अभी तक वेस्ट जोन में पूरा नहीं हो सका सीवर लाइन बिछाने का काम
आगरा। अमृत योजना के तहत मनीषा प्रोजेक्ट प्रा। लि। द्वारा वेस्ट जोन में सीवर लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट टीम गुरुवार को द्वारा मौके का जायजा लिया। इस दौरान रोड पर मिट्टी के पहाड़ नजर आए। न ही कोई बेरीकेडिंग नजर आई। सुरक्षा इंतजाम भी नजरदांज दिखे। एक राहगीर ने बताया कि वे यहां होकर ही गुजरते हैं। कई दिनों से काम बंद पड़ा है। धूल उडऩे से परेशानी हो रही है।
तीन वर्ष में चले तीन कदम
वेस्ट जोन मेें सीवर लाइन बिछाने का काम तीन वर्षों से चल रहा है। तीन वर्ष में 150 किमी। लाइन बिछाने का दावा यमुना एक्शन प्लान के अधिकारियों का है। अमृत योजना के तहत 394.78 करोड़ की लागत से 251 किमी। लंबी लाइन बिछाई जानी थी। इसमें अभी तक 150 किमी। सीवर लाइन ही बिछाई जा सकी है। इस बारे में यमुना एक्शन प्लान के जीएम आरके पंकज ने बताया कि अभी 60 किमी। सीवर लाइन बिछाया जाना शेष है। इस योजना में 33.33 प्रतिशत केन्द्र सरकार, 26.67 प्रतिशत राज्य सरकार और 30 प्रतिशत स्थानीय स्तर पर खर्च करना है।
शहर में आठ सीवेज जोन में मात्र 582 किमी। का जाल
शहर में सीवेज व्यवस्था के प्रबंधन के लिए आठ जोन में 582 किमी। का जाल बिछाया गया है। शहर की आबादी के हिसाब से ये नेटवर्क पर्याप्त नहीं हैं। ये नेटवर्क 90 वार्डों को ध्यान में रखते हुए बिछाया गया। अब 10 वार्डों का इजाफा हो चुका है। 582 किमी। का जाल भी कई स्थानों पर जर्जर हो चुका है। बता दें कि शहर में मौजूदा समय में 286 एमएलडी वेस्ट वाटर उत्पन्न हो रहा है। उसे भी एसटीपी ठीक से शोधन नहीं कर पा रहे है। इनकी क्षमता 220.75 एमएलडी शोधन क्षमता है। ये मौजूदा समय में 143.50 एमएलडी वेस्ट वाटर का शोधन कर पा रहे हैं।
8 नए सीवेज पंप
पुराने पंपिंग स्टेशनों का जीर्णेद्धार
पुराने एसटीपी का उच्चीकरण
17.61 किमी। की राइजिंग मेन
एसटीपी का डी सेन्ट्रललाइज्ड एसटीपी का निर्माण
नए नल टेपिंग करना
पुराने नल टेपिंग करना
अभी तक न तो सड़क बनी है। न ही उनके गड्ढे भी नहीं भरे जा सके हैं। ऐसे में नई सड़कों को खोदकर आम जनता को सुविधा के बजाय दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पंकज पांडे
एक ओर सड़कों की पैचिंग का काम किया जा रहा है। दूसरी ओर सड़कों को खोदा जा रहा है। दिक्कत इस बात की है कि खोदने के बाद उनको जैसा का तैसा छोड़ दिया जाता है।
विनय मित्तल