मानकों के विपरीत निर्माण करने पर गुरुवार को आवास विकास टीम का डंडा चला. कमला नगर में तीन निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की गई. इस दौरान आवास विकास परिषद की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा. इसकी वजह से वहां ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं हो सकी.

आगरा(ब्यूरो)। परिषद के अधिकारियों का कहना है कि अवैध निर्माण करने वालों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। यदि उन्होंने अपने अवैध स्वयं नहीं तोड़े तो फिर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।

मानकों के विपरीत निर्माण
आवास विकास परिषद की टीम गुरुवार को अधिशासी अभियंता रजनीश कुशवाह के नेतृत्व में कमला नगर के ए ब्लॉक में एक निर्माण और ब्लॉक में दो निर्माणों को ध्वस्त करने गई थी। रजनीश कुशवाह के मुताबिक कमला नगर बी 513 में डॉ। प्रशांत गुप्ता की चौथी मंजिल पर अवैध निर्माण था। इसी तरह श्रीराम काम्पलेक्स बी 19 में भी निर्माण मानकों के विपरीत है। एक अन्य भवन के झज्जे बाहर निकले हुए हैं। इन भवनों को नोटिस जारी किया था लेकिन निर्माणकर्ताओं की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस पर गुरुवार को ध्वस्तीकरण करने को टीम पहुंची थी। टीम बड़ी संख्या में मजदूर थे और पुलिस दल शामिल था।

विरोध को देख ढीले पड़ गए तेवर
टीम को देखते ही क्षेत्र में लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। पार्षद पंकज अग्रवाल भी मौके पर पहुंच गए। उनकी आवास विकास की टीम के साथ काफी झड़प हुई। पंकज अग्रवाल का कहना था कि जब यह निर्माण हो रहे थे तब आवास विकास परिषद के अधिकारी कहां थे। पहले उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जिनकी आंखों के सामने निर्माण हुए। उन्होंने कहा कि जिस में कार्रवाई करना चाहते हैं। उस घर का मालिक नहीं है। काफी हंगामा हुआ। क्षेत्र की जनता भी परिषद के अधिकारियों के विरोध में आ गई। श्रीराम कांपलेक्स में दुकानदार सड़क पर आए। इससे अधिकारी सात दिन का वक्त देकर टीम वहां से लौट गई। कमला नगर बी 513 में रेलिंग का कुछ हिस्सा तोड़ा गया है।

अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करने की टीम गई थी। वहां लोगों ने विरोध शुरू कर दिया लेकिन बातचीत के बाद समस्या हल निकल आया है। लोग अपने अवैध निर्माणों को सात दिन में खुद हटाएंगे।
रजनीश कुशवाह, अधिशासी अभियंता, आवास विकास परिषद

Posted By: Inextlive