बसई जगनेर क्षेत्र के कहरकी में बुधवार को शॉर्टसर्किट से छत पर बनी झोपड़ी में आग लग गई. इस आग में दो मासूम बच्चियों की मौत हो गई वहीं मां और अबोध भाई भी झुलस गया है. घायल मां व बच्चे को उपचार के लिये आगरा रेफर कर दिया है.

आगरा(ब्यूरो)। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे मां गीता रसोई के काम खत्म करने के बाद अपने खेती के काम जुट गईं। वहीं पिता भी तांतपुर से मिर्च का बीज खरीदने के लिए निकल गए थे। इस दौरान वीनेश (06), कनक (04) व चार महीने का अबोध आलोक घर के ऊपर बनी झोपड़ी में सो रहे थे। इसी दौरान विद्युत सप्लाई चालू थी, झोपड़ी में कूलर भी चल रहा था। ग्रामीणों के अनुसार दोपहर 12 बजे वीरेंद्र के घर से लपटें उठती नजर आईं। ग्रामीण घर की ओर दौड़ पड़े। वहीं पास में ही स्थित खेतों में काम कर रही गीता भी घर की ओर दौड़ पड़ी। च्च्चों को बचाने की दुहाई देते हुए रोने लगी, चीखने लगी। च्च्चे लपटों में घिर चुके थे। वीरेंद्र ङ्क्षसह की चाची संगीता ने बड़ी मशक्कत से अबोध च्च्चे को तो निकाल लिया लेकिन बच्च्चयों को नहीं बचा सकीं। आग से संगीता के हाथ भी जल गए हंै। बच्च्चयों को बचाने के प्रयास में गीता भी झुलस गई है ।

घटना के बाद मच गई चित्कार
भयाभह मंजर दो मासूमच्बच्चियों के जले हुए शव देखकर गांव में कोहराम मच गया। .सूचना पर पुलिस पहुंच गयी। दोनोंच्बच्चियों के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। मां को अबोच् बच्चे के साथ उपचार के लिये आगरा रेफर कर दिया है। इस दौरान एसीपी महेश कुमार, नायाब तहसीलदार विनोद कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। मुख्य अग्निशमन अधिकारी भी घटना स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहीं ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया घटना के बाद मौके पर पहुंची थाना बसई जगनेर पुलिस ने मृतकच्बच्चियों का पंचनामा भर शव पीएम के लिए आगरा भेजा है।

ग्रामीणों ने कहा कि बिजली विभाग है जिम्मेदार
ग्रामीणों का आरोप है कि आग लगने के बाद भी विद्युत आपूर्ति सुचारू थी, हम फोन करते रहे लेकिन विद्युत आपूर्ति बंद नहीं की गयी। ग्रामीणों ने घटना के लिए विद्युत विभाग को जिम्मेदार ठहराया है।

किरोड़ी की झोपड़ी भी आई चपेट में, ग्रामीणों ने वृद्ध महिला को बचाया
झोपड़ी में आग लगने के बांस चटक रहे थे, बांस चटक कर किरोड़ी की झोपड़ी पर जा गिरा और झोपड़ी में आग लग गई। ग्रामीणों की सजगता से झोपड़ी में सो रही वृद्ध महिला को जैसे-तैसे निकाला जा सका।

इनकी हुई मौत


बच्चियां वीनेश (5) कनक (3) की जलकर मौत हो गयी 5 माह का आलोक आग में झुलस गया। बही बचाने आयी मां गीता देवी भी झुलस गयीं।

मां को इलाज के लिए तांतपुर गए थे वीरेंद्र
झुलसी महिला गीता देवी ने बताया कि घटना के समय वह घर से कुछ दूर बने बाड़े में भैस को बंाधने गयीं थी। वहीं पति वीरेंद्र भी मां को उपचार के लिए तांतपुर स्थित निजी चिकित्सालय लेकर गये थे। ग्रामीणों की सूचना के बाद जब तक वह पहुंचे दोनच्ं बच्चियों की मौत हो चुकी थी। अचानक हुए हादसे से पति-पत्नी सदमे में है।

Posted By: Inextlive