बजट ने तोड़ी टूरिज्म कारोबारियों की उम्मीद
आगरा। सोमवार को पेश हुए यूपी बजट से भी ताजनगरी की टूरिज्म इंडस्ट्री को निराशा मिली। इससे पहले केंद्र के बजट में भी आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री खाली हाथ रही थी। व्यापारियों को प्रदेश सरकार से राहत देने की उम्मीद थी, लेकिन कोरोना के कारण वेंटिलेटर पर आ चुकी टूरिज्म इंडस्ट्री को बजट से राहत की ऑक्सीजन तक नहीं मिली।
आगरा की इकोनॉमी टूरिज्म पर आधारितआगरा में ताजमहल है। जिसे दुनियाभर के टूरिस्ट्स देखने आते हैं। टीटीजेड होने के कारण आगरा से कई उद्योगों को हटा दिया गया और नए उद्योग भी शुरू नहीं हो सके। इस कारण आगरा में मेजर इंडस्ट्री टूरिज्म ही है। इसी के इर्द-गिर्द आगरा की इकोनॉमी घूमती है, लेकिन कोरोनावायरस के कारण टूरिज्म इंडस्ट्री वेंटिलेटर पर आ गई। ताजमहल तो खुल गया, लेकिन आगरा के 80 परसेंट होटल अभी भी बंद पड़े हुए हैं। इसके साथ ही टूरिज्म से जुड़े अन्य सेक्टर्स भी ठप पड़े हुए हैं। आगरा में टूरिज्म इंडस्ट्री से लगभग पांच लाख लोगों को रोजगार मिलता है। इसमें गाइड, फोटोग्राफर्स, टैक्सी ड्राइवर्स, रेस्टोरेंट और होटल में काम करने वाले लोग है.ंडीक्राफ्ट का काम करने वाले लोग सहित कई सेक्टर्स शामिल हैं।
आगरा में आते हैं लाखों टूरिस्ट्सएक अनुमान के मुताबिक सालभर में तीन लाख से ज्यादा टूरिस्ट्स शिरकत करते हैं। लेकिन अब कोरोनावायरस के कहर के बाद पूरी दुनिया में कोई भी ट्रैवल करने से बच रहा है। ताजमहल खुलने के बाद भी फिलहाल देसी टूरिस्ट्स ही आगरा आ रहे हैं। टूरिस्ट वीजा पर रोक होने के चलते इंटरनेशनल टूरिस्ट्स फिलहाल इंडिया नहीं आ रहे हैं। इसलिए आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री को दोबारा से पटरी पर आने में वक्त लगेगा। ऐसे में 10 महीने से बंद पड़ी टूरिज्म इंडस्ट्री को राहत पैकेज की उम्मीद थी। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं मिला। व्यापारियों को टैक्स में छूट, राहत पैकेज, जीएसटी में कमी, इनकम टैक्स की डेट आगे बढ़ाना जैसे कदमों की आस थी। लेकिन ऐसा न होने से कारोबारियों को निराशा हुई है।
टूरिज्म इंडस्ट्री से कई सेक्टर्स को रोजगार आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री से कई छोटे-बड़े कारोबार जुड़ हुए हैं। होटल, रेस्टोरेंट्स, ट्रैवल एजेंसीज, फोटोग्राफर्स, टूर ऑपरेटर्स, हैंडीक्राफ्ट, गाइड्स ये सभी आगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े वे सेक्टर हैं, जिनसे हजारों लोगों को रोजगार मिलता है। अब जब तक हालात फिर से सामान्य नहीं हो जाते हैं, तब तक टूरिज्म से जुड़े ये सभी सेक्टर्स ठप ही रहेंगे।ये आगरा के लिए दुर्भाग्य की बात है कि आगरा यूपी का सबसे बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। लेकिन यूपी बजट में इंडस्ट्री की मुश्किल घड़ी में कुछ नहीं मिला है। कोरोना के चलते इंडस्ट्री प्रभावित हुई है। होटल्स के खर्चे बरकरार हैं, लेकिन कोई धंधा नहीं है। सरकार से बजट में टूरिज्म को कुछ नहीं मिला।
-राकेश चौहान, प्रेसिडेंट, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन टूरिज्म इंडस्ट्री को केंद्र के बजट में कुछ न मिलने के बाद यूपी बजट में कुछ राहत मिलने की उम्मीद थी। लेकिन, बजट में आगरा टूरिज्म का जिक्र नहीं हुआ। आगरा पूरे यूपी का पर्यटन का बड़ा केंद्र है, यहां पर देशी-विदेशी सैलानी आते हैं। कोरोना के कारण इंडस्ट्री की हालत खराब है। इसके लिए स्पेशल पैकेज की जरूरत थी। -संदीप अरोरा, प्रेसिडेंट, टूरिज्म डेवलपमेंट फाउंडेशन आगरा टूरिज्म बेस्ड सिटी है। यहां पर लगभग 40 परसेंट लोगों को टूरिज्म से रोजगार मिलता है। कोरोना के कारण इंडस्ट्री बिल्कुल बंद होने की कगार पर आ गई है। कई लोगों को बेरोजगार होना पड़ा है। यूपी बजट में आगरा के टूरिज्म के लिए विशेष पैकेज की उम्मीद थी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं मिला। -प्रहलाद अग्रवाल, प्रेसिडेंट टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन