दस हजार में बिकती है एक लाख की बाइक
प्रयागराज (ब्यूरो)। जिले में एक लाख के कीमत की बाइक दस और पंद्रह हजार रुपये में बिक रही है। यह काम शहर में एक्टिव बाइक चोरी करने वाले गैंग व उनके गुर्गे कर रहे हैं। गुर्गे खुद का शौक पूरा करने के लिए दूसरों के शौक की बाइक चुराते हैं। इसके बाद औने पौने दाम में बेचकर मिलने वाले रुपयों से ऐश करते हैं। यह बात सिटी की एसओजी टीम द्वारा गिरफ्तार दो बाइक चोरों ने कबूल की है। इनके पास से एक दो नहीं कुल चोरी की कुल सात बाइक बरामद हुई है। साथ ही एक चुराई गई वैगनार कार भी मिली है। बाइक चुराने का इनका अंदाज और अपना एक उसूल भी है। चोरी के इनके तरीकों का पूछताछ के बाद एसपी क्राइम ने खुलासा किया।नई गाडिय़ों को बनाते थे निशाना
एसपी क्राइम ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चोरों में एक का नाम शिवशंकर बिन्द है। वह भदोही जिले के ऊंच थाना क्षेत्र स्थित सतावा बीरमपुर निवासी सूर्यलाल बिन्द का बेटा है। जबकि इसका साथी धीरज कुमार यादव उसी जिले और थाना क्षेत्र के हरिहरपुर गांव का रहने वाला है। पूछताछ में इन शातिरों ने पुलिस को जो बातें बताई वह चौकाने वाली रहीं। कहा कि बाइक चोरी के उनके अपने कुछ उसूल हैं। हमेशा इनके निशाने पर नई गाडिय़ां रहती हैं। चार पांच साल की पुरानी गाड़ी पर यह हाथ फेरना उचित नहीं समझते। ऐसा इस लिए कि इतनी पुरानी गाडिय़ों का इन्हें बगैर कागज कोई पांच हजार भी नहीं देता। साल दो साल की चुराई गई बाइक पर झांसे में आने वाले खरीदार इन्हें आठ दस हजार रुपये आराम से दे देते हैं। बिक्री में मिलने वाले रुपयों को बांट कर यह शौक पूरा करते हैं। सिर्फ शौक के लिए ही यह दूसरों के द्वारा शौक से खरीदी गई बाइक बाइक चुरा लेते हैं। वैगनार शौक पूरा करने के लिए ही चुराए थे। अब पुलिस इन गाडिय़ों के असली मालिक का पता लगाने में जुट गई है। पुलिस ने इन दोनों के विरुद्ध केस दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है.
गिरफ्तार अभियुक्त वाहन चोर गैंग के सक्रिय मेंबर हैं। यह चोरी दोनों शौक पूरा करने के लिए किया करते थे। पूछताछ में बताया कि चुराई गई बाइक को वह औने-पौने दाम पर बेचा करते थे। आशुतोष मिश्र, एसपी क्राइम