कैश के साथ जेवरात और नौ कुंतल देशी घी मिला एक साल से बंद था कमराकमरे में पहले से मौजूद थी नोट गिनने वाली मशीन नौ घंटे चली कमरे में छानबीन व तौल काउंटिंगएक साल पहले 10 सितंबर को जिस कमरे में अखाड़ा परिषद के तत्कालीन अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने फांसी लगायी थी उसमें नकदी समेत करोड़ों की प्रापर्टी रखी हुई थी. यह खुलासा सीबीआई अफसरों की मौजूदगी में गुरुवार को महंत का कमरा खोलकर चेकिंग के दौरान हुआ. आत्महत्या के लिए उकसाने की जांच आलमोस्ट पूरी कर चुकी सीबीआई टीम गुरुवार को एक बार फिर श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी पहुंची. यहां महंत के उस कमरे को खोला गया जिसे लगभग एक वर्ष पहले सील किया गया था. कमरे से करीब करोड़ों रुपये नकद कई किलो सोना चांदी मठ की प्रापर्टी के कागजात 10 कुंतल देशी घी कई कारतूस कीमती घडिय़ां सहित अन्य सामान मिले. कारतूस को पुलिस और साक्ष्य से संबंधित कुछ सामानों को सीबीआइ ने अपने कब्जे में ले लिया. नौ घंटे तक चली कवायद के बाद सीबीआइ ने मठ की संपत्ति और महंत के कमरे के चाबी महंत बलवीर गिरि को सौंपकर चली गई.

प्रयागराज (ब्यूरो)। मठ के अतिथि कक्ष में 10 सितंबर 2021 को महंत नरेंद्र गिरि की मौत हुई थी। उनका शव फंदे पर लटकता मिला था। उनके शिष्य आनंद गिरि, मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी व उनके बेटे संदीप के खिलाफ महंत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा कायम किया गया था। इस घटना से पूरे देश में खलबली मच गई थी, जिसके बाद मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई थी। सीबीआइ मठ से लेकर मंदिर तक कई दिनों तक पूछताछ, छानबीन और साक्ष्य जुटाती रही। इसी दौरान मठ के अतिथि कक्ष और महंत नरेंद्र गिरि के आराम कक्ष, शयन कक्ष सहित एक अन्य कमरे को सील कर दिया था। सील करने से पहले सीबीआइ की टीम ने वहां रखे सभी सामानों की सूची तैयार की थी। नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद मठ की गद्दी बलवीर गिरि को मिली तो उन्होंने कमरे को खोलने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी, मगर वहां से अर्जी खारिज हो गई थी। इसके बाद शासन को पत्र भेजा गया था। इसी क्रम में गुरुवार को सीबीआइ के एडिशनल एसपी किशन सिंह नेगी व इंस्पेक्टर आरपी शुक्ला दिल्ली से प्रयागराज आए। उच्चाधिकारियों को वार्ता करने के बाद वह एसीएम, रजिस्ट्रार चतुर्भुज पांडेय, सीओ कर्नलगंज राजेश यादव, इंस्पेक्टर जार्जटाउन बृजेश सिंह, बैंक अधिकारी समेत कई अन्य अधिकारियों के साथ सुबह लगभग साढ़े 11 बजे मठ पहुंचे। इसके बाद महंत बलवीर गिरि के सामने सील किए गए कमरे को खोलकर पूर्व में बनाई गई सूची से सभी सामान का मिलान कराया गया। मठ में पहले से रखी नोटों की गिनती करने वाली मशीन से कमरे में मिले करीब तीन करोड़ रुपयों की गिनती की गई। रात आठ बजे मठ की सभी संपत्ति और कमरे की चाबी सीबीआइ ने महंत बलवीर गिरि को सौंपी। पूरी कार्रवाई की वीडियो रिकार्डिंग भी की गई।

असलहा नहीं मिले 13 कारतूस
बताया जा रहा है कि महंत के कमरे से 315 और 312 बोर के 13 कारतूस मिले, जिस पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। हालांकि कमरे से पुलिस को कोई असलहा नहीं मिला। अधिकारियों का कहना है मठ की सील की गई अचल संपत्ति को वापस कर दिया गया है। सीबीआइ के साथ लखनऊ से स्टेट बैंक आफ इंडिया के विशेष अधिकारी मठ पहुंचे थे। बताया गया कि अधिकारी कैश काउंटिंग मशीन लेकर आए थे, लेकिन मठ में पहले से मौजूद मशीन से ही उन्होंने रुपयों की गिनती की।

सीबीआइ अफसरों को साक्ष्य के रूप में जो सामान लेना था, वह उन्होंने कलेक्ट कर लिया है। शेष संपत्ति को मठ को सौंप दिया है। इसमें जमीन से जुड़े कागजात सहित अन्य सामान हैं। कमरे की चाबी भी मिल गयी है।
बलवीर गिरि
महंत श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी

Posted By: Inextlive