यूं तो चॉकलेट की शुरूआत चार हजार साल पहले मेसो अमेरिका यानि मेक्सिको में हुई थी. यहां पर कोको के पौधों से ऑल्मेक्स सभ्यता के लोगों ने चॉकलेट बनाई. शुरूआत में इसका इस्तेमाल दवा के रूप में हुआ. धीरे-धीरे यह ड्रिंक से लेकर लोगों की पसंदीदा मिठाई बन गई.

आगरा(ब्यूरो)। आज किसी को छोटे से लेकर बड़े खुशी के पलों को सेलिब्रेट करने के लिए चॉकलेट को याद किया जाता है। चॉकलेट के पूरी दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कई स्वरूप बदले। आगरा में भी चॉकलेट का अनूठा इस्तेमाल हुआ। आगरा में चॉकलेट को पेठे पर लगाया गया और यह चॉकलेट पेठा बन गया। आज चॉकलेट पेठा इतना पसंद किया जाता है कि यह पेठे की विभिन्न वैरायटी में राजा साबित हो रहा है।

भीमसेन बैजनाथ पेठे वाले योगेंद्र सिंघल बताते हैैं कि पहले पेठे को फल व सब्जी के रूप में यूज किया जाता था। उनके फोर फादर स्व। लाला भीमसेन सिंघल ने पेठे को चीनी की चाशनी के साथ मिलाकर बनाया। इसके बाद यह एक मिठाई में बदल गया। इसके बाद 1865 में उन्होंने पेठे व दालमोठ की फर्म को रजिस्टर करा लिया। तभी से आगरा के पेठे को पसंद किया जाने लगा और देश-दुनिया में आगरा के पेठे में ने नाम कमाया। धीरे-धीरे आगरा में जरूरत और स्वाद के हिसाब से पेठे के विभिन्न फ्लेवर बनाए जाने लगे। फ्लेवर पेठों के कारण ही आगरा के पेठों को बेहद पसंद किया जाता है।

योगेंद्र सिंघल ने बताया कि पहले खोए की बर्फी के ऊपर चॉकलेट की परत लगाई जाती थी। इसके बाद दिमाग में आया कि जब हम खोए के ऊपर चॉकलेट लगा सकते हैैं तो पेठे के ऊपर भी चॉकलेट लगा सकते हैैं। जैसे ही यह किया गया तो लोगों को यह काफी पसंद आया। खासकर यंगस्टर्स चॉकलेट पेठे की ओर आकर्षित हुए। यम्मी-चॉकलेटी पेठे को मुंह में रखकर यंगस्टर्स को अलग ही स्वाद आने लगा। आज स्थिति यह है कि दुकान में कोई भी बच्चा आए तो वह सबसे पहले चॉकलेट पेठा खाने की डिमांड करता है। इसके साथ ही गल्र्स भी इसे काफी पसंद करती है। विदेशी तो चॉकलेट पेठे के फैन हैं। वह जब ताजमहल देखने आते हैैं तो चॉकलेट पेठे को ले जाना नहीं भूलते हैैं। और ऐसा हो भी क्यों न जब चॉकलेट पेठे को मुंह में रखते हैैं तो पेठे के फल की सौंधी-सौंधी खुशबू और चॉकलेट का फ्लेवर मुंह के अंदर एक अलग ही अरोमा क्रिएट करता है। और जब दांत से चॉकलेट पेठे को चबाते हैैं तो पेठा और चॉकलेट मिलने पर स्वाद और ज्यादा बेहतर होता जाता है। इसे खाकर मन तृप्त हो जाता है।

चॉकलेट पेठे की सबसे ज्यादा बिक्री
पेठा कारोबारी अंकुश बताते हैैं कि वैसे तो आगरा में पेठे की विभिन्न वैरायटी है। कस्टमर हर बार नया फ्लेवर ट्राई करना चाहते हैैं लेकिन चॉकलेट पेठे की अपनी अलग ही डिमांड है। फ्लेवर पेठे में चॉकलेट पेठा सबसे ज्यादा बिकता है। योगेंद्र सिंघल बताते हैैं कि चाहे काउंटर की सेल हो या फिर ऑनलाइन ऑर्डर चॉकलेट पेठे की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है। फ्लेवर पेठे में 25 से 30 परसेंट ऑर्डर चॉकलेट पेठे के ही होते हैैं। विदेशी कस्टमर इसे काफी पसंद करते हैैं।

पहले खोए की बर्फी के ऊपर चॉकलेट की लेयर लगाई जाती थी। हमने बाद में पेठे पर भी इसका प्रयोग किया तो यह बर्फी से ज्यादा टेस्टी लगा। कस्टमर इसे खूब पसंद करते हैैं। यंगस्टर्स और विदेशी कस्टमर इसे खूब खरीदते हैैं।
- योगेंद्र सिंघल, ओनर, भीमसेन बैजनाथ पेठा व दालमोठ वाले

चॉकलेट पेठे की खूब डिमांड होती है। अन्य फ्लेवर की अपेक्षा चॉकलेट पेठा खूब बिकता है। चॉकलेट पेठा का चलन इतना है कि लोग एक-दूसरे को गिफ्ट देने के लिए चॉकलेट पेठा खरीदते हैैं।
- अंकुश, पेठा कारोबारी

500 करोड़ का सालाना कारोबार है पेठे का
100 करोड़ का बिक जाता है चॉकलेट पेठा
01 हजार से ज्यादा पेठा व्यापारी है आगरा में
01 हजार से ज्यादा पेठा फैक्टरी हैं आगरा में

Posted By: Inextlive