बस के लिए भटकते रहे, प्राइवेट वाहनों की मनमानी, इलेक्ट्रिक बस के स्टाफ ने की हड़ताल
आगरा(ब्यूरो)। मंगलवार को नौ घंटे ई-बसों का संचालन बंद रहा। एमजी रोड, फतेहाबाद रोड, नेशनल हाईवे-19 सहित अन्य रूट पर हजारों यात्रियों को परेशानी हुई। वेतन न मिलने से नाराज चालकों ने फाउंड्री नगर डिपो में हंगामा कर गेट में ताला डाल दिया। एआरएम सरिका शर्मा की उपस्थिति में हुई बैठक में शाम तक वेतन का आश्वासन मिलने पर हड़ताल समाप्त की।
शुरू कर दी नारेबाजी
आगरा-मथुरा सिटी ट्रांसपोर्ट लिमिटेड द्वारा शहर में 100 ई-बसों का संचालन किया जा रहा है। इनकी निगरानी का जिम्मा परिवहन निगम के पास है, जबकि यह कार्य कॉम्पसी सिस्टम्स प्रालि कर रही है। प्रतिदिन 96 बसों का संचालन होता है। फाउंड्री नगर डिपो से प्रतिदिन सुबह पांच बजे बसों की निकासी शुरू हो जाती है। मंगलवार सुबह एक बस ईदगाह के लिए निकली फिर बड़ी संख्या में चालक पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी। चालकों ने ढाई माह से वेतन न मिलने का आरोप लगाया। चालक अमर ङ्क्षसह, बंटी प्रजापति, करन ने बताया कि मई 2022 में पहली बार ई-बस चालकों की भर्ती हुई थी।
भाकियू नेता भी पहुंचे
250 बस चालक हैं, लेकिन अगस्त 2022 से कंपनी ने भविष्य निधि की कटौती शुरू की है। हड़ताल से 95 बसों के पहिए रुक गए। चालकों के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन के सदस्य भी पहुंचे। चालकों ने गेट पर ताला बंद कर दिया और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) सारिका शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया। शाम तक वेतन मिलने की शर्त पर चालक काम पर वापस आए। एआरएम ने बताया कि चालकों ने हड़ताल को लेकर पहले से कोई नोटिस नहीं दिया था।
ई-बसों की हड़ताल होने से रिक्शा, ई-रिक्शा और ऑटो चालकों की लाटरी लग गई। चालकों ने पांच से 10 रुपए अतिरिक्त वसूले। लोगों को विवशता में सफर करना पड़ा। ई-बस के हड़ताल की जानकारी समय पर नहीं दी गई। आधा घंटे तक बस की प्रतीक्षा करते रहे। लेकिन बस नहीं मिली। बाद अन्य सवारी वाहनों का सहारा लिया। - मुकेश सिंह
बस नहीं मिलने पर अन्य सवारी वाहनों ने किराया बढ़ा दिया। मजबूरन उन्हीं से सफर करना पड़ा। इस तरह की परेशानी भविष्य नहीं होनी चाहिए।
- दीपक दक्ष अचानक ई-बस की हड़ताल से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पैदल भी चलना पड़ा। दोपहर बाद ही सड़क पर बसें दिखीं।
- नेहा
इलेक्ट्रिक बसों के संचालन में स्टाफ की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी के हवाले है। स्टाफ की सैलरी किसी कारण अकाउंट में नहीं पहुंच पाई थी। कंपनी ने मंगलवार को शाम कुछ सैलरी कर्मचारियों के अकाउंट में भेज दी। शेष सैलरी बुधवार को अकाउंट में भेज दी जाएगी। दोपहर एक बजे से बसा सेवा शुरू कर दी गई थी।
सारिका शर्मा, एआरएम