उल्टी व दस्त और तेज फीवर बदन पर दाने से पीडि़त हो रहे बच्चेचिल्ड्रेन हॉस्पिटल की ओपीडी में एक हफ्ते में पहुंचे 1206 बीमार बच्चों को लेकर पहुंचे परिजन

प्रयागराज (ब्यूरो)।समान से आग जैसी बरस रही धूप के बाहर निकलने वाले बच्चों के लिए हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। मौसम की मार से बीमार पड़ रहे बच्चों को लेकर परिजन हॉस्पिटल का चक्कर काट रहे हैं। चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की ओपीडी में हर रोज डेढ़ सौ से अधिक बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। गर्म मौसम के चलते एक हफ्ते 1206 बच्चों की सेहत खराब हुई। हालांकि इलाज और सलाह बाद डॉक्टर उन्हें घर भेज दिए। पूरी तरह करवट ले चुके मौसम को देखते हुए बच्चों की सेहत को लेकर डॉक्टर परिजनों को सचेत भी कर रहे हैं। हॉस्पिटल के चिकित्सक सबसे ज्यादा बच्चों के खान पान पर ध्यान देने की जरूरत बता रहे हैं। एक थोड़ी सी लापरवाही बच्चों में कई तरह की बीमारी उत्पन्न कर सकती है। ऐसी स्थिति में इलाज के लिए उन्हें भर्ती भी कराना पड़ सकता है। सबसे ज्यादा खतरा उन बच्चों पर जिन्हें लेकर परिजन बाहर निकलते हैं या स्कूल स्कूल जा रहे हैं।

ऐसे रखे लाडलों की सेहत का खयाल
अप्रैल में कुछ दिनों तक बारिश और हवाओं के चलने से गर्मी का तापमान डाउन रहा। धूप और गर्मी का अहसास बहुत कम हुआ। महीना बीतते ही मई में झुलसाने वाली धूप निकल रही है। तेज धूप के चलते गर्मी भी बढ़ गई है। ऐसे में छोटे बच्चों की सेहत के लिए खतरा बढ़ गया है। यह खतरा पांच सात तक के बच्चों के लिए डॉक्टर अधिक बता रहे हैं। कहते हैं इन मासूम बच्चों को लेकर बहुत दूर तक बाक जैसे साधन से सफर करना बीमारी का कारण बन सकता है। मौसम को देखते हुए बेहतर यही है है कि उन बच्चों को लेकर धूप में निकलने से बचने की कोशिश करें। यदि निकला बहुत जरूरी है तो उन्हें फूल आस्तीन के हल्के कपड़े पहनाएं और सिर को गमछे से जरूर ढक दें। इस उम्र के जिन बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं उनकी सेहत के लिए भी यह मौसम ठीक नहीं है। छोटी-छोटी अनदेखी बच्चों की बीमारी का कारण बन रहा है। चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की ओपीडी में इन दिनों सबसे सबसे ज्यादा उल्टी, दस्त, फीवर एवं बदन पर दाने की शिकायतें तेजी से बढ़ी हैं। ओपी डी में इन बीमारियों से ग्रसित हर रोज सौ-डेढ़ से भी ज्यादा बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। डॉक्टर कहते हैं कि अभिभावक थोड़ा सा केयर कर के इन बीमारियों से बच्चों को बचा सकते हैं।


ताकि शरीर में पानी की नहीं हो कमी
धूप में बच्चों को लेकर निकल रहे हैं तो एक गिलास और साफ बोतल में स्वच्छ पानी साथ जरूर रखें
15 बीस किलोमीटर का सफर बाइक से तय करने के बाद बच्चों को पानी जरूर जरूर पिलाते रहें
डॉक्टर कहते हैं कि बच्चे सफर में हों या धूप से घर पहुंचे हों उन्हें पहुंचते ही पीने के लिए कोल्ड ड्रिंक या ठंडा पानी नहीं
बच्चे ज्यादा छोटे हैं तो उनके दूध की बोतल को हर रोज कम से कम दो बार गर्म पानी और साबुन से साफ जरूर करें
खाना खाने वाले बच्चों को तली-भुनी या बाहर चीजें न देकर घर का बना हुआ ताजा खाना ही खिलाएं
स्कूल जाने वाले बच्चों की टिफिन में कोशिश करें कि पौष्टिक व ताजा आहार ही रखें, कटे हुए फल स्कूल के लिए न दें
बच्चे ज्यादा छोटे हैं तो उन्हें गर्मी में नार्मल पानी थोड़ा-थोड़ा पिलाते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी नहीं हो
चूंकि गर्मी है इस लिए बदन पर दाना से बचाने के लिए हर रोज अच्छे साबुन से स्नान कराएं और स्वच्छ कपड़े पहनाएं

तारीख ओपीडी
04 मई 100
05 मई 169
06 मई 186
07 मई 50
08 मई 325
09 मई 202
10 मई 175
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07 दिन 1206

गर्मी का मौसम है और धूप तेज हो रही है ऐसे में बच्चों को धूप से बचाने की जरूरत है। डॉक्टरों द्वारा दी जा रही सलाह पर लोग अमल करें। तबीयत ज्यादा खराब होने पर तुरंत डॉक्टर को हॉस्पिटल में ही दिखाएं
डॉ। मनीषा मौर्या
सह प्राचार्य चिल्ड्रेन हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive