मौसम बदल रहा है. ऐसे में बच्चे भी तेजी से बीमार हो रहे हैैं. वे वायरल की चपेट में आ रहे हैैं. सरकारी और निजी क्लीनिक में ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ रही है. इस बदलते मौसम में बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है.


आगरा। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। अरुण जैन ने बताया कि बारिश के बाद बच्चों के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। इन दिनों बच्चों में वायरल, पीलिया और टायफाइड के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि इस वक्त बच्चों में तेज बुखार, नाक बहना, खांसी होना जैसे लक्षण सामने आ रहे हैैं। कुछ बच्चों में पेट दर्द की समस्या भी सामने आ रही है। एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। नीरज यादव ने बताया कि बदलते मौसम के कारण बच्चों में ऐसी समस्या हो जाती है। ऐसे में बच्चों का सबसे ज्यादा खाने-पीने का ध्यान रखा जाए। गंदा पानी पीने और नॉन हाईजीन खाना खाने से इन दिनों तबियत खराब होने की संभावना होती है। बच्चे स्कूल में या घर से बाहर गंदा पानी पी लेते हैैं या बाहर का जंक फूड खा लेते हैैं। ऐसे में वे बीमार हो जाते हैैं। उन्होंने बताया कि बच्चे जब स्कूल से आएं तो सीधे एसी में न जाएं, उन्हें शरीर को पूरा ढकने वाले कपड़े पहनाएं।

लगवा लें वैक्सीन
डॉ। अरुण जैन ने बताया कि पीलिया और टायफाइड से बचने के लिए वैक्सीनेशन कराना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस ए की वैक्सीन गवर्नमेंट के इम्युनाइजेशन प्रोग्राम में नहीं होती है। इसे निजी तौर पर भी लगवा सकते हैैं। इससे बच्चे को संक्रमण होने पर गंभीर होने की संभावना नहीं होती है।

यह आ रहे लक्षण
वायरल फीवर
तेज बुखार
नाक बहना
घबराहट होना
पेट दर्द होना
बॉडी में दर्द
भूख न लगना

यह करें
स्कूल से आएं तो सीधे एसी में न जाएं
स्वच्छ पानी पिलाएं, गंदा पानी न पीने दें
बाहर के खाने और जंक फूड न खाने दें, हाथों को साबुन-पानी से धोकर ही कुछ खाएं


मौसम के बदलने से बच्चों में वायरल फीवर और पीलिया-टायफाइड जैसी समस्या सामने आ रही है। ऐसे मरीजों की संख्या ओपीडी में बढ़ रही है।
- डॉ। अरुण जैन, अरुण चाइल्ड केयर

इस मौसम में बच्चों के खाने पीने का ध्यान रखें। उन्हें साफ पानी पिलाएं, अनहाईजीन फूड न खिलाएं। शरीर को पूरा ढकने वाले कपड़े पहनाएं।
- डॉ। नीरज यादव, बाल रोग विशेषज्ञ, एसएनएमसी

Posted By: Inextlive