एमजी रोड पर अंडरग्राउंड मेट्रो पर केंद्रीय मंत्री ने मांगी रिपोर्ट
आगरा(ब्यूरो)। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप ङ्क्षसह पुरी ने अधिकारियों को सप्ताहभर के अंदर एमजी रोड पर अंडरग्राउंड मेट्रो के विषय में उत्तर प्रदेश शासन से रिपोर्ट मांगने के आदेश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश के अपर मुख्य सचिव नितिन रमेश गोकर्ण को मंत्रालय से बात करने के आदेश दिए हैं। उप्र मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की टीम एलिविटेड ट्रैक बनाने जा रही है। इसका विरोध किया जा रहा है।
न ही कोई फ्लाईओवर बन सकेगाबैठक में प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि शहर का हर निवासी दिन में एक बार एमजी रोड पर जरूर आता है। यदि इस पर एलिविटेड ट्रैक बन गया तो भविष्य में कभी भी न तो एलिवेटेड रोड बन सकेगी और न ही कोई फ्लाईओवर बन सकेगा। राज्यसभा सदस्य डॉ। अनिल जैन ने कहा कि अंडरग्राउंड ट्रैक बनने से शहर जाम वाले शहर के नाम से जाना जाएगा। आगरा डवलपमेंट फाउंडेशन के सचिव केसी जैन ने एमजी रोड की कम चौड़ाई के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि एमजी रोड की चौड़ाई सात से नौ मीटर ही है। एलिविटेड ट्रैक बनने से चौड़ाई प्रभावित होगी। एमजी रोड की भगवान टॉकीज से अवंती बाई चौराहे तक 5.8 मीटर किलोमीटर है।
दूसरे कॉरिडोर का काम अभी शुरू नहीं हुआ हैमंत्री ने पूछा कि राज्य व केंद्र सरकार का इस योजना में कितना-कितना अंशदान है.मेट्रो लाइन की निर्माण की वर्तमान स्थिति के बारे में पूछा तो उन्हें यह बताया गया कि आगरा कैंट से काङ्क्षलदी विहार तक बनने वाले दूसरे कॉरिडोर का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। एमजी रोड पर मेट्रो के सात स्टेशन बनने हैं। बैठक में शिशिर भगत, मुकेश जैन, सुनील अग्रवाल, दिनेश पचौरी, स्पर्श बंसल आदि सम्मिलित हुए।