कल तक था कि बेनीगंज में चोर समझ गप्पू उर्फ जहीर व उसके दोस्त की पिटाई पब्लिक द्वारा की गई थी. जिनकी पिटाई से गप्पू की मौत हो गई. मारे गए गप्पू के परिवार की जद्दोजहद के बाद पुलिस केस की पड़ताल और कातिलों की तलाश में जुटी. बुधवार रात मौका-ए-वारदात पर डॉग स्क्वायड टीम फिर बुलाई गई. खोजी डॉग 'बॉसÓ गाड़ी से उतरा और दौड़ते हुए सीधे घटनास्थल के बगल एक मकान के पास हाते में जा पहुंचा. कुछ देर बाद वह हाते के अंदर पड़े एक कपड़े के टुकड़े के पास खड़ा होकर भौकने लगा. टीम के जवान उसके पास पहुंचे तो पता चला कि खून से भीगा हुआ कपड़ा मारे गए गप्पू का है. बस यहीं से पुलिस उस हाते व मकान के मालिक 80 वर्षीय जगदीश प्रसाद शुक्ल तक पहुंच गई. पूछताछ में वृद्ध ने परिवार द्वारा उन दोनों की पिटाई किए जाने की बात स्वीकार कर लिया. इस पर खुल्दाबाद पुलिस उसे व उसके बेटे ठेकेदार सत्येंद्र शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया. इस तरह 10 अक्टूबर की रात हुई कत्ल की इस सनसनीखेज वारदात का एसपी सिटी द्वारा बुधवार को खुलासा किया गया. प्रकाश में तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी अभी शेष है. जिनकी तलाश में पुलिस देर रात तक जुटी रही.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पुलिस लाइंस सभागार में एसपी सिटी द्वारा इस घटना का खुलासा किया गया। बताया गया कि गिरफ्तार वृद्ध जगदीश प्रसाद शुक्ला का मकान बेनीगंज में है। उनका बेटा सत्येंद्र शुक्ला बिजली विभाग में ठेकेदारी करता था। सत्येंद्र मकान के बगल स्थित हाते को बिजली के सामान आदि रखने का गोदाम बना रखा था। पिछले कुछ दिनों से उसके गोदाम में आए दिन चोरी हुआ करती थी। बुधवार की रात देर रात उसके इसी गोदाम के बाहर काफी देर से जहीर अली उर्फ गप्पू व उसका दोस्त मुन्ना टहल रहे थे। सत्येंद्र को उन दोनों की नीयत ठीक नहीं लगी। उसे शक हुआ कि यही दोनों उसके गोदाम में चोरियां कर रहे हैं। घटना वाली रात भी दोनों चोरी के इरादे से ही पहुंचे हैं। बस इसी शक में सत्येंद्र शुक्ला और परिवार के पुष्पेंद्र शुक्ला, लवकुश एवं सत्येंद्र का साथी दिलीप दोनों को पकड़ लिए। चोरों ने आव देखा न ताव चोर समझकर गप्पू और मुन्ना को लाठी व डंडे एवं बिजली की पाइप से पीटना शुरू कर दिए। दरवाजे पर शोर गुल सुनकर वृद्ध जगदीश प्रसाद शुक्ला भी घर से बाहर आ गया। पूछने पर उसके बेटे व अन्य ने बताया कि दोनों गोदाम में चोरी करने के इरादे से रेकी कर रहे थे। यह सुनते ही वृद्ध का भी खून उबाल मार गया। वह भी एक डंडा उठाया और दोनों को चार से पांच डंडा जकड़ दिया। इसके बाद वह घर के अंदर चला गया। अन्य चारों मिलकर दोनों की बेरहमी से पिटाई करते रहे। उनकी पिटाई से जहीर अली उर्फ गप्पू ने दम तोड़ दिया। गप्पू के साथ मुन्ना भी खून से लथपथ होकर जमीन पर तड़पने लगा। दोनों को मृत समझकर सभी घर के अंदर चले गए। घटना की सूचना पर खुल्दाबाद पुलिस पहुंची तो दोनों की पहचान हुई। पुलिस की तत्कालिक छानबीन पता चला था कि चोर समझकर पब्लिक द्वारा दोनों की पिटाई गई है। छानबीन आगे बढ़ी तो पिटाई करने वालों का चेहरा बेनकाब हुआ और सभी एक ही परिवार के निकले। फिलहाल पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए जगदीश प्रसाद शुक्ला व उसके बेटे सत्येंद्र बुधवार को जेल भेज दिए गए। अन्य भागे हुए तीनों आरोपितों की तलाश जारी है।

जिंदगी और मौत से जूझ रहा है मुन्ना
बेनीगंज में पिटाई के चलते गंभीर रूप से घायल मुन्ना की हालत बहुत ठीक नहीं है। एसआरएन हॉस्पिटल में वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। उसकी सुरक्षा में खुल्दाबाद खाने के दो सिपाहियों की ड्यूटी लगाई गई है। मुन्ना की सेहत के बारे में हर घंटे पुलिस द्वारा अपडेट लिया जा रहा है। बुधवार की रात खुल्दाबाद थाने के प्रभारी अनुराग शर्मा ने कहा कि उसके इलाज चल रहा है। डॉक्टरों से हुई बात चीत में उसकी हालत गंभीर बताई गई है। इस खुलासे के वक्त सीओ शाहगंज सत्येंद्र प्रसाद तिवारी भी मौजूद रहे।

बेनीगंज पीट-पीट कर गप्पू की हत्या करने एक ही परिवार के लोग थे। उनमें से दो को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करके जेल भेजा गया है। प्रकाश में आए अन्य तीन अभियुक्तों की तलाश में टीमें लगा दी गई हैं।
संतोष कुमार मीना एसपी सिटी

Posted By: Inextlive