युवा सोसाइटी को करेंगे स्वास्थ्य के प्रति जागरुक
आगरा। चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए जनपद के डिग्री कॉलेजों में एनएसएस के स्वयंसेवकों को पियर एजुकेटर बनाया जा रहा है और उन्हें स्वास्थ्य के प्रति प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन पियर एजुकेटरों को प्रशिक्षण के बाद मास्टर ट्रेनर बनाया जाएगा। जो अन्य साथियों को भी जागरुक करेंगे। इसके बाद ये लोग अपने आसपास के लोगों को स्वास्थ्य व स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में बताएंगे, जिससे कि आमजन में स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरुकता बढ़ेगी।
बन गए मास्टर ट्रेनर
जिला महिला अस्पताल की अर्श काउंसलर रूबी बघेल ने बताया कि सिफ्पसा के सहयोग से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम के तहत आज 25 मास्टर ट्रेनर तैयार हो गए। इन्हें दो दिनों का प्रशिक्षण दिया गया। रूबी ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित किशोर-किशोरियों को किशोरावस्था में होने वाले बदलाव, पोषण, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य, चोट, दुर्घटना, हिंसा, नशाखोरी से बचाव, असंक्रामक रोग, माहवारी स्वच्छता आदि के बारे जानकारी दी गई।
किशोर स्वास्थ्य के बारे में देंगे जानकारी
जिला अस्पताल के साथिया केंद्र के अर्श काउंसलर अरविंद कुमार ने बताया कि किशोरावस्था जीवन का एक ऐसा पहलू है जिसमें शारीरिक व भावात्मक परिवर्तन आते हैं। किशोर व किशोरी आसानी से अपनी बात माता पिता या फिर घर में किसी बड़े से बात नहीं कर पाते है। समुदाय में किशोरों तक पहुंचने में किशोर ही हमारी मदद करेंगे। यह चुने हुए किशोर पियर एजुकेटर (साथिया) के नाम से जाने जाएंगे।
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प्रशिक्षण समापन के दौरान आगरा कॉलेज के एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ। आनंद, डॉ। शिव प्रताप, सिफ्पसा से राजेश अग्रवाल, सुमित, अर्श काउंसलर रूबी बघेल, अर्श काउंसलर अरविंद कुमार व 25 पियर एजुकेटर मौजूद रहे।
स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए जनपद के डिग्री कॉलेजों में एनएसएस के स्वयंसेवकों को पियर एजुकेटर बनाया जा रहा है। ये अपने साथियों और अन्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करेंगे। - डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ