डेंगू से डरने की नहीं बल्कि उससे बचने की जरूरत है. डेंगू का संक्रमण डेन वन टू थ्री और फोर वायरस से फैलता है. मेडिकल की भाषा में इन चारों वायरस को सीरोटाइप के नाम से जाना जाता है. चारों वायरस अलग-अलग तरीके से बॉडी एंटी बॉडी को प्रभावित करते हैं. इस लिए 'एडीज के काटने पर कोई भी व्यक्ति अलग-अलग स्ट्रेन से चार बार भी डेंगू संक्रमित हो सकते हैं. इस लिए डेंगू जैसे रोग से बचने के लिए बचाव और जानकारी ही एक मात्र सरल उपाय है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। 'एडीज मच्छर सबसे ज्यादा सुबह यानी सूर्योदय के दो घंटे बाद और सूर्यास्त से एक घंटे पहले ज्यादा एक्टिव होते हैं। इनकी सक्रियता उन स्थानों पर अधिक बताई जाती है जहां पर अच्छी तरह से प्रकाश यानी रोशनी होती है। इस मच्छर का अधिक खतरा ऑफिस, मॉल, आडिटोरियम और स्टेडियम या फिर पार्क जैसे स्थान ज्यादा हैं। क्योंकि इन स्थानों पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था होती है।

बचाव के नौ मंत्रों पर करें अमल
डेंगू मच्छर 'एडीज से बचने के लिए घर की खिड़की व रोशनदान में जाली लगवाएं
जाली लगवाना संभव नहीं रोशनदान, खिड़की और दरवाजे बंद रखना ही ठीक है
स्कूल या ऑफिस या घर से बाहर जाते वक्त फुल आस्तीन के कपड़े जरूर पहनें
साथ ही मोजा और जूता भी पहनें, यह मच्छर ज्यादातर पांव में ही काटता है
कमरे में सुबह और शाम किसी भी कीटनाशक का प्रयोग जरूर करिए
इस बात का भी ध्यान रखें कि ज्यादा कीटनाशक का प्रयोग भी नुकसान करता है
कीटनाशक की जगह सुबह व शाम आप घर में थोड़ी सी लोहबान सुलगा सकते हैं
सोते समय घरों में मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें, कीटनाशक जलाकर नहीं सोएं
अपने आसपास ठहरे हुए साफ पानी को जमा नहीं होने दें और उस पर नजर रखें
छत पर रखे टायर, मटका, गमला, कूलर आदि में पानी है तो उसे तत्काल हटा दें

दिखाई दें ये लक्षण तो हो जाएं सतर्क
डेंगू होने पर तेज फीवर संग और मांसपेशियों व सिर में दर्द होता है। कमजोरी का अहसास होता है और आंख के पीछे और जोड़ों में भी दर्द का अहसास होता है। थकान के साथ मिचली और उल्टी एवं त्वचा पर लाल चकत्ते भी हो सकते हैं। ऐसा प्लेटलेस तेजी के साथ डाउन होने के कारण होता है। ऐसा नहीं यह सारे लक्षण एक साथ डेंगू में हो ही। डेंगू पीडि़त के अंदर इसमें से कुछ-एक लक्षण नहीं भी दिखाई दे सकते। यह लक्षण मरीज की शारीरिक क्षमता पर निर्भर करते हैं।

डेंगू से हैं पीडि़त तो इस पर दें ध्यान
डेंगू के यदि एक या दो लक्षण भी हैं तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करके दवा लें। उनकी सलाह पर जांच कराएं। रिपोट डेंगू पाजिटिव की हो तो खूब आराम करें और खानपान पर ध्यान दें। डॉक्टर कहते हैं कि डेंगू मरीज को सबसे ज्यादा लिक्विड वाली चीजें जैसे नारियल पानी, अधपका पपीता, कीवी, अनार, चुकंदर और पत्तेदार पालक, सोया, मेथी जैसी हरी सब्जियों का प्रयोग फायदेमंद और काफी लाभदायक साबित होता है।

डेंगू रोग मच्छर के काटने से तब होता है जब वह पहले से किसी मरीज को काटा होता है। यदि लोग इस मच्छर से बचने का उपाय कर लें तो डेंगू से अपने आप बचे रहेंगे। कुछ उपाय हैं जिस पर अमल करके काफी हद तक इन मच्छरों से सेफ रहा जा सकता है।
डॉ। आरके अग्रवाल एमडी, फिजीशियन

Posted By: Inextlive