आगरा. मौसम में बदलाव लोगों को परेशान कर रहा है. लोग वायरल फीवर से परेशान हैं. पिछले हफ्ते लगातार बारिश से मौसम सुहाना हुआ था. इसके बाद तेज धूप निकलने लगी. पिछले कुछ दिनों से दिन में तेज गर्मी पड़ रही हैं. वहीं शाम होते ही मौसम सुहाना हो जाता है. ह्यूमन बॉडी नेचर के इस बदलाव से अब परेशान होने लगी है. शहर से लेकर अंचल तक लोगों को बुखार की शिकायत हैं. हालांकि अधिकांश लोगों को वायरल के लक्षण हैं. जो कुछ समय के बाद ठीक भी हो रहे हैं. एसएन की ओपीडी में मंगलवार को तीन हजार से अधिक मरीज आए.

पैरासिटामोल से नहीं हो रहा कंट्रोल

शहर भर में वायरल फ्लू चल रहा है। लोगों को बुखार आने के बाद ये जकड़ रहा है। बुखार के 10 फीसदी मरीजों को टाइफाइड है। जिला अस्पताल फिजीशियन डॉ विनय गोयल के मुताबिक इस ऐसे मौसम में खानपान बेहद ही संतुलित होना चाहिए। वायरल फीवर दो से तीन दिन में ठीक हो जाता है। बुखार के अलावा मरीजों को बॉडी पेन की भी समस्या अधिक हो रही है। नार्मल फीवर पैरासिटामोल से ठीक हो जाता है, लेकिन हाइग्रेड फीवर जिसके लोग इस समय शिकार हो रहे हैं। पैरासिटामोल से भी कंट्रोल नहीं हो रहा है। मरीज डॉक्टर्स से सलाह के बाद एंटीबायटिक्स से ही ठीक हो पा रहे हैं।

ये हैं वायरल फीवर के लक्षण

-शरीर में दर्द
-भूख न लगना
-सिरदर्द होना
-बॉडी में वीकनेस महसूस होना
-डिहाइड्रेशन
-ठंड लगना
-बुखार ठीक न होना

ये बरतें सावधानी

- खट्टी और ठंडी सामग्री खाने से परहेज करें।
- गुनगुना पानी पिएं,
-इस मौसम में फ्रि ज का पानी बंद कर दें।
-खांसी-जुकाम के मरीजों के सीधे संपर्क से बचें।
- भोजन से पहले हाथों को साबुन से साफ रखें।
- ठेल-ढकेल और बाहर के भोजन से बचें।

-मंगलवार को भी लगभग तीन हजार से अधिक मरीज देखे गए। इनमें बुखार के मरीजों की संख्या अधिक है। हालांकि कुछ मरीज पुराने भी देखे गए हैं। मौसम में बदलाव से इस तरह के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
डॉ प्रशांत गुप्ता प्रिंसिपल एसएन मेडिकल कॉलेज

इस मौसम में खान पान महत्वपूर्ण होता है। लोग जितना संतुलित आहार लेंगे। उतना इस मौसम में ठीक रहता है। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी एंटीबायटिक दवा न लें जांच जरूर कराएं।
डॉ विनय गोयल फिजीशियन डिस्ट्रिक हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive