आगरा में कौन सा वार्ड है सबसे स्वच्छ, यह बताएगा स्वच्छ वार्ड का तमगा
आगरा(ब्यूरो)। प्रदेश सरकार की ओर से 'स्वच्छ त्योहार प्रपोजल के तहत प्रदेशभर के नगर निगमों से एक वार्ड के नाम को भेजने के लिए कहा गया है। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से क्राइटेरिया भी तय किया गया है। जिसमें हर क्राइटेरिया के अनुसार माक्र्स निर्धारित हैं। शहर में 100 वार्ड हैं। जो भी वार्ड इनमें सबसे अधिक माक्र्स हासिल करेगा, उसका नाम भेजा जाएगा।
पूर्व में दिया गया था फंडप्रदेशभर से प्राप्त प्रस्तावों में से एक वार्ड को स्वच्छ वार्ड का तमगा देते हुए अवार्ड दिया जाएगा। पूर्व में इसके तहत वार्ड में विकास के लिए फंड भी प्रदेश सरकार की ओर से दिया गया था। हालांकि इस प्रदेश सरकार की ओर से जारी शासनादेश में इसका उल्लेख नहीं किया गया है।
ऐसे होगा सिलेक्शन
स्वच्छ त्योहार-2022 के तहत स्वच्छ वार्ड के असेसमेंट के लिए कुल माक्र्स 1000 निर्धारित किए गए हैं। जेएडएसओ, सेनेटरी इंस्पेक्टर आदि से वार्ड के असेसमेंट माक्र्स प्राप्त किए जाएंगे। इसमें पब्लिक का फीडबैक भी लिया जाएगा। सभी 100 वार्ड का डाटा प्राप्त होने के बाद नगर निगम में अधिकारियों की कमेटी स्वच्छ वार्ड का निर्धारण करेगी। आखिर में नगरायुक्त उस पर फैसला लेंगे।
ये हैं पैरामीटर्स माक्र्स
वार्डस्तर पर साफ-सफाई 200
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट 200
वार्ड सौंदर्यीकरण 250
अवेयरनेस को लेकर प्रचार-प्रसार 200
आमजन का सहयोग 150
प्रदेश सरकार ने स्वच्छ वार्ड के लिए एक वार्ड का नाम मांगा है। प्रदेश सरकार के तय क्राइटेरिया के अनुसार स्वच्छ वार्ड के लिए शहर में अधीनस्थों से डाटा मांगा जा रहा है। जल्द ही शहर के एक वार्ड का नाम तय कर प्रदेश सरकार को भेज दिया जाएगा।
पंकज भूषण, पर्यावरण अभियंता, नगर निगम
4
छत्ता
हरीपर्वत
लोहामंडी
ताजगंज जनसंख्या
20 लाख करीब
वार्ड को आत्मनिर्भर बनाने की कवायद शुरू शहर में आत्मनिर्भर वार्ड बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए बाबरपुर में बुधवार को भूमि पूजन किया गया। इस प्रोजेक्ट के तहत वार्ड से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण वार्ड में ही किया जाएगा।
प्रोजेक्ट का किया शुभारंभ
स्वच्छ भारत मिशन के तहत वार्ड को स्वच्छ बनाने की कवायद शुरू की गई है। इसके लिए आत्मनिर्भर वार्ड प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। इसमें हर नगर निगम को कम से कम एक वार्ड को आत्मनिर्भर बनाना है। जिसमें वार्ड से निकलने वाले कचरे का निस्तारण वार्ड में ही होगा। बुधवार को इस प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई। पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण की ओर से इसकी नींव रखी गई। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर केके पांडेय, जेडएसओ महेंद्र सिंह, सेनेटरी इंस्पेक्टर संजीव यादव, फीडबैक फाउंडेशन के सीईओ, प्रोजेक्ट हेड पीयूष आदि मौजूद रहे।
वार्ड 26 जागेश्वर नगर
वार्ड 38 गैलाना
वार्ड 52 विवेक तोमर
वार्ड 61 सरला बाग
वार्ड 71 नगला पदी
वार्ड 73 सिकंदरा
वार्ड 96 महर्षिपुरम
शहर को स्वच्छ रखने में मिलेगी मदद
पूरे कचरे को उसी वार्ड में प्रोसेस करने की व्यवस्था करना होगी। इसके लिए वार्ड में प्लांट लगाने होंगे। वार्ड से निकलने वाले कचरे का अगर वार्ड में ही निस्तारण होगा तो निगम पर दबाव कम होगा। इसके साथ ही शहर को स्वच्छ रखने में भी मदद मिलेगी। आत्मनिर्भर वार्ड के तहत शहर में कार्य शुरू हो चुका है। अब वार्ड से निकलने वाले कचरे का निस्तारण उसी वार्ड में किया जाएगा। बुधवार को बाबरपुर में इसके लिए भूमि पूजन किया गया।
केके पांडेय, प्रोजेक्ट मैनेजर, स्वच्छ भारत मिशन, आगरा