एमएनएनआइटी में आयोजित की गयी कर्मशाला सम्पन्न

प्रयागराज (ब्यूरो)। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान की ओर से बुधवार को संस्थान के सभागार मे हिन्दी-पखवाड़े के अन्तर्गत एक कर्मशाला का आयोजन किया गया। भाषाविज्ञानी आचार्य पृथ्वीनाथ पाण्डेय और आयकर-विभाग के वरिष्ठ अनुवादक मकरध्वज मौर्य प्रशिक्षक के रूप में पहुंचे थे। संस्थान मे सहायक निदेशक (राजभाषा) प्रमोद द्विवेदी ने स्वागत करते हुए कहा, भाषा के साथ भाव होना चाहिए। भाषा में स्वच्छता लाने की आवश्यकता है।

लेखन में शुद्धता जरूरी
मकरध्वज मौर्य ने अपने विस्तृत आलेखों के माध्यम से सरकारी कामकाज में टिप्पणी और आलेखन के महत्व बताया। पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने कहा, आप सबको उच्चारण एवं लेखन के प्रति शुद्धता बरतनी होगी। ऐसा न करने से आपका कथ्य और तथ्य प्रभावकारी नहीं रहेंगे। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को भाषा शब्द का शुद्ध उच्चारण कारण सहित समझाया। पंचमाक्षरों के महत्व तथा अनुस्वार और अनुनासिक का कब और कहाँ व्यवहार किया जाता है, लिखकर और उच्चरित कर समझाया। प्रशिक्षणार्थियों से भी उच्चारण कराया। अल्पप्राण-महाप्राण, स्पर्श व्यंजन, उपविरामचिह्न, योजकचिह्न, निर्देशकचिह्न, विवरणचिह्न, एकल उद्धरणचिह्न, युगल उद्धरणचिह्न तथा लगभग समस्त विरामचिह्नों का सकारण प्रयोग समझाया। आरोपी-आरोपित, विज्ञानी, फूल-कली, सर्जन-विसर्जन, हुए-हुये, गये-गए, उपरोक्त-उपर्युक्त, महोदय,-महोदय आदिक शताधिक शब्दों मे कौन-सा शुद्ध है और कौन-सा अशुद्ध कारणसहित बताया-समझाया तथा लिखवाया। संस्थान के अधिकारी सत्यजीत कुमार ने आभार-ज्ञापन किया।


एयू के प्रशांत आशुभाषण के बने विजेता
ईश्वर शरण डिग्री कालेज के ङ्क्षह विभाग, भाषा केन्द्र एवं आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संरक्षण में चल रहे हिन्दी पखवाड़ा में अंतर महाविद्यालयीय आशुभाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सहायक आचार्या डा। गायत्री ङ्क्षसह के संयोजन में हुई प्रतियोगिता में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रशांत कुमार ङ्क्षसह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि अजय यादव, तृप्ति मिश्रा और अनुराग द्विवेदी को संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान मिला। तृतीय स्थान पर शिवांश त्रिपाठी, राणा प्रताप ङ्क्षसह और विवेक जायसवाल रहे। रूपाली ङ्क्षसह और अर्जित गंगवार को सांत्वना पुरस्कार मिला। डा। शैलेश यादव और अर्थशास्त्र विभाग के डा। वेद प्रकाश मिश्र ने निर्णायक की भूमिका निभाई।

'अनंत है जनरल नॉलेज का दायरा'
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्यालय में राजभाषा पखवाड़े के तहत अरावली सभाकक्ष में कर्मचारियों के बीच राजभाषा प्रश्न मंच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर सतेन्द्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कहा कि, सामान्य ज्ञान जीवन के विभिन्न पहलुओं से जुड़ी जागरूकता का विषय है और हमसे ये अपेक्षा की जाती है कि एक नागरिक और लोक सेवक दोनों रूपों में इतिहास से अवगत रहें। इस प्रतियोगिता में राजभाषा नीति के अतिरिक्त संस्कृति, भाषा, विज्ञान, तकनीक, इतिहास, साहित्य, संगीत, खेल, समसामयिक विषय और रेलवे से संबंधित विभिन्न प्रश्न पूछे गए। इस कार्य्रक्रम में निर्णायक के रूप में वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखा अधिकारी/यातायात एवं कैपेक्स मैनेजमेंट हमीम अहमद एवं उप मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं उप मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर प्रियंका सिंह उपस्थित थीं। प्रश्नमंच के निर्णायक वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखा अधिकारी/यातायात एवं कैपेक्स मैनेजमेंट हमीम अहमद ने कहा कि सामान्य ज्ञान का क्षेत्र अनंत है और ये हमारी मानसिक क्षितिज का विस्तार करते हैं। आवश्यकता है कि हम अपने जीवन को बेहतर बनाने में इस ज्ञान भंडार को सार्थक और सकारात्मक उपयोग में लाएं। मुख्यालय के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक प्रतियोगिता में भाग लिया तथा प्रश्नों का उत्तर देकर पुरस्कार प्राप्त किया। संचालन वरिष्ठ राजभषा अधिकारी चन्द्र भूषण पाण्डेय द्वारा किया गया।

Posted By: Inextlive