Cyber Crime: हाईकोर्ट की महिला अधिवक्ता से एक लाख की ठगी.फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर किया फोन बताया मलेशिया जा रहा है आपके नाम का पार्सल

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। Cyber Crime: साइबर ठगों की नजर आपके एकाउंट पर है। जरा सी चूक आपके एकाउंट को खाली कर सकती है। ताजा मामला एक महिला अधिवक्ता का है। महिला अधिवक्ता को साइबर ठगों ने फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर फोन किया। इसके बाद महिला अधिवक्ता की बात कथित दिल्ली पुलिस से बात कराई गई। इसके बाद सीबीआई टीम से बात कराई गई। महिला अधिवक्ता इतने अफसरों से बात करके घबरा गई। महिला अधिवक्ता ने अपने एकाउंट से एक लाख रुपये ट्रांसफर कर दिया। महिला अधिवक्ता को एक लाख गंवाने के बाद होश आया। उसे एहसास हुआ कि साइबर ठगी हो गई। इसके बाद महिला अधिवक्ता ने साइबर सेल में शिकायत की। शिकायत के आधार पर धूमनगंज पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले की छानबीन चल रही है।

ये है मामला
धूमनगंज के राजरूपपुर की रहने वाली एक महिला अधिवक्ता हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। महिला अधिवक्ता के पास सुबह के समय एक फोन आया। कॉलर ने खुद को कस्टम अधिकारी सुमित मिश्रा बताया। फर्जी कस्टम अधिकारी सुमित मिश्रा ने महिला अधिवक्ता को बताया कि उनके नाम का एक पार्सल मलेशिया के कोआलालमपुर भेजा जा रहा है। पार्सल पर आपकी डिटेल और मोबाइल नंबर है। फर्जी कस्टम अधिकारी सुमित मिश्रा ने महिला अधिवक्ता को बताया कि पार्सल में 14 एटीएम कार्ड, 118 पासपोर्ट और 148 ग्राम ड्रग मिला है। इतना सुनते ही महिला अधिवक्ता के होश उड़ गए। मलेशिया में जिस व्यक्ति को यह पार्सल भेजा जा रहा है उसका नाम वान गैंग है। कस्टम अधिकारी ने महिला अधिवक्ता को बसंत कुंज पुलिस स्टेशन दिल्ली में पहुंचने के लिए कहा। महिला अधिवक्ता ने थाने पहुंचने में असमर्थता जताई, बताया कि वह प्रयागराज की रहने वाली हैं, और अभी प्रयागराज में हैं। वहां तुरंत पहुंच पाना मुश्किल है।

पुलिस अफसर ने की बात
इसके बाद कस्टम अधिकारी का फोन कॉल कट गया। कुछ देर में महिला अधिवक्ता के मोबाइल पर एक फोन आया। कॉलर ने अपना नाम सुनील कुमार बताया। उसने कहा कि वह बसंतकुंज थाने से बोल रहा है। फिर सुनील ने वीडियो कॉल किया। सुनील वर्दी में दिख रहा था। फर्जी पुलिस अधिकारी सुनील कुमार ने महिला अधिवक्ता को बताया कि उनका नाम मनी लांड्रिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग में आया है। फर्जी पुलिस अधिकारी ने कहा कि महिला अधिवक्ता ने एचडीएफसी बैंक मैनेजर मुंबई संजय सिंह के साथ मिलकर मनी लांड्रिंग की है। इसके बाद फर्जी पुलिस अधिकारी का फोन डिस्कनेक्ट हो गया।

सीबीआई अफसर ने की बात
कुछ देर बाद फर्जी पुलिस अधिकारी सुनील कुमार ने महिला अधिवक्ता की बात सीबीआई अधिकारी अजीत श्रीवास्तव से बात कराई।
फर्जी सीबीआई आफिसर ने महिला अधिवक्ता से पर्सनल डिटेल पूछी।
इसके बाद महिला अधिवक्ता ने अपनी पूरी डिटेल बता दी।
इसके बाद बैंक डिटेल के बारे में जानकारी ली।

एकाउंट कर दिया फ्रीज
फर्जी सीबीआई आफिसर ने महिला अधिवक्ता को बताया कि उनका एकाउंट नंबर फ्रीज किया जा रहा है।
यह वेरीफिकेशन के लिए किया जा रहा है। तब तक वेरीफिकेशन नहीं हो जाता है, तब तक के लिए आरबीआई के एक एकाउंट में आपको अपने एकाउंट की पूरी रकम ट्रांसफर करनी होगी।
महिला अधिवक्ता ने बताए गए एकाउंट में अपने एकाउंट से पैसे ट्रांसफर करने का प्रयास किया, मगर पैसे ट्रांसफर नहीं हुए।
इस पर फर्जी सीबीआई आफिसर ने एक यूपीआई आईडी दी। जिस पर महिला अधिवक्ता ने एक लाख रुपये ट्रांसफर किए।
महिला अधिवक्ता की यूपीआई आईडी की लिमिट एक लाख रुपये है। और रकम ट्रांसफर नहीं हुई तो फर्जी सीबीआई आफिसर ने महिला अधिवक्ता से एटीएम से बाकी की रकम सीडीएस करने के लिए कहा।

एक लाख गंवाने पर आया होश
एक लाख गंवाने के बाद अचानक महिला अधिवक्ता को लगा कि कहीं वह साइबर ठगी का शिकार तो नहीं हो गई है। इतना समझने के बाद महिला अधिवक्ता ने साइबर सेल में शिकायत की। इसके बाद धूमनगंज थाने में केस दर्ज कराया है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।

इनवेस्टमेंट के नाम पर ठगी
कर्नलगंज एरिया की रहने वाली एक महिला इनवेस्टमेंट के नाम पर ठगी का शिकार हो गई। हुआ ये कि महिला के बेटे ने एक वेबसाइट देखी। जिस पर इनवेस्टमेंट में अच्छा रिटर्न देने का मैसेज था। बेटे ने यह बात अपनी मां को बताई। बेटे की बात मानकर मां ने वेबसाइट में दिए लिंक पर अपना इनवेस्टमेंट एकाउंट ओपन किया। इसके बाद कई बार में एक लाख पैंतालिस हजार रुपये इनवेस्ट कर दिया। इसके बाद महिला को दो बार रिटर्न मिला। एक रिटर्न 361 रुपये का, दूसरा रिटर्न 135 रुपये का। रिटर्न नहीं आया तो महिला ने साइबर सेल में शिकायत की। शिकायत में पता चला कि वेबसाइट फर्जी है। जिस पर महिला ने कर्नलगंज थाने में केस दर्ज कराया है।

बगैर यूज कट गया चालीस हजार
शाहगंज थाना एरिया की रहने वाली एक महिला क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करती हैं। महिला का कहना है कि उसने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया। न ही उसके पास कोई फोन आया। उसके पास दो बार मैसेज आया। एक बार 18951 रुपये कटने का और एक बार बीस हजार रुपये कटने का। महिला ने साइबर सेल में शिकायत की, इसके बाद शाहगंज थाने में केस दर्ज कराया है।

सावधनी बरतिए, वरना ठग जाएंगे
किसी अनजान कॉल को इंटरटेन न करें।
कोई भी फोन करके डराए, धमकाए तो डरने की जरुरत नहीं।
किसी फोन कॉल पर पैसे ट्रांसफर की बात बिल्कुल न मानिए।
अनजान फोन कॉल से धमकी मिलने पर साइबर सेल को सूचना दीजिए।
डराने, धमकाने की कॉल आने पर घर के किसी अन्य सदस्य से बात कराइए।
साइबर क्राइम सेल 1930 पर शिकायत कीजिए फौरन।

Posted By: Inextlive