Campaign: गंदे हैं टॉयलेट, हम नहीं कर सकते यूज, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के सर्वे में 48 परसेंट ने रखी राय
आगरा(ब्यूरो)। गूगल फॉर्म के जरिए कराए गए सर्वे में 610 लोगों ने पार्टिसिपेट किया। इसमें पब्लिक टॉयलेट से जुड़ी विभिन्न समस्याओं को लेकर लोगों की राय जानी गई। ऑनलाइन सर्वे में पार्टिसिपेट करते हुए 35 परसेंट लोगों का कहना था कि शहर में पर्याप्त संख्या में पब्लिक टॉयलेट नहीं है। 48 परसेंट लोगों का कहना था कि टॉयलेट इस कदर गंदे रहते हैं कि इनका इस्तेमाल भी नहीं किया जा सकता। 17 परसेंट लोगों का कहना था कि लोगों को आदत पड़ गई है।
ताजनगरी देश-विदेश में टूरिज्म सिटी के रूप में पहचान रखता है। शहर में रोज औसतन 30 हजार टूरिस्ट आते हैं। ऐसे में पब्लिक टॉयलेट की अव्यवस्थाओं के चलते उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ता है। शहर की छवि भी धूमिल होती है।
शहर में पब्लिक टॉयलेट की स्थिति के बारे में क्या कहेंगे आप?
1. खुले में टॉयलेट करने की क्या वजह मानते हैं आप?
- पब्लिक टॉयलेट नहीं हैं 35 परसेंट
- गंदे रहते हैं टॉयलेट 48 परसेंट
- लोगों को आदत पड़ गई है 17 परसेंट
2. शहर में पे एंड यूज टॉयलेट में व्यवस्थाओं से कितने संतुष्ट हैं आप?
- साफ-सफाई रहती है 27 परसेंट
- गंदगी रहती है 44 परसेंट
- कर्मचारी का व्यवहार ठीक नहीं 29 परसेंट
- लोगों से पूछकर ढूंढऩा पड़ता है 73 परसेंट
- आसानी से मिल जाते है 07 परसेंट
- शहर में पब्लिक टॉयलेट पर्याप्त संख्या में है 20 परसेंट 4. क्या शहर में बने पब्लिक टॉयलेट अच्छी कंडीशन में हैं.
- अच्छी स्थिति में है 39 परसेंट
- अधिकांश टूटे और जर्जर हैं 61 परसेंट 5. शहर में बने यूरिनल प्वॉइंट की सफाई व्यवस्था के बारे में क्या कहेंगे आप?
- अधिकतर यूरिनल गंदे पड़े रहते हैं 53 परसेंट
- यूरिनल प्वॉइंट साफ रहते हैं, लेकिन इनका यूज नहीं होता 17 परसेंट
- यूरिनल प्वॉइंट ढूंढऩा ही मुश्किल होता है 30 परसेंट
पब्लिक टॉयलेट की दुर्दशा हो रखी है। शहर में कोई भी टॉयलेट देख लीजिए गंदगी और बदबू का अंबार मिलेगा। इनका इस्तेमाल तो छोडि़ए इनके पास से भी नहीं गुजरा जा सकता।
नरेश
विहान टूरिज्म सिटी के रूप में पहचान रखे जाने वाले आगरा में पब्लिक टॉयलेट हाल बेहाल है। कुछ स्थानों पर पे एंड यूज टॉयलेट को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर में गंदगी और बदबू रहती है।
रामतेज जगह-जगह लोग सड़क किनारे खुले में लोग टॉयलेट करते हुए मिलते हैं। चाहे एमजी रोड हो या फिर कोई अन्य मार्ग, लोग खुले में टॉयलेट करते हुए लोग मिल जाएंगे। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
भुवन