एसआरएन को मिले सौ आईसीयू मानीटर
कैबिनेट मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को सौंपा, सुविधाओं का लिया जायजा
मरीजों के इलाज में मिलेगी सहूलियत, डॉक्टर्स देख सकेंगे लाइव रिपोर्ट 240 हो गई अस्पताल में मानीटर की संख्या एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज के लिए शुक्रवार को शासन की ओर से सौ आईसीयू मानीटर उपलब्ध कराए गए। यह मानीटर उप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने सौंपा। इस मौके पर एमएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने बताया कि आईसीयू में भर्ती मरीजों की क्लोज मानीटरिंग की जरूरत होती है जो इससे संभव हो सकेगी। मानीटर के फायदे आईसीयू में भर्ती मरीज की पल्स रेट, आक्सीजन सेचुरेशन आदि मानीटर पर लाइव दिख जाएगा इससे डाक्टर्स को बार-बार पेशेंट के पास जाने की जरूरत नहीं होगी और इलाज में काफी सहायता मिलेगी।इसके अलावा आक्सीजन लगने पर मरीज बाईपैप पर है या वेंटीलेटर पर, पूरे पैरामीटर के वाइटल मानीटर पर नजर आते हैं।
ड्यूटी रूम में कनेक्ट होने से डाक्टर लाइव मॉनिटरिंग कर सकेंगे हॉस्पिटल के पास पहले 140 मानीटर थे जो अब बढ़कर 240 हो गए हैं। मरीज का आक्सीजन सेचुरेशन कम होगा तो मानीटर की बीप बजने लगेगी और डाक्टर को पता चल जाएगा। नहीं होगी आक्सीजन की कमीइस दौरान मंत्री ने प्राचार्य से व्यवस्था के बारे में पूछा। प्रिंसिपल ने बताया कि हमारे पास लिक्विड आक्सीजन के दो टैंक हैं। इनकी क्षमता 40 हजार लीटर आक्सीजन की है। हमारी रोजाना की खपत 20 से 22 हजार लीटर है। हमारे पास जमशेदपुर से रोजाना दो टैंकर लिक्विड आक्सीजन आती है। जिससे कभी आक्सीजन की कमी नहीं हुई। इस पर मंत्री ने कहा कि जरूरत के मुताबिक नए टैंकर बनाकर आक्सीजन क्षमता को बढ़ाया जाना चाहिए। इस मौके पर डीएम भानुचंद्र गोस्वामी सहित तमाम अधिकारी उपस्थित रहे।