कोई बड़ा व्यवधान नहीं आया तो यूपी बोर्ड की परीक्षा का रिजल्ट अप्रैल के दूसरे सप्ताह में घोषित किया जा सकता है. पहले सुपर एक्टिव मोड में बोर्ड की परीक्षा पूरी कराने वाला यूपी बोर्ड परीक्षा की कापियों की चेकिंग भी सुपर एक्टिव मोड में कराने की तैयारी में है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)।
यूपी बोर्ड की तरफ से कापियों के मूल्यांकन का जो शेडयूल तय किया गया है उसके मुताबिक 14 दिन में करीब सवा तीन लाख कापियों की चेकिंग का काम पूरा कर लिया जायेगा।

258 सेंटर पर चेक होगी कापियां
यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 18 मार्च से शुरू कराने जा रहा है। टारगेट है कि कापियों का मूल्यांकन कार्य एक अप्रैल तक पूरा कर लिया जाय। तैयारी के अनुसार हर दिन टीचर चेक की गयी कापियों का डिटेल भी फिल करता चलेगा। इससे रिजल्ट तैयार होने की दिशा में भी काम चलता रहेगा। कापियों के मूल्यांकन के लिए कुल 258 सेंटर बनाये गये हैं। बोर्ड ने कापी चेकिंग के लिए परीक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है। कापियों को चेक करने के लिए 1,43,933 टीचर्स को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

परीक्षकों की ड्यूटी किस मूल्यांकन केंद्र पर लगी है, इसे फिलहाल गोपनीय रखा जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि इसे मूल्यांकन शुरू होने से कुछ समय ही पहले जारी किया जाएगा ताकि परीक्षक के जरिए किसी गड़बड़ी की संभावना न रहे। यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने शनिवार को बोर्ड के सभी पांच क्षेत्रीय अपर सचिवों के साथ वर्चुअल मीटिंग करके अब तक की गई तैयारियों की समीक्षा की। सचिव ने उप नियंत्रक/प्रधानाचार्य, उप प्रधान परीक्षकों एवं परीक्षकों को मूल्यांकन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में पूरी इंफारमेशन शेयर की। कहाकि, सभी क्षेत्रीय अपर सचिव जिला विद्यालय निरीक्षकों के माध्यम से मूल्यांकन केंद्रों का निरीक्षण कराएंगे।

परीक्षकों द्वारा मूल्यांकित की गई कुछ उत्तरपुस्तिकाओं को नमूने के तौर पर देखेंगे कि पृष्ठों पर दिए गए अंकों का जोड़ कवर पेज पर लिखे गए कुल अंकों से अलग तो नहीं है। प्रशिक्षण के लिए आडियो-वीडियो माध्यम में बनाए गए माड्यूल का डिटेल भी शेयर किया गया। सभी को निर्देशित किया गया कि कापियों की चेकिंग के दौरान क्रास चेकिंग भी करते रहें ताकि स्क्रूटनी कराने की नौबत ही न आए। इसी प्रकार अंकों का योग करते समय भी ध्यान रखा जाय कि ऐसी कोई चूक न हो जिससे बोर्ड पर सवाल उठे। अपर सचिवों से कहा कि ट्रेनिंग प्रोग्राम तय समय में पूरा कराएं, ताकि मूल्यांकन कार्य समय पर संपन्न कराया जा सके। बता दें कि ट्रेनिंग का शुभारंभ रविवार 12 मार्च से होने जा रहा है।

जिस तरह कड़ी निगरानी में शुचितापूर्ण ढंग से परीक्षा संपन्न कराई है, उसी तरह उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य भी कराया जाएगा। इस संबंध में बोर्ड के क्षेत्रीय अपर सचिवों को निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं।
दिब्यकांत शुक्ला सचिव, यूपी बोर्ड

Posted By: Inextlive