पढ़ाई के लिए डांटा तो छोड़ दिया मां-बाप का आंचल, बरामद
आगरा। एत्माद्दौला थाना क्षेत्र स्थित बजरंग नगर से रविवार को घर के सामने खेल रही आठ साल की बच्ची अचानक गायब हो गई। परिजनों ने किशोरी को आसपास तलाशना शुरू कर दिया। इस संबंध मेें थाना एत्माद्दौला में भी सूचना दी गई। मंगलवार को जीआरपी ने किशोरी को ट्रैन से बरामद कर लिया। थाने से उसे परिजनों के हवाले कर दिया गया।
फिरोजाबाद में मिली दोनों बहनें
एत्माद्दौला क्षेत्र में रहने वाली सगी दोनों बहन जिसमें एक आठ साल तो दूसरी बारह साल की थी। पुलिस का कहना है कि रात करीब सवा नौ बजे करीब दोनों बहनें घर के बाहर खेल रही थीं, इसी दौरान अचानक लाइट गुल हो गई, किशोरी गायब हो गईं, यह देख परिजनों ने अनहोनी की आशंका पर उनको आसपास तलाश करना शुरू कर दिया। जानकारी पर स्थानीय विधायक डॉ। धर्मपाल सिंह भी मौके पर पहुंच गए। तीन दिन बाद दोनों बहनों को फिरोजाबाद रहने वाली उनकी बुआ के घर से बरामद कर लिया।
सीसीटीवी में नजर आईं बच्चियां
यमुनापार क्षेत्र से गायब बच्चियों को जब सीसीटीवी कैमरे में चेक किया गया तो पता चला कि बजरंग नगर से घर से निकली सात वर्षीय किशोरी एक दुकान से 250 रुपए के जूते खरीदे, उसके बाद वो कैंट स्टेशन से ग्वालियर की ओर जाने वाली ट्रैन में बैठ गई। इस बीच कोई भी बच्ची के साथ नहीं था। ट्रैन में अकेले देख सवारियों ने जीआरपी को सूचना दी, जहां से पुलिस ने किशोरी को कस्टडी में लिया। वहीं दोनों बच्चियों को ऑटो में बैठते देखा गया, फिरोजाबाद उनकी नानी के घर से बरामद किया।
आरबीएस कॉलेज की असिस्टेंड प्रोफेसर डॉ। पूनम तिवारी ने बताया कि पेरेंट्स की लगातार अनदेखी से बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन आ रहा है। लगातार मोबाइल फोन और सोशल मीडिया की लत से बच्चों और पेरेंट्स के बीच कम्यूनिकेशन गैप हो रहा है, इससे बच्चे भी अपने अकेले पन से बाहर आने के लिए मोबाइल फोन या फिर गैम को अपनी दुनिया मान लेते हैं, ऐसे में पेेरेंट्स की डांट और फटकार के बाद घर छोडऩे जैसी बातें मन में आती हैं। इससे बच्चे अधिक दबाव पडऩे पर घर को छोड़ते हैं।
तीन बच्चियों को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों को सौंपा गया है, रविवार को तीनों किशोरियां गायब हुई थीं। बजरंग नगर से गायब किशोरी को फिरोजाबाद से बरामद किया गया है, वहीं दोनों बहनों को ग्वालियर जाने वाली ट्रैन से बरामद कर परिजनों को सौंपा गया। तीन बच्चिां माता-पिता की डांट से नाराज होकर घर छोड़ा था।
- विनोद कुमार, थाना प्रभारी