ताजनगरी को सिविल एयरपोर्ट मिलने के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा. हालांकि इसे पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान की सूची में शामिल कर दिया है. लेकिन नौ माह बीत चुके हैैं और अभी तक जमीन खरीद की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है. इस पर आगराइट्स ने चिंता जाहिर की है.

आगरा(ब्यूरो)। सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के सेक्रेटरी अनिल शर्मा ने बताया कि आगरा के नागरिक सिविल एयरपोर्ट का सपना 1998 से देख रहे हैैं। लेकिन लगता है अभी इसके लिए इंतजार करना पड़ेगा। यह स्थिति तब है जबकि सिविल एंक्लेव को वायुसेना परिसर से बाहर लाए जाने को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अनुमति मिल चुकी है। जिसे आधार बनाकर अब तक इसे लंबित रखा जाता रहा था। लेकिन जैसे ही सिविल एंक्लेव प्रोजेक्ट को अनुमति मिली, वैसे ही एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा प्रोजेक्ट को अपग्रेड कर दिया गया। अब इसे पूरा करने के लिए 95 एकड़ जमीन और खरीदी जाएगी। अनिल शर्मा ने बताया कि पहले जितनी अनुमति मिली थी। उतने ही प्रोजेक्ट को पूरा करना चाहिए था। जब जमीन अधिग्रहण सहित सभी अनुमतियां मिल चुकी हैं फिर भी इसका निर्माण शुरू करना चाहिए था। अपग्रेडेशन की प्रक्रिया बाद में भी हो सकती थी। सवाल यह है कि अचानक 95 एकड़ जमीन और खरीदने का प्लान एयरपोर्ट अथॉरिटी ने क्यों बनाई। उन्होंने कहा कि जनवरी 2023 से इसे निवेश प्रोजेक्ट की सूची में डाले जाने के बावजूद न तो विदेशी निवेशक इसके लिए आगे आए हैैं और न ही प्राइवेट निवेशक मिला है। दूसरी ओर प्रोजेक्ट के लिए जमीन नहीं खरीदी जा सकी है ऐसे में निवेशक कैसे तैयार होंगे।

तीन गांवों की जमीन का होना है अधिग्रहण
आगरा सिविल एंक्लेव के लिए धनौली, बल्हेरा व अभयपुरा में करीब 92.50 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है। 278 किसानों की यह जमीन चार गुना दर पर खरीद की जानी है। प्रशासन ने इसका मसौदा तैयार करके कैबिनेट में पास होने को भेज दिया है।

2014 में शुरू हुई थी कार्रवाई
वर्ष 2014 में भविष्य की जरूरतों को देखते हुए नया सिविल एंक्लेव बनाने के लिए एक एमओयू हुआ था। तय हुआ था कि इसके लिए सरकार 58.418 एकड़ जमीन खरीद कर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को नि:शुल्क उपलब्ध कराएगी, जो उपलब्ध कराई जा चुकी है। इस पर प्राधिकरण निर्माण कर रहा है।

इसलिए अतिरिक्त जमीन की जरूरत
प्राधिकरण की ओर से तैयार मास्टर प्लान के मुताबिक रनवे से एप्रन तक तथा एप्रन से रनवे तक आने-जाने के लिए सिर्फ एक लिंक टैक्सीवे का निर्माण हो सकता है। वर्ष 2050 तक यात्री आवागमन 30 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। भविष्य में यात्रियों की संख्या में वृद्धि के मद्देनजर सिर्फ एक टैक्सीवे अपर्याप्त होगा। यदि किसी वजह से टैक्सीवे वर्किंग कंडीशन में न हो तो एयरपोर्ट की गतिविधियां बाधित हो सकती हैं। इसलिए प्राधिकरण ने भविष्य के मद्देनजर नए सिविल एंक्लेव के लिए सौंपी गई 52 एकड़ भूमि के अतिरिक्त लगभग 92.50 एकड़ भूमि की आवश्यकता बताई है।


सिविल एंक्लेव एयरपोर्ट को पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान की लिस्ट में डाले हुए नौ माह हो गए हैैं। अब तक जमीन खरीद नहीं हो पाई है। अभी तक कोई इंवेस्टर भी नहीं मिल पाया है। ऐेसे में सिविल एंक्लेव को पूरा होने में समय लग सकता है।
- अनिल शर्मा, सेक्रेटरी, सिविल सोसाइटी आगरा

आगरा में सिविल एयरपोर्ट की जरूरत है। इससे आगरावासियों को भी आराम होगा। फिलहाल वायुसेना के एयरपोर्ट तक पहुंचने में समय लगता है।
- जीत, आगराइट

यदि आगरा में सिविल एयरपोर्ट बन जाए तो इससे आगरा के टूरिज्म को फायदा मिलेगा। इसके साथ ही आगरा की दुनिया और भारत के कई शहरों से कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।
- धीरज, आगराइट

Posted By: Inextlive