ईमानदारी का पढ़ा रहे पाठ, खुद हैं करप्ट
साहब से बात हो गई है मिल जाएगी नौकरी
शास्त्रीपुरम के रहने वाले अश्विन कुमार के पिता टीचर थे। उनकी मौत हो गई थी। चार साल बाद अश्विन ने शिक्षा विभाग में मृतक आश्रित कोटे में नौकरी के लिए आवेदन किया था। काफी प्रयास के बाद भी उसकी नौकरी नहीं लग पा रही थी। कुछ समय पहले वो डीआईओएस कार्यालय गया था, तब वहां बाबू राम प्रकाश के संपर्क में आया। आरोप है कि राम प्रकाश ने कहा कि साहब से बात हो गई है, नौकरी लग जाएगी। उसके लिए पांच लाख रुपए देने होंगे।
आरोपी को किया रंगे हाथों अरेस्ट
आरोपी ने बृहस्पतिवार को पीडि़त को रकम लेने के लिए लॉयर्स कॉलोनी बुलाया था। इस दौरान भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने घेराबंदी कर ली। आरोपी को रिश्वत लेते ही गिरफ्तार कर लिया। इस मामले मेें थाना सिकंदरा में मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस पकड़े गए बाबू से पूछताछ कर रही है।
एक साल बाद था रिटायरमेंट
पकड़े गए बाबू राम प्रकाश का एक साल बाद रिटायरमेंट होना था। पीडि़त ने बताया कि बाबू ने उसे शास्त्रीपुरम स्थित अपने घर पर रिश्वत के साथ घर पर बुलाया था, ऐसे मेें पीडि़त ने इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन की टीम से की। पूरे प्रोसेस के बाद आरोपी को उसके घर से अरेस्ट कर लिया गया।
आगरा कमिश्नरेट में पिछले सात साल में 25 से अधिक रिश्वत के मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से सबसे अधिक मामले शिक्षा विभाग के हैं, रिश्वत लेने में शिक्षा विभाग के बाबू और अधिकारियों की संख्या सबसे अधिक है। अब तक विजिलेंस ने 17 बाबू, टीचर और अधिकारियों को अरेस्ट किया है। इनके लिए मांगते हैं रिश्वत
बाबू ने मृतक आश्रित कोटे में नौकरी लगवाने के नाम पर, पेंशन, एरियर, ग्रेच्युटी, मानदेह भुगतान के नाम पर रिश्वत मांगी जाती है। कंप्लेन को संज्ञान में आने के बाद विजिलेंस की टीम द्वारा इन मामलों पर एक्शन लिया गया।
पिछले पांच साल में रिश्वत के केस
1-राकेश चंद मौर्य - वित्त एवं लेखाधिकारी - वर्ष - 2014
2-आरएस प्रजापति - लिपिक- पेंशन निदेशालय-आगरा, वर्ष - 2015
3-उत्तम सिंह- फतेहाबाद, वर्ष-2016
4-भूप सिंह मौर्य- फतेहाबाद, वर्ष- 2016
5-पूनम चौधरी - शमसाबाद, वर्ष-2017
6-कन्हैयालाल सारस्वत- वित्त एवं लेखाधिकारी, वर्ष- 2017
7-सोवरन सिंह - वेतन बिल लिपिक (शिक्षक), विकास खण्ड- शमसाबाद, वर्ष- 2018
8-देव प्रकाश - वेतन बिल लिपिक (शिक्षक), विकास खण्ड- शमसाबाद, वर्ष - 2019
9-प्रबल दुबे - वेतन बिल लिपिक - विकास खण्ड - अछनेरा, वर्ष - 2019
10-हरिओम दुबे - विकास खण्ड - बरौली अहीर, वर्ष - 2019
11-राहुल गुप्ता - वेतन बिल लिपिक- विकास खण्ड - फतेहाबाद, वर्ष - 2020
12-जितेंद्र कुमार शर्मा- विकास खण्ड - बरौली अहीर, वर्ष- 2021
13-बृजराज सिंह - शमसाबाद , वर्ष - 2021
14-भैरवनाथ शर्मा शिक्षक शमशाबाद वर्ष-2022
15-डौकी क्षेत्र के पलिया में रिश्वत लेते बाबू अरेस्ट-2022
16-बरौली अहीर, रिश्वत लेते बीईओ अरेस्ट-2023
17-बाबू, रामप्रकाश, कार्यालय डीआईओएस, 2024
रिश्वत मांगे तो यहां करें कंप्लेन
विजिलेंस अफसरों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में सहयोग की अपील की है। टीम ने कहा है कि सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगता है तो उसके खिलाफ कंप्लेन दर्ज कराएं। पीडि़त व्यक्ति की ओर से 9454404859, 9454401866 पर शिकायत दर्ज करा सकती है।
एंटी करप्शन की टीम ने एजुकेशन डिपार्टमेंट के आरोपी को रिश्वत के साथ अरेस्ट किया है, थाना सिकंदरा में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पकड़े गए बाबू से पूछताछ की जा रही है।
अदित्य, एसीपी हरीपर्वत
रिश्वत को रोकने के लिए सरकार को ठोस प्रयास करने चाहिए, जिससे इस तरह के मामलों पर पूरी तरह से अंकुश लग सके।
हेमंत भारद्वाज, एडवोकेट
सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है, ऐसे में रिश्वत के आरोपियों पर सख्त कार्यवाई होनी चाहिए। जिससे दूसरे कर्मचारी सबक ले सकें।
एकता जैन, समाजसेवी
एक नजर
सात साल में करप्शन के मामले
25 -एजुकेशन डिपार्टमेंट के मामले
17 -अन्य डिपार्टमेंट के शेष मामले
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