पांच लोगों की हुई नृशंस हत्या के मामले में पुलिस के हाथ दूसरे दिन रविवार को भी खाली ही रहे. शनिवार की सुबह से रात भर चली भाग-दौड़ का नतीजा शून्य ही रहा. पुलिस न तो कातिलों का पता लगा सकी और न ही कत्ल के कारणों का. हत्यारों तक पहुंचने का रास्ता और जरिया दिन भर किस्तों में चली बैठक का मुख्य मुद्दा रहा. इस बैठक में कातिलों की गिरफ्तारी के लिए पब्लिक नेटवर्क सपोर्ट रास्ता अफसरों काफी बेहतर समझ आया. निर्णय लिया गया कि कातिलों की खबर देने वालों को 25 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा. कातिलों पर इनाम की यह धनराशि एसएसपी द्वारा घोषित की गई है. साथ ही सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए सूचना देने वालों के नाम और एड्रेस गोपनीय रखे जाएंगे. इसके साथ ही कातिलों की खोजबीन में जुटे अफसरों द्वारा कई और अहम कदम उठाए गए हैं.

प्रयागराज (ब्यूरो)। कातिलों की गिरफ्तारी के लिए लगाई गईं कुल सात टीमें देर रात धरपकड़ में जुटी रहीं। इस बीच हिरासत में लिए गए एक दर्जन संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। इन हिरासत में लिए गए लोगों से हुई पूछताछ में पुलिस को कुछ खास क्लू नहीं मिले हैं। थरवई के खेवराजपुर कांड से मिलती जुलती पिछले वर्षों में हुई घटनाओं के नेचर को भी समझने की कोशिश की गई। पुरानी घटनाओं में कातिलों के तरीके और कत्ल में प्रयोग किए गए हथियार के बारे में भी बारीकी से समझा गया। इस बीच सामूहिक मर्डर की तीन घटनाएं ऐसी मिलीं जिसका नेचर खेवरापुर कांड से मिलता है। इन तीनों घटनाओं की बारीकियों और पूर्व के अफसरों द्वारा की और कराई गई जांच के एंगल पर भी काम शुरू कर दिया है। सामूहिक हत्याकांड की इन पुरानी घटनाओं के पैटर्न के मुताबिक इस खेवराजपुर की वारदात में भी तफ्तीश शुरू कर दी है। उन पुरानी घटनाओं के आधार पर पुलिस थरवई एरिया के घुमंतू
गिरोह पर भी नजर गड़ा चुकी है।

घुमंतू गिरोह पर शक
पुलिस को शक है कि खेवराज में पांच लोगों की हत्या के पीछे घुमंतू गिरोह का हाथ हो सकता है। हाल ही में इलाके के बाग बगीचों में आकर रुके बंजारे यानी घुमंतू परिवारों को सर्च करने का काम शुरू है। जांच में लगाई गई सात में से तीन टीमें इस दिशा में लगाई गई हैं। शेष चार टीमें अलग-अलग बिन्दुओं पर जांच कर रही हैं। बताते चलेंकि शनिवार भोर थरवई थाना क्षेत्र के खेवराज पुर में राजकुमार यादव, उसकी पत्नी कुसुम देवी, बहू सविता व दिव्यांग बेटी मनीषा एवं मासूम पोती मीनाक्षी की नृशंस हत्या कर दी गई थी। मामले में मृतक के बेटे सुनील द्वारा अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखाया गया है।

बारातियों और साइको पर भी है नजर
तफ्तीश में जुटी तीन टीमें बारातियों व साइको के एंगल पर लगाई गई है।
क्योंकि शनिवार भोर हुई हत्या से पहले मृतकों का थोड़ी दूर पर आई बारात के कुछ लड़कों से विवाद हुआ था।
चूंकि छोटे लाल व भरत पांडेय के घर बारात आई थी। लिहाजा इनसे पूछताछ के बाद बारात में आए युवकों को भी सर्च किया जा रहा है।
इस तीन टीम की जांच के एंगल में साइको किलर भी शामिल हैं। जांच टीम और कुछ अधिकारियों का मानना है कि गंगापार में इस तरह की कई घटनाएं हुईं हैं।
खेवराजपुर की तरह घटनाएं गंगापार में ही हो रही हैं। ऐसे में मासूम संग मारे गए पांच लोगों की हत्या में जांच की सुई साइको की तरफ भी है।
इलाके में साइको किस्म के व्यक्तियों की भी टीम छानबीन कर रही है। पुलिस को शक है कि घटना में कोई साइको भी हो सकता है

पुलिसिंग पैटर्न चेंज करने की कवायद
खेवराजपुर कांड को लेकर हुई बैठक के बाद शीर्ष अफसरों के द्वारा गंगापार के सभी 13 थानों में राजपत्रित अधिकारियों को भेजा गया। भेजे गए इन अधिकारियों की थानों की पुलिसिंग के बारे में पता लगाने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में भेजे गए अधिकारियों से सभी थानों की रिपोर्ट एसएसपी ने 12 घंटे के अंदर मांगी है। इसके पीछे शीर्ष अफसरों का मकसद गंगापार की पुलिसिंग के पैटर्न में चेंज लाना बताया गया है। गंगापार में दिन की अपेक्षा रात्रिकालीन पुलिसिंग को टाइट करने का प्लान तैयार किया गया है। अब प्लान कामयाब कहां तक होगा? फिलहाल मातहतों की कंडीशन को देखते हुए यह कह पाना मुश्किल है।

वर्जन

खेवराजपुर में हुई घटना में कातिलों तक पहुंचने हर संभव प्रयास जारी हैं। हत्या करने वालों पर 25 हजार के इनाम घोषित किए गए हैं। पब्लिक से भी सपोर्ट लिया जा रहा है। कातिलों का खबर जो भी देगा उसे यह 25 हजार रुपये इनाम दिए जाएंगे। पुलिस घटना के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हर एंगल को खंगाल रही है। हिरासत में लिए गए लोगों से बराबर पूछताछ चल रही है।
अजय कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज

Posted By: Inextlive