खेरिया हवाई अड्डा से वीआईपी रोड को जोडऩे वाले रेल ओवर ब्रिज आरओबी हैवी ट्रैफिक के लिए अनफिट है. ब्रिज में जंग भी लगने लगी है. रेलवे अधिकारी खुद इसकी तस्दीक करते हैं. ब्रिज की खस्ताहाल स्थिति देखने में भी पता लगती है. सेतु कई जगह से क्षतिग्रस्त नजर आता है. वाहनों के आवागमन पर खतरा मंडरा रहा है. बावजूद इसके यहां गंभीर हादसे की कोई संभावना नहीं है.

आगरा(ब्यूरो)। डॉ। देवाशीष भट्टाचार्य ने हाल ही में ईदगाह आरओबी की जर्जर स्थिति को लेकर एक आरटीआई फाइल की। जिसके जवाब में रेलवे की ओर से बताया गया कि पुल को 1970 की शुरूआत में बनाया गया। अब स्टील के गर्डर, स्ट्रिंगर, बॉटम कॉर्ड, बॉटम क्रॉस बे्रेसिंग, बियरिंग में जंग लगना शुरू हो गया है। आरओबी को वर्ष 2019 में रेलवे और यूपी प्रशासन की ओर से हैवी रोड ट्रैफिक के लिए अनफिट घोषित किया गया था। हैवी ट्रैफिक की मूवमेंट पर रोक के लिए हाईट गेज भी लगाया गया। ब्रिज की मरम्मत के लिए रेलवे की ओर से कवायद शुरू कर दी गई है। जिसमें कंक्रीट स्लैब, गर्डर, बियरिंग को बदला जाएगा। मौजूदा समय में गंभीर हादसे की ब्रिज पर कोई संभावना नहीं है।


इन्हें बदला जाएगा
- गर्डर
- कंक्रीट स्लैब
- बियरिंग

ब्रिज से गुजरेंगे विदेशी मेहमान
खेरिया और ईदगाह क्षेत्र के बीच स्थित इस आरओबी से ही वीवीआईपी गुजरते रहे हैं। इसी माह से भारत ने जी-20 देशों के अध्यक्षता का पदभार संभाला है। इन देशों के प्रतिनिधियों का आगरा आना-जाना बना रहेगा। फरवरी 2023 में जी-20 की बैठक भी आगरा में प्रस्तावित है। इसके लिए एडवांस टीम के सदस्य इसी माह आगरा आ सकते हैं। इसी पुल से प्रतिनिधिमंडल गुजरेगा।


सर्वे में भी खुली थी पोल
गुजरात के मोरबी में हुए हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर में सभी स्तर के सेतु की स्थिति आकलन के निर्देश दिए थे। तब ईदगाह-खेरिया आरओबी में मरम्मत की जरूरत बताई गई थी। सर्वे में स्पष्ट किया है कि यह आरओबी भारी वाहनों के लिए उपयुक्त नहीं है। आरओबी की मरम्मत के लिए दो करोड़ का बजट मांगा गया था।

यह है बियङ्क्षरग की जानकारी
- 36 बियङ्क्षरग लगी हैं आरओबी में
- 55 किलोग्राम वजन होता है एक बियङ्क्षरग का
- 10 साल तक सक्रिय रहती है एक बियङ्क्षरग
- 06 बियङ्क्षरग होती है एक स्पान में
- 20 करोड़ में चार दशक पूर्व बना था आरओबी

ये भी विशेष
- आरओबी में बियङ्क्षरग खराब हो जाती है तो ज्वाइंट सस्पेंशन गैप बढऩे लगता है। कंक्रीट में भी क्रैक आने लगता है। इससे पुल की मजबूती प्रभावित होने लगती है।
- एक स्पान की सभी बियङ्क्षरग एक साथ ही बदली जाती है।


ये सवाल पूछे गए

- ईदगाह-अर्जुन नगर खेरिया रेलवे ओवर ब्रिज की जर्जर स्थिति की जानकारी दें?
- पुल के निर्माण का समय और उसकी अवधि और जीवन की जानकारी दें
- ईदगाह पुल पर मरम्मत की व्यवस्था की जानकारी दें?
- कृपया स्पष्ट करें कि क्या पुल के जर्जर होने की स्थिति में कोई गंभीर दुर्घटना होने की सम्भावना है? यदि कोई संभावना हो तो इससे बचने के उपायों की जानकारी दें।

ब्रिज में जंग लगी है। कई जगह से क्षतिग्रस्त भी है। बियरिंग और स्लैब बदले जाने हैं। ऐसे में ये ब्रिज ट्रैफिक के लिए किस तरह सेफ साबित हो सकता है।
डॉ। देवाशीष भट््टाचार्य

Posted By: Inextlive