..तो कबाड़ हो जाएंगे 1.82 लाख वाहन
आरटीओ में री-रजिस्ट्रेशन के पहले होगी जांच-पड़ताल
सेंट्रल गवर्नमेंट ने लांच की है नई स्क्रैपज पालिसी अब जुगाड़ से दौड़ रहे पुराने वाहनों का नहीं काम करेगा जुगाड़ PRAYAGRAJ: सरकार ने नई स्क्रैपेज पॉलिसी लांच कर दी है। सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से व्हीकल्स को लेकर जारी की गई नई पालिसी से सिटी में चल रहे 15 साल पुराने लाखों व्हीकल्स कबाड़ हो जाएंगे। फिर चाहे वह प्राइवेट हो या कामर्शियल। एआरटीओ प्रशासन डा। सियाराम वर्मा के मुताबिक 15 साल पूरे कर चुके व्हीकल्स की फिटनेस चेक की जाएगी। फिटनेस में दुरुस्त न पाए जाने पर व्हीकल्स को नई स्क्रैप पॉलिसी के तहत कबाड़ घोषित कर दिया जाएगा। ये वाहन रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैप फैसिलिटी में जमा होंगे। यहीं नहीं ग्राहकों को रोड टैक्स में छूट के साथ ही मोटर कंपनियों को भी फायदा होगा। दूसरे जिलों की सबसे ज्यादा दौड़ रही गाडि़यांप्रदेश भर में 15 साल से अधिक पुराने वाहनों पर रोक लगने का आदेश का जिले में बड़ा असर पड़ेगा। कम से कम एक लाख 82 हजार 716 वाहन कबाड़ हो जाएंगे। पॉल्युशन को देखते हुए पुराने वाहनों पर रोकथाम के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। आरटीओ व सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद सहित अन्य जगहों से रिजेक्टेड वाहन जिले में दौड़ रहे हैं। ज्यादातर लोगों ने सस्ते दामों पर खरीद कर कामर्शियल यूज में लगा रखे हैं। इनमें कैश वैन की गाडि़यां भी शामिल है। विभाग की माने तो ये डाटा सिर्फ जिले का जबकि अन्य जिले की कबाड़ गाडि़यां इससे ज्यादा होगी।
शुरू हो चुकी है तैयारियां जिले में करीब एक लाख 82 हजार 716 वाहन जो 15 साल से अधिक की आयु पूरी कर चुके हैं। इनमें पुराने वाहनों की संख्या सबसे ज्यादा है। 15 साल पुराने वाहनो का री-रजिस्ट्रेशन कराकर आसानी से काम चल जाता था। आरटीओ में मामूली औपचारिकता के बाद कम से कम पांच साल तक वाहनों को चलाने की अनुमति मिल जाती थी। नई स्कीम के तहत अब पुराने वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकेगा। क्योंकि तमाम लोग कोशिश करेंगे कि कागज में उनके वाहनों का शहर में चलने लायक बना दिया जाए। इन परिस्थितियों में निपटने के लिए पहले से तैयारी शुरू कर दी गई है। बाहरी गाडि़यों पर भी लगाम कसा जाएगा। पहले चरण में पुराने वाहनों को हटाया जाएगा। शहर में करीब एक लाख 82 हजार 716 वाहन रजिस्टर्ड हैं। इनमें से सभी वाहन अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं।मोटर साइकिलल/स्कूटर, मोपेड, कार और अन्य संस्थाओं में चल रहे वाहनों को जुगाड़ की बदौलत सड़कों पर दौड़ाया जाता है।
अब इन वाहनों को हटाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है। 1.82 लाख से अधिक वाहन पूरी कर चुके हैं उम्र फिर भी हैं सड़क पर 1.43 लाख है बाइकों की संख्या 19 हजार 550 मोपेड हैं 19433 मोटर कार पूरी कर चुकी है 15 साल होती है छोटे वाहनों की उम्र 15 साल की आयु पूरे कर चुके वाहनों का फिटनेस कराया जाएगा। उनकी प्रॉपर जांच होगी। यदि गाडि़यां सड़कों पर चलने के योग्य होंगी, तभी उनका फिटनेस किया जाएगा। अन्यथा उन्हें कंडम घोषित कर दिया जाएगा। डा। सियाराम वर्मा एआरटीओ प्रशासन ग्राहकों को ये है फायदा नई स्क्रैप पॉलिसी के तहत स्क्रैपिंग सíटफिकेट दिखाने पर नई गाड़ी खरीदते वक्त 5 फीसदी छूट जाएगी। गाड़ी स्क्रैप करने पर कीमत का 4-6 फीसदी मालिक को दिया जाएगा। इसके साथ ही नई गाड़ी के रजिस्ट्रेशन के वक्त रजिस्ट्रेशन फीस माफ कर दी जाएगी। रोड टैक्स में मिलेगी छूट नई स्क्रैप पॉलिसी के तहत नई गाड़ी लेने पर रोड टैक्स में 3 साल के लिए 25 फीसदी तक छूट की बात कही गई है।राज्य सरकारें प्राइवेट गाडि़यों पर 25 परसेंट और कामर्शियल गाडि़यों पर 15 परसेंट तक छूट दे सकते हैं।
वाहन कंपनियों को भी होगा फायदा इस समय मोटर वाहन कंपनियों को स्टील एवं कुछ अन्य प्रीशस मेटल का आयात करना होता है। पिछले साल करीब 23 हजार करोड़ रुपये का स्क्रैप स्टील भारत को आयात करना पड़ा भारत में जो स्क्रैपिंग अभी तक होती आ रही है, वह प्रोडक्टिव नहीं है। मोटर के स्कैपिंग से प्रोडक्टिव स्क्रैप मिलेगा और मोटर बनाने वाली कंपनियों को कच्चा माल सस्ता मिलेगा सरकार को भी होगा फायदा लोग पुरानी गाडि़यां स्क्रैप करेंगे और नई गाडि़यां खरीदेंगे तो इससे सरकार को सालाना करीब 40,000 करोड़ का जीएसटी आएगा। स्क्रैप पॉलिसी के दायरे में 20 साल से ज्यादा पुराने लगभग 51 लाख हल्के मोटर वाहन (एलएमवी) और 15 साल से अधिक पुराने 34 लाख अन्य एलएमवी आएंगे। इसके तहत 15 लाख मीडियम और हैवी मोटर वाहन भी आएंगे जो 15 साल से ज्यादा पुराने हैं और इस समय इनके पास फिटनेस सíटफिकेट नहीं है पुरानी गाड़ी देने पर फायदा पुरानी गाड़ी देने के बदले ग्राहक को एक डिपॉजिट सíटफिकेट मिलेगा जो नई गाड़ी खरीदने पर कई तरह के फायदे देगा।पुरानी गाड़ी की स्क्रैप वैल्यू मिलेगी जो नई गाड़ी की एक्स-शोरूम प्राइस के 5 प्रतिशत के बराबर होगी।
पुराने व्हीकल को कबाड़ में देने पर आपको जो डिपॉजिट सíटफिकेट मिलेगा, ऑटो कंपनियां उसके बदले आपको नई गाड़ी खरीदते समय एक्स-शोरूम प्राइस के 5 प्रतिशत तक का तक का डिस्काउंट देंगी