बिजली चोरी रोकने की लाख कोशिशों के बाद भी शत प्रतिशत सफलता नहीं मिल पाई है. अधिकांश फीडरों पर 25 से 30 प्रतिशत तक लाइनलास हो रहा है. इसी को देखते हुए अब रिवैंप योजना के तहत आर्मर्ड केबल लगाई जाएगी. विभागीय अधिकारियों का दावा है कि इससे बिजली चोरी के मामले समाप्त हो जाएंगे. बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग और विजिलेंस टीमों ने लगातार कार्रवाई की.

रिवैंप योजना के तहत लगाई जाएगी केबल
लाइनलास वाले क्षेत्र पहले किए जा रहे चिन्हित
प्रयागराज (ब्‍यूरो)। मार्निंग व नाइट रेड चेकिंग शुरू की, बावजूद इसके लाइनलास लक्ष्य के मुताबिक कम नहीं हो सका। यही वजह रही कि करेली, बमरौली, कल्याणी देवी, नैनी डिवीजन के कई फीडर में लाइन लाइस लक्ष्य के सापेक्ष कम नहीं हुआ। अब इन सभी फीडरों पर आर्मर्ड केबल लगाई जाएगी। इसके बाद अन्य क्षेत्रों में भी केबल लगेगी। इस केबल को खंभे से मीटर तक लगाया जाएगा। इसके लिए उपभो1ता से कोई रुपये नहीं लिए जाएंगे। यह निश्शुल्क होगी।

मीटर भी किए जाएंगे बाहर
लाइन लास वाले क्षेत्रों में दर्जनों घर ऐसे हैं, जहां घर के भीतर ही मीटर लगे हुए हैं। ऐसे में बाईपास कर बिजली चोरी की आशंका बढ़ जाती है। बिजली विभाग के अधिकारी ऐसे घरों को चिन्हित करेंगे और फिर मीटरों को घर के बाहर लगाया जाएगा।

आर्मर्ड केबल से बिजली चोरी नहीं हो सकती है। इसे किसी भी हालत में काटा नहीं जा सकता है। अगर किसी ने काटने की कोशिश की तो यह केबल फट जाएगी और विभाग को पता चल जाएगा। रिवैंप योजना के तहत इसका जाल बिछाया जाएगा।
विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता

Posted By: Inextlive