आईपीएल सट्टा कोडवर्ड मेें पंटर, चवन्नी और डिब्बा लेंग्वेज का इस्तेमाल कर पुलिस को गच्चा
एक सप्ताह में 32 अरेस्ट
पिछले एक सप्ताह में पुलिस 32 सट्टोरियों को अरेस्ट कर चुकी है, वहीं 21 लाख रुपए से अधिक रकम बरामद कर चुकी है। सट्टा लगाने वालों में कारोबारी के अलावा स्कूल-कॉलेज के छात्र भी शामिल हैं।
आईपीएल शुरू होने के साथ ही सट्टा बाजार भी गर्मा गया है। आगरा के कई इलाके कमला नगर, ट्रांसयमुना, सिकंदरा, जगदीशपुरा, फतेहाबाद, खेरागढ़़ में भी सटोरिए रोज करोड़ों रुपए का दांव लगा रहे हैं। शहर के कई प्रमुख स्थानों के अलावा होटल और रेस्टारेंट में भी सट्टेबाज एक्टिव हैं। न्यू आगरा और कैंट रेलवे स्टेशन रोड पर मशहूर चाय की दुकानें सटोरियों के प्रमुख अड्डे हैं। कमला नगर के एक फ्लैट में पुलिस ने कार्रवाई कर छह लोगों को अरेस्ट किया था, जिसमें उन्होंने सट्टे के लिए बीस हजार रुपए में फ्लैट किराए पर लिया था।
देर-रात तक चलता है सट्टेबाजों का गुणा-भाग
आईपीएल के मैच भले ही रात 11 बजे से पहले खत्म हो जाते हैं, लेकिन सट्टेबाजों का गुणा-गणित रात दो बजे तक जारी रहता है। चाय की चुस्कियां लेने के लिए पुलिस खुद ही इन दुकानों को रात दो बजे तक खुलवाती है। अब तो आईडी खोलकर आईपीएल पर सट्टा लग रहा है। हालही में पुलिस की एसओजी टीम ने इन्हीं दुकानों से सट्टे बाजों की रैकी की थी, इसके बाद एक के बाद एक कार्रवाई की जा रही है।
हर बुकी की अलग-अलग आईडी
पुलिस ने कानपुर के गोविंद नगर में कार्रवाई की, पूछताछ पर उनके तार आगरा के सट्टोरियों पाए गए, पिछले साल से अब तक सट्टेबाजों का दायरा बढ़ा है। अलीगढ़, एटा और कासगंज जैसे छोटे शहरों में बैठे बुकी प्यादों के जरिए वसूली करा रहे हैं। सट्टा लगाने वालों में स्कूल-कॉलेज के छात्र भी शामिल हैं। मोबाइल, लैपटॉप की मदद से इंटरनेट के जरिए आईपीएल पर सट्टा लगवाया जा रहा है। बुकी शहर में 50 तरह की आईडी खुलवा रहे हैं। हर आईडी की लिमिट भी तय होती है। कई वेबसाइट और एप आईडी खुलवाकर सट्टेबाजी करवा रहे हैं।
बुकी कोडवर्ड में खेलते हैं सट्टा
क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने के दौरान कोडवर्ड का इस्तेमाल किया जाता है। इस भाषा को सिर्फ सट्टा लगवाने वाले और लगाने वाले ही समझ पाते हैं। पुलिस के लिए ऐसे कोडवर्ड को तोडऩा काफी मुश्किल रहता है। सट्टा खेलने वाले को पटंर और खिलाने वाले को बुकी कहा जाता है। इसके अलावा मैंने चवन्नी खा ली है, डिब्बे की आवाज कितनी है, तेरे पास कितनी लाइन है, लाइन को लंबी पारी चाहिए आदि कोडवर्ड का इस्तेमाल किया जाता है। खिलाडिय़ों पर दांव लगाने के लिए सट्टेबाजों ने उनके नाम के हिसाब से अलग कोडवर्ड बना रखे हैं।
शहर में सट्टेबाजों का बड़ा नेटवर्क
सट्टेबाजों का बड़ा नेटवर्क है। चार वर्ष पहले तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक ने आगरा के सबसे बड़े बुकी श्याम बोहरा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उस पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। इसके बाद शहर के सभी सटोरियों की सूची बनाई गई थी। इसके बाद कई बार सटोरियों को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने को अभियान चलाए गए। मगर,कई बड़े बुकी अभी तक जेल नहीं गए। पुलिस का दबाव बढऩे पर ये स्थान बदल लेते हैं। कुछ दिन बाद पुलिस शांत हो जाती है। इसके बाद फिर ये शहर में आकर सट्टा कराते हैं।
वन वीक में पुलिस की आईपीएल पर अरेस्टिंग -पुलिस, एसओजी ने की सट्टोरियों की गिरफ्तारी
32
-सट्टेबाजों से बरामद की वन वीक में रकम
21,22030 -सट्टेबाजों से बरामदगी
2 कार -मोबाइल किए सट्टेबाजों से बरामद 71 मोबाइल -बरामद किए गए लैपटॉप
07
-सट्टोरियों से बरामद की अलईडी
01
आईपीएल सट्टेबाजों पर पुलिस पिछले एक सप्ताह में 32 लोगों को अरेस्ट कर चुकी है, उनसे 21 लाख रुपए से अधिक की रकम और 71 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी।
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, पुलिस कमिश्नर