शवों की निगरानी करने वाले नगर निगम कर्मचारियों को पीपीई किट, रेनकोट, ग्लब्स टार्च दिये जाएंगे

नगर निगम की ओर से कोरोना काल में गंगा के घाटों पर दफन शवों को लेकर निगरानी समिति लगातार अलर्ट है। बुधवार को गंगा के तेज कटान के कारण 23 दफन शव दिखायी दिये। जिन्हें नगर निगम की ओर से बाहर निकालकर चिताओं पर रखा गया, इसके बाद हिन्दू रीति-रिवाज से सभी 23 शवों को अंतिम संस्कार किया गया।

82 शवों का अभी तक हुआ अंतिम संस्कार

विधि-विधान से अंतिम संस्कार कर दिया जा रहा था। शवों को मुखाग्नि जोनल अधिकारी नीरज कुमार सिंह द्वारा मंत्रोच्चार करने के साथ दी गई। सभी शवों पर रामनामी के साथ धूप, चंदन और देसी घी भी चढ़ाया गया। जोनल अधिकारी ने बताया कि 23 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं कोरोना काल से लेकर अब तक कुल 82 शवों का दाह संस्कार टीम द्वारा कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में भी करीब एक दर्जन ऐसे शवों का अंतिम संस्कार किया था, जिन शवों को उनके स्वजन लावारिश छोड़कर चले गए थे। हालांकि, बाद में दफन शवों की निगरानी की जिम्मेदारी निगम ने स्वयं संभाल ली। वहीं, बारिश और सुरक्षा के मद्देनजर निगरानी के लिए तैनात किए गए कर्मचारियों को पीपीई किट, रेनकोट, ग्लब्स एवं टार्च देने का निर्णय निगम प्रशासन ने लिया है।

बुधवार को 23 दफन शवों को दाह संस्कार हिन्दू रीति-रिवाज से फाफामऊ घाट पर किया गया है, वहीं कर्मचारियों को पीपीई किट, रेनकोट, ग्लब्स एवं टार्च देने का निर्णय लिया गया है।

नीरज सिंह

जोनल अधिकारी

Posted By: Inextlive