दो महीने में चार सौ अधिक एफआईआर तीन सौ से अधिक घरों में सिर्फ एसी चलाने पर हुई कार्रवाईबिजली विभाग के जांच अभियान के दौरान अधिकांश घरों में बाईपास व डायरेक्ट तार जोड़कर एसी चलाते मिले गर्मी अपने चरम पर है. हर फीडरों पर बिजली चोरी के साथ लाइनलास बढ़ गया है. लोग 24 घंटे एसी के सामने बैठना पंसद करते हैं. यही कारण है कि बिजली चोरी का कारण भी एसी बन रहा है. यह हम नहीं बल्कि बिजली विभाग के जांच अभियान के दौरान निकल कर सामने आई है. बीते दो माह के अंतराल सिटी के अंदर बिजली विभाग ने बिजली चोरी करते मिलने पर चार सौ से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई. इसमें से तीन सौ से अधिक लोग बाईपास व डायरेक्ट तार जोड़कर एसी चलाते चलाते मिले. अब विभाग ने इन लोगों पर लंबा जुर्माना ठोक दिया है. इस जुर्माने को कम कराने के लिए लोग बिजली विभाग के दफ्तर का चक्कर लगा रहे है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बातचीत में बिजली विभाग के अफसरों ने बताया कि कुछ लोग अपने घरों का लोड छिपाने के चक्कर में भी कटिया व बाईपास कर बिजली चोरी करते हैं। क्योंकि उनको लगता है कि एसी की जानकारी देने पर लोड बढ़ेगा। इससे बिल अधिक आने के साथ लोड का भी हर महीने अलग चार्ज देना पड़ेगा। जबकि उनको यह नहीं पता है कि बिजली चोरी पकड़े जाने पर पूरे एक साल के हिसाब से लोड फैक्टर चेक कर जोड़कर जुर्माना लगाया जाता है। जिले के अंदर बिजली विभाग की टीम ने अभियान चलाकर 12 अप्रैल 12 जून तक में 417 लोगों के खिलाफ बिजली चोरी करने पर एफआईआर दर्ज कराई है। जिसमें 303 ऐसे मिले थे। जिन्होंने सिर्फ एसी चलाने के बाईपास व डायरेक्ट कटिया मार रखा था। इन सभी लोगों का जोड़कर करोड़ों रुपए का जुर्माना बाकि है।

एसी की बढ़ी डिमांड
सिटी के अंदर ढाई सौ से अधिक छोटी बड़ी इलेक्ट्रानिक्स की दुकानें हैं। रिपोर्टर की जांच पड़ताल में पता चला कि हर दुकानदार एक माह में दस से पंद्रह एसी की ब्रिकी करता है। इस हिसाब से दो महीने के अंतराल दस हजार से अधिक एसी की बिक्री हुई है। वहीं बिजली विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो दो माह के अंतराल में सिटी के सात डिवीजन में दो हजार लोगों ने भी लोड बढ़ाने के लिए अप्लाई तक नहीं किया है। इससे साफ है कि हर कोई उसी लोड में चला रहा है। तभी किसी भी एरिया में एसी सही से काम नहीं कर रहा है।

417
लोगों पर दो माह के अंतराल बिजली चोरी करने पर हुई है एफआईआर
303
लोग ऐसे मिले जो बिजली चोरी कर चला रहे थे एसी
15
से बीस एसी एक दुकानदार एक महीने में बेच लेते हैं एसी
10
हजार से अधिक दो माह के अंतराल सिटी के इलेक्ट्रिक दुकानों से बिकी है एसी
250
से अधिक छोटी बड़े इलेक्ट्रिक की दुकान है शहर में
01
हजार के करीब भी लोगों ने लोड बढवाने के लिए नहीं किया आवेदन


गर्मी में ज्यादा बिजली चोरी की जाती है। लोगों को यह नहीं पता होता है कि पकड़े जाने पर बिजली चोरी कितनी महंगी पड़ती है। थोड़ा बचाने के चक्कर में एफआईआर के साथ लंबा जुर्माना लग जाता है।
विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता

Posted By: Inextlive