजय कुमार खत्री, डीएम
अस्पतालों में आने वाले एक्सीडेंट के केसेज को हैंडल करने में काफी संसाधन का यूज होता है। दवाएं और मैन पावर लगते हैं। फिर भी जान बचाना मुश्किल होता है। अगर लोग हेलमेट लगाएं तो ऐसी परिस्थिति से बच सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग पर भी भार कम होगा।
डॉ। नानक सरन, सीएमओ

Posted By: Inextlive