1419 मिले नए पाजिटिव, 6 की मौत
- शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं मरीज
- मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हए अस्पताल प्रशासन अलग से बेड की व्यवस्था में जुटा प्रयागराज- कोरोना संक्रमण के आगे सभी उपाय बेकार साबित हो रहे हैं। शुक्रवार को 1419 नए मरीजों ने दस्तक दी तो 6 संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह सभी एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती थे। इसके मुकाबले मभ्हज 58 मरीज ही डिस्चार्ज हुए हैं जिसमें से 28 होम आइसोलेशन के हैं। यूनाइटेड मेडिसिटी में भी 68 मरीज भर्ती हैं। सबसे ज्यादा मरीज एसआरएन हॉस्पिटल में 290 हैं। यहां बेड क्षमता 320 बेड है जो जल्द ही फुल हो जाएगी। इसके बाद हॉस्पिटल प्रशासन को मरीजों को भर्ती करने के लिए अलग से बेड का इंतजाम करना होगा। 7 दिन में 29 की मौतप्रतिदिन नए मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसके साथ मरने वालों की संख्या पर भी बे्रक लगाना मुश्किल होता जा रहा है। महज सात दिन में 29 मरीजों की जान जाना इसका जीता जागता प्रमाण है। वहीं 1419 नए मरीजों ने दस्तक दी है। यह प्रयागराज में एक दिन में संक्रमितों की सबसे ज्यादा तादाद है। माना जा रहा है कि इस स्पीड से मरीज मिलते रहे तो हॉस्पिटल्स में नए मरीजों को भर्ती करने की बिल्कुल जगह नही बचेगी। इस बार होम आइसोलेशन पर जाने वालों की अपेक्षा लक्षण वाले मरीज भी कम नही है। इसलिए हॉस्पिटल में बेड की अधिक आवश्यकता हो रही है।
मरने वालों में तीन वकील शामिल शुक्रवार को जिन छह लोगों की मौत हुई उसमें तीन हाईकोर्ट के वकील शामिल हैं। इनका एसआरएन हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि हास्पिटल में इस समय एक दर्जन मरीज वेंटीलेटर पर भर्ती हैं और ऑक्सीजन पर रह रहे मरीजों की संख्या काफी ज्यादा है। लगातार सीरियस मरीजों की बढ़ती संख्या से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। 8 हजार ने लगवाया टीका इस बीच शुक्रवार को 8289 लोगों ने टीकाकरण करवाया है। जिसमें से 6480 लोगों को प्रथम डोज और 1266 लोगों को सेकंड डोज लगाई गई। सीएमओ डॉ। प्रभाकर राय ने बताया कि शास कके निर्देश पर फोकस वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। उन्हेांने बताया कि 45 साल से अधिक लोगों को पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर नजदीकी केंद्रों पर वैक्सीनेशन करवा लेना चाहिए। लखनऊ के बाद दूसरे नंबर पर प्रयागराजप्रदेश में रोजाना आने वाले मरीजों में लखनऊ के बाद प्रयागराज का दूसरा स्थान है। शुक्रवार को भी लखनऊ में 2300 से अधिक नए संक्रमित मिले तो प्रयागराज में भी 1400 से अधिक मरीजों ने दस्तक दी। इसको लेकर खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने चिंता जाहिर की है। इसके बाद कानपुर और वाराणसी का नंबर है। शुक्रवार को इन चार शहरों में यूपी के सभी मरीजों का पचास फीसदी संक्रमित शामिल थे।
प्रयागराज में मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। लेकिन लोगों को यह समझ नही आ रहा। वह अभी भी मास्क से दूरी बनाए हैं। अगर कोरोना से बचना है तो मास्क लगाना होगा और इसके साथ सोशल डिसटेंसिंग का पालन करना जरूरी है। डॉ। प्रभाकर राय, सीएमओ प्रयागराज