'गोल एचीव करने के लिए जरूरी है पैशन और डिवोशन का कांबिनेशन
प्रयागराज (ब्यूरो)। सक्सेज के लिए लगातार प्रयास करना होता है। गोल एचीव करने के रास्ते में तमाम बाधाएं आती हैं। इन बाधाओं को रास्ते का रोड़ा नहीं बनने देना है। यह बातें एक्सपट्र्स ने सोमवार को प्रीतम दास मेहता प्रेक्षागृह मेडिकल कॉलेज में अमृता विश्वविद्यापीठम की प्रस्तुति दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट कॅरियर पॉथवे के दौरान छात्रों से इंटरैक्ट करते हुए कहीं।
इंस्टीट्यूशन का सेलेक्शन है इंपार्टेंट
प्रोग्राम की शुरूआत दीप प्रज्जवलन से हुई। इसके बाद काउंसिलिंग सेशन में बोलते हुए एक्सपट्र्स ने कहा कि कॅरियर के लिए गोल सेट करना जरूरी है। इसके साथ ही यह भी जरूर देखना चाहिए कि जिस इंस्टीट्यूशन से आप एजुकेशन लेने वाले हैं वहां का माहौल कैसा है। पढ़ाई के साथ ही यूनिवर्सिटी या कालेज के माहौल और वहां मिलने वाला मोटिवेशन आपको भविष्य में सफल व्यक्ति बनने में मददगार साबित होगा। टेक्नोलॉजी में हो रहे बदलावों और एडवांसमेंट के साथ कॅरियर के कौन से नए ऑप्शन खुल रहे हैं, इंजीनियरिंग, साइंस और टेक्नोलॉजी में कॅरियर की क्या संभावनाएं हैं, फ्यूचर टेक्नोलॉजी में क्या स्कोप है, क्या बदलाव आ रहे हैं? इंजीनियरिंग में कौन सी ब्रांच चुनें, ये सब सवाल स्कूलिंग के आखिरी दौर में स्टूडेंट्स के लिए अहम हो जाते हैं।
ये एक्सपट्र्स रहे मौजूद
सेमिनार में अमृता विश्व विद्यापीठम के डायरेक्टर एडमिशंस महेश्वर चैतन्य, एकेडमिक मैनेजर एंड काउंसलर डॉ। शौर्य कुटप्पा, मोटिवेशनल स्पीकर तुषार चेतवानी ने इंटएक्टिव सेशन में स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब भी दिए। कार्यक्रम के दौरान लकी ड्रा कांटेस्ट में स्टूडेंट्स को गिफ्ट्स भी दिए गए। सेमिनार में दो सेशन हुए। जिसमें सैकड़ों स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। इस दौरान डायरेक्टर एडमिशंस अमृता विश्व विद्यापीठम महेश्वर चैतन्य ने स्टूडेंट्स को फ्यूचर टेक्नोलॉजी से वाकिफ कराया। एंकर शिवम् शुक्ला ने दोनों सेशंस को मॉडिरेट किया।
सेमिनार के दौरान टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आए बदलावों पर जानकारी देते हुए एक्सपट्र्स ने बताया कि कैसे पिछले एक साल में कोरोना संक्रमण के बाद हमने अपनी टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करके लोगों की मदद की। इस दौरान एक्सपट्र्स ने वीडियो दिखाते हुए टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट पर भी चर्चा की। संक्रमण काल के बाद टेक्नोलॉजी एंड साइंस में क्या फ्यूचर है, कौन-कौन सी नई ब्रांच इसके बाद उभर कर सामने आई है जो आने वाले समय में काफी तेजी से ग्रो करेंगी। इस बारे में स्टूडेंट्स जानकारी दी गई। एक्सपट्र्स ने स्टूडेंट्स को मैथ्य और फिजिक्स जैसे कठिन सब्जेक्ट में कैसे बेहतर करें इसके बारे में बताया और प्रॉब्लम सॉल्विंग एटीट्यूट लाने पर जोर दिया।
स्पेशलाइजेशन किसमें करना है पहले यह तय करें
अमृता विश्व विद्यापीठम के डायरेक्टर एडमिशंस महेश्वर चैतन्य ने सेमिनार में बच्चों को गाइड करते हुए सलाह दी कि वह खुद से तय करें कि उन्हें अपने कॅरियर में क्या करना है। ये जरूरी नहीं कि हर स्टूडेंट इंजीनियर ही बने। साइंस के फील्ड में कॅरियर की असीम संभावनाएं है। आज उसके लिए कई तरह के कोर्स भी उपलब्ध है। साइंस के फील्ड में रिसर्च, बायो टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर सहित कई दूसरे आप्शन भी मौजूद है। करियर का चुनाव करते समय इस बात को पहले निर्धारित कर लें, कि उनको फ्चूयर में किस क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन करना है। जब पहले से स्पेशलाइजेशन को लेकर गोल क्लीयर होने पर आगे की तैयारी अच्छे से हो सकेगी। करियर पाथवे की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। कार्यक्रम में अमृता विश्व विद्यापीठम के डायरेक्टर एडमिशन महेश्वर चैतन्य, एकेडमिक मैनेजर एंड काउंसलर डॉ। शौर्य कुटप्पा, मोटीवेशनल स्पीकर तुषार चेतवानी और दैनिक जागरण आईनेक्स्ट प्रयागराज के संपादक श्याम शरण श्रीवास्तव, ने दीप प्रज्जवलित करके किया।
सवाल- कंप्यूटर प्रोग्रामिंग जानना क्यों जरूरी है?
जवाब-इंजीनियरिंग में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की जानकारी होना बेसिक चीजों में से एक है। जावा के बाद अब पाएथन के जरिए कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सर्वाधिक हो रही है। जितनी अच्छी प्रोग्रामिंग स्किल होगी। करियर में उससे उतना ही अधिक फायदा होगा।
सवाल- मैं आईएएस बन सकता हूं?
जवाब- लाइफ में कोई भी चीज इंपासिबल नहीं है। लेकिन अपने गोल को निर्धारित करके उसके लिए सही दिशा में मेहनत करके ही सफलता हासिल की जा सकती है।
सवाल-जिन बच्चों को अंग्रेजी नहीं आती है, उनका कॉन्फिडेंस लेवल कम हो जाता है। ऐसे बच्चों को क्या करना चाहिए?
जवाब-सबसे पहले बच्चों को कम्युनिकेशन स्किल पर काम करना चाहिए। इसके लिए संस्थाओं में संचालित इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स की मदद ली जा सकती है।
करियर पाथ वे सेमिनार के दोनों सेशन में लकी ड्रॉ भी हुए, जिसमें विनर्स को प्राइस दिए गए। पहले और दूसरे दोनों सेशन को मिलाकर लकी ड्रॉ के जरिए छह विनर्स चुने गए। लकी ड्रॉ निकालने के लिए स्कूल्स के टीचर्स को ही आगे किया गया। इस दौरान हर कूपन निकलने के पहले स्टूडेंट्स पूरे उत्साह में दिखे। लकी विनर का नाम अनाउंस होने के पहले ही स्टूडेंट्स अपने-अपने स्कूल का नाम पुकारने लगते। जिस स्कूल के स्टूडेंट का नाम विनर में शामिल होता। उनकी खुशी कई गुना बढ़ जाती।
इन्हें मिला पुरस्कार
पहले सेशन में एसएमपीपीएस की स्मृति पाल, आशी सक्सेना, एलडीसी के उत्कर्ष मिश्रा शामिल रहे। जबकि दूसरे सेशन के विनर्स में मुन्नी देवी रामबालक गल्र्स इंटर कालेज से सोनी, एमवी कान्वेंट इंटर कालेज से आनंद स्वरूप और आर्य कन्या इंटर कालेज से साक्क्षी जयसवाल शामिल रही।
सेमिनार के दौरान स्टूडेंट्स से इंटरएक्टिव सेशन भी हुआ। इस दौरान मोटीवेशनल स्पीकर तुषार चेतवानी ने स्टूडेंट्स को सही करियर चुनने के लिए इंडस्ट्री में होने वाले बदवालों के साथ ही आज किन चीजों की अधिक डिमांड है। उसके बारे में भी बताया। साथ ही आने वाले समय में किन-किन चीजों की डिमांड बढ़ेगी। इसके बारे में भी बताया। उन्होंने बदलते परिवेश के साथ इंडस्ट्री में किस तरह के स्किल की जरूरत है, इस बारे में भी बताया। साथ ही इनोवेटिव थिंकिंग पर जोर देने के लिए भी स्टूडेंट्स को प्रेरित किया। अमृता विश्व विद्यापीठम विश्वविद्यालय टॉप 5 यूनिवर्सिटी में आता है। इसके 7 कैंपस हैं। अमृता विश्व विद्यापीठम में इस बात का विशेष ध्यान दिया जाता है कि हम किस प्रकार स्टूडेंट्स को बेहतर भविष्य दे सकें। साथ ही देश के विकास में किस प्रकार सहयोग बन सके। आज के इस दौर में अपने पैशन को पहचाकर उसके हिसाब से अपने के लिए करियर का चुनाव करना बेहद जरूरी है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एयरोस्पेस, एस्ट्रोफिजिक्स, रोबोटिक्स यूचर टेक्नोलॉजी हंै। स्टूडेंट्स को इसके बारे में पता होना चाहिए कि कैसे प्रॉब्लम सॉल्विंग में इनका बेहतर यूज किया जा सकता है।
डॉ। महेश्वर चैतन्या डायरेक्टर एडमिशंस अमृता विश्व विद्यापीठम कॅरियर का चुनाव करते समय हमेशा अपने दिल और इंट्रेस्ट एरिया को समझें। जिसमें क्षेत्र में आपका इंटरेस्ट हो। खुद को जो भी चीजें पसंद हो, उसके अनुरूप ही अपने करियर का चुनाव करें। इसके बाद उस पर ही पूरा फोकस करें। इससे आप इतना अधिक अचीव करेंगे, जितना कि आप किसी के कहने पर चुने गए कॅरियर में अचीव नहीं कर सकते है। थोड़ा टाइम लेकर अपने साथ थोड़ा समय बिताएं और खुद को समझने की कोशिश करें। इससे अपने इंटरेस्ट एरिया को समझने में मदद होगी। इसके बाद उसी के अनुसार अपना कॅरियर चुनें, ताकि समय के साथ आप भी अपना भविष्य बना सके। किसी के कहने या रिलेटिव्स व दोस्तों को देखकर कभी भी अपने करियर का चुनाव ना करें।
तुषार चेतवानी, मोटिवेशनल स्पीकर
आगे की एजूकेशन के लिए जब कालेज का चुनाव करें, तो कालेज के बारे में पहले से सभी प्रकार की जानकारियां इकट्ठा जरूर कर लें। इसके लिए जरूरी है कि कालेज या यूनिवर्सिटी का बैकग्राउंड अच्छे से जान ले। खासतौर पर कालेज या यूनिवर्सिटी का प्लेसमेंट कैसा है? कोर्स कंप्लीट होने के बाद जॉब मिलेगी या नहीं?, जॉब मिलने के कितने परसेंट चांस है। यूनिवर्सिटी की एनआईआरएफ रैंकिंग और यूनिवर्सिटी ग्रेड देखकर एडमिशन लेंगे तो फ्यूचर में जॉब हासिल करने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी।
शुभम तोमर, काउंसलर, अमृता विश्व विद्यापीठम यूजर रेडी टेक्नोलॉजी से स्टूडेंट्स अपग्रेड हों। अमृता विश्व विद्यापीठम का इस बात का पूरा फोकस है। इससे हम न केवल स्टूडेंट को बेहतर भविष्य दे सके। बल्कि देश के विकास में भी सहयोग कर सके। आज के दौर में अपने पैशन को पहïचानना हïर स्टूडेंट््स के लिए बेहïद जरूरी हïै।
रोहन पिल्लई
असिस्टेंट मैनेजर, अमृता विश्व विद्यापीठम आज भी चलेंगे दो सत्र
पहला सत्र सुबह 9.30 बजे से
दूसरा सत्र दिन में 12.00 बजे से
रजिस्ट्रेशन कराकर क्लास 10वीं से 12वीं तक का कोई भी छात्र सेशन का हिस्सा बन सकता है।