मलपुरा थाना क्षेत्र के कागारौल में मंगलवार को स्कूल की बस पलटने से बड़ा हादसा टल गया. घटना से गाजियाबाद में स्कूल बस में सवार दस साल के बच्चे की मौत के मामले को ताजा कर दिया है. इसके बाद सतर्कता बरतने के बाद भी रूल्स की अनदेखी की जा रही है. अगर समय रहते संबंधित विभाग ने ध्यान नहीं दिया तो बड़ा हादसा हो सकता है.

आगरा। शहर के स्कूलों में 430 स्कूल बसें दौड़ रहीं हैं, इसमें कुछ स्कूल संचालक सभी रूल्स को फॉलो कर रहे हैं, जबकि अन्य बस अनफिट हैं, आरटीओ अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में सभी स्कूल संचालक जहां बसें हैं, उनको मानक परे करने के लिए नोटिस भेजा गया था, अगर इसके बाद भी कोई बस चालक रूल्स की अनदेखी करता है तो नियमानुसार काईवाई की जाती है।

शहर के बॉर्डर पर स्कूल बसों की डग्गेमारी
शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों द्वारा नियमों का पालन करते हुए बसों की फिटनेस पर जोर दिया जा रहा है। इस संबंध में अप्सा अध्यक्ष द्वारा एसोसिएशन के सभी स्कूल प्रबंधकों को बसों के मानक पूरे करने को पत्र लिखा था, वहीं शहर से सटे बॉर्डर के स्कूलों में नियमोंं का ताक पर रखकर स्कूल बस ड्राइवर रूल्स की अनदेखी करते देखे जा सकते हैं।


स्कूल बसों के लिए ये हैं निर्देश
- बस 15 वर्ष से अधिक पुरानी न हो
- बस में बच्चों की सूची, जन्म, पता व ब्लड ग्रुप लिखा हो
-खिड़कियों पर रॉड होनी चाहिए।
-बस का रूट चार्ट लिखा जाए।
-बस में एक पुरुष और महिला सहायक तैनात हो।
-चालक व सहायक ड्रेस में हो।
-बस का रंग गोल्डन यलो विथ ब्राउन हो
-अग्निशमन यंत्र बॉक्स हो
-बस पर ऑन ड्यूटी लिखा होना चाहिए
- बस के पीछे प्रबंधक व प्रधानाचार्य का नंबर होना चाहिए।

पेरेंटस रखें इन बातों का ध्यान
स्कूल बस में अपने बच्चों को चढ़ाते समय पेरेंट्स को भी कुछ अहम बातों का ध्यान रखना चाहिए।
-बस खड़ी होने पर ही बच्चों को चढ़ाएं। इसके अलावा बस ड्राइवर की हरकतों पर नजर रखें।

-सबसे अहम बात यह है कि इस बात का ध्यान रखें कि कहीं ड्राइवर नशे में तो नहीं है।

-बस में हेल्पर के साथ स्कूल की ओर से एक जिम्मेदार शख्स की तैनाती करनी होती है।

-जिसकी बच्चों को बस में चढ़ाते और उतारते समय अहम जिम्मेदारी होती है। अगर यह जिम्मेदार बस में नहीं है तो पैरेंट्स को इसकी तत्काल शिकायत स्कूल प्रबंधन से करनी चाहिए।

-इसके अलावा पैरेंट्स को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि बस के अंदर बच्चों को बैठने की जगह मिलती हैं या नहीं।
-बस में सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है या नहीं।


आगरा में स्कूल बस
438
स्कूल वेन की संख्या
2361


स्कूल बस संचालकों को नोटिस के जरिए बताया गया था, अगर, इसके बाद भी रूल्स की अनेदखी की जाती है। चालान किए जाते हैं और जुर्माना भी लगाया जाता है। हाल ही में स्कूलों पर कार्रवाई को लेकर अभियान चलाया गया था।
- केडी सिंह, आरटीओ


स्कूल बस के बड़े हादसे
18 अप्रैल
- रोहता नहर के पास डंपर टकराने बस क्षतिग्रस्त, बस में सवार बच्चे घायल, अधूरे मानकों के साथ चल रही थी बस

11 दिसंबर
-भदरौली रोड पुलिया पर स्कूल बस की स्टेयरिंग फेल होने से बस खाई में पलटी, बस में 25 बच्चे हुए थे घायल

21 अगस्त
-ओवरटेक करने के चक्कर मेें स्कूली बस पलटी, आठ बच्चे घायल, तीन की हालत हुई थी नाजुक

Posted By: Inextlive