'माफिया से छुड़ाई गई भूमि पर गरीबों के लिए आवास बनाएं
प्रयागराज (ब्यूरो)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के सभी विकास प्राधिकरण माफिया से छुड़ाई गई भूमि पर गरीबों के लिए आवास बनाएं। साथ ही जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में गरीबों को उनके आशियाने की चाबी सौंपें। इससे लोगों के मन में सरकार के प्रति नया विश्वास पैदा होगा। यह सुशासन का वह भाव है, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौ वर्ष पहले की थी। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत एक भी गरीब को आवास नहीं मिल पाया था। वहीं प्रदेश में डबल इंजन की सरकार आने के बाद 54 लाख से ज्यादा गरीबों को अपना एक-एक आवास मिल गया है।
सरकार गरीबों के साथ खड़ी
सीएम योगी ने शुक्रवार को संगम नगरी के लूकरगंज क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत कमजोर आय वर्ग के 76 लोगों को आवासों की चाबी वितरित की। माफिया के कब्जे से मुक्त कराई गई भूमि पर योगी सरकार ने 6.6548 करोड़ रुपए की लागत से गरीबों के लिए आवास बनाया है। इसके साथ ही कार्यक्रम में सीएम योगी ने 768 करोड़ की 226 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें माफिया के साथ खड़ी रहती थीं। इस वजह से उत्तर प्रदेश विकास नहीं कर पा रहा था। गरीब को जहां तहां झोपड़ी डालकर अपना जीव यापन करना पड़ता था। वहीं हमारी सरकार गरीबों के साथ खड़ी है, उनको आवास उपलब्ध करा रही है।
सीएम योगी ने कहा कि प्राचीनकाल से ही प्रयागराज तीर्थ की नगरी रही है। यह धर्म, आध्यात्म और संस्कृति की धरा है। यह भूमि प्रयागराज शिक्षा और न्याय की जननी है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार प्रदेश में डबल स्पीड के साथ विकास और सुशासन के कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रही है। हमारी सरकार आपके लिए विकास के लिए कृतसंकल्पित है। सीएम योगी ने कहा कि आज प्रदेश में कानून का राज है। यही वजह है कि फरवरी में हमने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट किया तो हमको 36 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। अगर प्रदेश में माफिया होते तो ये मिलना मुश्किल था।
दिव्य और भव्य होगा कुंभ
सीएम योगी ने कहा कि 2025 का प्रयागराज कुंभ भव्य और दिव्य होगा। हमको इसके लिए अभी से मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2024 में एक बार फिर से भारत में एक ऐसी सरकार देनी है जो देश को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत के रूप में स्थापित करे। इस समय देश की जो प्रगति है अगर इसी स्पीड के साथ भारत की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ती रही है तो भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यहीं नहीं भारत दुनिया के समक्ष बड़ी ताकत के रूप में उभरकर सामने आएगा।
चाबी वितरण कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की, जहां सीएम योगी ने छोटे बच्चों को चॉकलेट और बिस्किट के पैकेट दिए। इसके अलावा उन्होंने कॉलोनी के मैदान में पौधरोपण भी किया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, प्रयागराज की सांसद प्रो। रीता बहुगुणा जोशी, फूलपुर की सांसद केसरी देवी पटेल और पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह मौजूद थे।
जाहिदा फातिमा का पूरा हुआ सपना
प्रयागराज, दरियाबाद की रहने वाली जाहिदा फातिमा ने कहा कि मेरे पिता शकील अब्बास ई रिक्शा चलाते हैं। हमने अपने जीवन में बहुत मुश्किलों का सामना किया है। किराए के मकान में रहते हुए कई बार दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर होना पड़ा। आज उनका सपना पूरा हो गया। उन्होंने कहा कि मुझे यकीं नहीं हो पा रहा है कि हमें सिर छिपाने के लिए छत मिल गई है। मेरी मां का अपने घर का सपना था, लेकिन 6 साल पहले उनका इंतकाल हो गया। आज सीएम योगी ने हमें जो खुशी दी है, उसके लिए हम उनका बहुत शुक्रिया अदा करते हैं। आगे भी वो हम सबकी ऐसे ही मदद करते रहें। हमारी दुआएं उनके साथ हैं।
झुग्गी बस्ती में चाय बेचकर अपना गुजर बसर कर रहीं रंजू देवी ने कहा कि हम छत पर पन्नी डालकर रहते थे। बारिश में छत टपकती थी। सीएम योगी के शुक्रगुजार हैं कि उनकी वजह से हमें घर मिल गया है। बर्तन मांजने वाली गुडिय़ा ने कहा कि वह किराए के घर पर रहती थीं। हम बहुत खुश हैं कि महाराज जी ने हमारे बारे में सोचा और हमें छत प्रदान की। हमने जीवन में कभी नहीं सोचा था कि कोई हमारे लिए घर का प्रबंध करेगा। योगीराज में हमें मकान मिला है, इसके लिए उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूं।
20 साल से थे किरायेदार
फ्लैट की चाबी पाने वाली सुधा कश्यप ने कहा कि हम 20 सालों से किराये के मकान मे रह रहे थे। पति विक्की शर्मा दुकान में काम करने जाते है। परिवार मे कुल चार लोग हैं। बमुश्किल गुजारा हो रहा था। कभी सोचा भी नहीं था कि अपना मकान होगा। मकान की चाबी मिलना सपना पूरे होने जैसा है। अब बचा हुआ पैसा बच्चों की बेहतर परवरिश में लगा सकूंगी। बच्चों को खेलने से कोई नहीं रोकेगा नहीं।
रम्मन का पुरवा निवासी विधवा राजकुमारी ने लोगों के घरों में चौका बर्तन करके अपना घर चलाती थी। साथ में बेटी रहती है। कहा कि मुझे क्या मेरे ससुरालवालों को भी नहीं पता कि वे कब से किरायेदार हैं। मेरी तो डोली ही किराये के मकान में उतरी थी। अब अपना खुद का घर हो गया तो किराया बचेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद एवं आभार। बच्चों के लिए कम्प्रोमाइज नहीं करना होगा
सुलेम सराय की रहने वाली नेहा वर्मा हाऊस वाइफ हैं। वह अपने चार साल की बेटी और पति के साथ किराये के मकान मे रहती थीं। पति इंडियन ऑयल मे हेल्पर का काम करते है। कमाने वाले केवल इनके पति हंै। नेहा ने कहा कि किराये के चलते कई चीजों से कम्प्रोमाइज करना पड़ता था। तीन हजार रुपए किराये में जाते थे। यह पैसा बचेगा तो बच्ची के काम आयेगा। घर की आर्थिक स्थिति सुधरेगी। सपना पूरा होने जैसा है
गल्ला बाजार सलोरी की शान्ति सिंह के पति सब्जी का ठेला लगाते हैं। वह कहती हैं कि यह लाइफ में बड़ा चेंज होने जैसा है। मैं तो सीएम का शुक्रिया अदा करती हूं कि अब हमें साफ सुथरे स्थान पर रहने का मौका मिलेगा। बच्चों को खेलने के लिए साफ सुथरा स्थान मिलेगा। बारिश में रात जागते हुए नहीं बितानी होगी। आज तो लगता है जैसे सपना पूरा हो गया।