पुलिस ने नौकरी के नाम फर्जी नियुक्ति पत्र देने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार कर लिया. जबकि उसका साथी फरार है. पकड़े गए युवक के पास से फर्जी विजिटिंग कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं. पीडि़त की शिकायत पर पुलिस काफी समय से इस मामले की जांच कर रही थी.


आगरा। नौकरी के नाम पर लोगों को गुमराह कर ठगी करने वाला इस्लामुद्दीन और मोहसिन दोनों बेरोजगार हैं। ताजगंज में रहने वाले रिजवान द्वारा वर्ष 2018 में शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के लिए 7 लाख रुपए लिए थे, लेकिन काफी समय तक कोई नौकरी शिक्षा विभाग में नहीं लगी। इस संबंध में इस्लामुद्दीन और मोहसीन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। वहीं पैसे वापस करने के लिए कई बार नोकझोंक हुई थी।

नौकरी का थमाया फर्जी नियुक्ति पत्र
पीडि़त ने इस संबंध में इस्लामुद्दीन और मोहसिन के खिलाफ पुलिस कंप्लेन करने की धमकी दी। इन दोनों शातिरों ने केवीआई सेंटर स्कूल कानपुर मेें कर्मचारी की नौकरी का नियुक्ति पत्र रिजवान को थमा दिया, जो पूरी तरह फर्जी था। पीडि़त जब नियुक्ति पत्र लेकर स्कूल के मैनेजर और प्रधानाध्यापक से मिला तो उन्होंने नियुक्ति पत्र को पूरी तरह फर्जी बताया। तब रिजवान को ठगी का अहसास हुआ।

तगादा करने पर दिया फर्जी चेक
पीडि़त को अपने साथ जब ठगी एहसास हुआ तो उसने तगादा करना शुरू कर दिया। इस पर दोनों शातिरों ने उसे फर्जी चेक दे दिया, जो बैंक द्वारा डिसऑनर कर दिया गया। दोनों व्यक्ति पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी देने लगे और कहा कि पुलिस में हमारी काफी पहचान है, झूठे केस में फंसाने की बात कही।

ताजगंज थाने मेें दी धोखाधड़ी की तहरीर
पीडि़त को जब लगा कि वह अपने पैसे वापस नहीं ले सकता तो उसने पुलिस की शरण में जाने का मन बना लिया। रिजवान आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। वहीं पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी। लंबे समय की जांच के बाद दोनों आरोपियों को पुलिस ने दस्तावेज के साथ गिरफ्तार करने के लिए दबिश शुरू कर दी।


शातिर इस तरह बनाते थे प्रभाव
दोनों बेरोजगार आरोपी लोगों पर अपना प्रभाव बनाने के लिए शहर के बड़े अधिकारियों के साथ फोटो लेकर संपर्क में आने वाले लोगों पर अपना प्रभाव जमाते थे। इसके बाद रोजगार देने के नाम पर लोगों से मोटी रकम को वसूलना शुरू कर दिया। इस दौरान कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया, जिसमें अधिकतर लोग दगादा करने के बाद पैसे नहीं मिलने पर शांत हो गए, उन्होंने आरोपियों की पहुंच के चलते पैसे मांगना बंद कर दिया।

अधिकारियों के साथ था उठना, बैठना
एम इस्लामुद्दीन पुत्र नसीरुद्दीन निवासी नगला मेवाती थाना ताजगंज में सोनी उस्मानी के मकान में किराए पर रहता था, वर्तमान में स्थाई पता आगरा कैंट थाना सदर बाजार, मूल निवास ग्राम पोस्ट गुसायारी थाना मोदहा जिला हमीरपुर है। ये लोग शहर के बड़े अधिकारियों से किसी न किसी बहाने से नजदीकी बना लेते थे, इसके बाद लोगों को गुमराह करने का काम करते थे।


आरोपियों से बरामदगी
-67 विजिटिंग कार्ड
-एक आईकार्ड पे्रस का
-6 फोटो, एक रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट


लोगों से ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, ये बेरोजगार लोगों से ठगी का कार्य करते थे, इस्लामुद्दीन के खिलाफ पुलिस को साक्ष्य मिले हैं, वहीं मोहसिन को लेकर अभी जांच चल रही है।
विकास कुमार, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive