प्रयागराज जंक्शन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग ईआई चालू

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। उत्तर पूर्व सर्किल के रेल संरक्षा आयुक्त प्रणजीव सक्सेना ने सोमवार को नवनिर्मित इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और नव दोहरीकृत प्रयागराज-प्रयागराज रामबाग खंड का निरीक्षण किया। सुबह सबसे पहले उन्होंने डीआरएम हिमांशु बडोनी और अन्य मंडल अधिकारियों के साथ-साथ जोन के निर्माण संगठन और रेल विकास निगम लिमिटेड जैसी कार्यकारी एजेंसियों के अधिकारियों के साथ परियोजना और इसके चालू होने के बारे में चर्चा की। इसके बाद नवनिर्मित इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और निरंजन ब्रिज का स्थलीय निरीक्षण किया। प्रयागराज से प्रयागराज रामबाग तक मोटर ट्रॉली निरीक्षण और प्रयागराज रामबाग और प्रयागराज के बीच स्पीड ट्रायल किया।

30 साल बाद बदलाव
नई इंटरलॉकिंग की स्थापना इस बहुत ही महत्वपूर्ण और रणनीतिक रूप से स्थित स्टेशन के विकास के इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि है, जिसने 1859 में ट्रेन संचालन के लिए उत्तर भारत के पहले स्टेशन के रूप में राष्ट्र की सेवा में अपनी यात्रा शुरू की थी। तब से यह स्टेशन दिल्ली-हावड़ा और हावड़ा-मुंबई मार्गों के बीच की कड़ी के रूप में काम करता है और यहाँ से निकलने वाले बहु दिशात्मक यातायात को सुगम बनाता है। वर्तमान रूट रिले इंटरलॉकिंग 1993 से काम कर रही थी और 30 साल से अधिक पुरानी थी। इस जटिल कार्य में 20 लाइनें, 206 सिग्नल (58-मुख्य, 95 शंट सिग्नल, 53-कॉलिंग सिग्नल), 172 पॉइंट मशीन शामिल थे। संचालन, स्टैंड बाई और रखरखाव के उद्देश्य से प्रत्येक के लिए 03-03 सहित कुल 09 विजुअल डिस्प्ले यूनिट प्रदान किए गए। इस कार्य से कार्यकुशलता में भी वृद्धि होगी और वाराणसी, लखनऊ, दीनदयाल उपाध्याय और सतना जाने वाली ट्रेनों के लिए विलंबन समय में कमी आएगी।

फ्लेक्सिबल ट्रा्रंसपोर्टेशन
इस कार्य से ट्रेनों की आवाजाही में लचीलापन भी बढ़ेगा। ट्रेनों की एक साथ आवाजाही संभव होगी, यानी प्रयागराज रामबाग से प्रयागराज जंक्शन पर लाइन नंबर 11 पर रिसेप्शन और लाइन नंबर 10 से नैनी के लिए प्रस्थान। इससे लाइन नंबर 1-8 से प्रयाग तक डिस्पैच संबंधी समस्याएं भी हल हो जाएंगी और प्रयागराज जंक्शन की लाइन नंबर 18 और 19 से ट्रेनों को उत्तर रेलवे के प्रयाग जंक्शन स्टेशन पर रवाना किया जा सकेगा। इससे प्रयाग स्टेशन से प्रयागराज जंक्शन की लाइन नंबर 13-17 पर भी ट्रेनों का रिसेप्शन हो सकेगा। इससे प्रयागराज यार्ड में रनिंग लाइनों की उपलब्धता भी बढ़ेगी।

Posted By: Inextlive