खेरिया मोड़ से ईदगाह चौराहा का सफर होगा मुश्किल
भारी वाहनों के लिए बना खतरा
खेरिया-ईदगाह रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) भारी वाहनों के लिए खतरा बन गया है। इसकी मरम्मत होनी है। इसके लिए शासन से 2.70 करोड़ का बजट स्वीकृत हो गया है। 1.35 करोड़ रुपए रिलीज हो चुके हैं। पुल के नीचे मरम्मत के कार्य चल रहे हैं। मुख्य मरम्मत कार्य शुरू होने से पहले आवागमन बंद करना पड़ेगा। इसके लिए 16 मई की रात तय की गई है। इस आरओबी के बंद हो जाने से आवागमन के लिए बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।
यही है एकमात्र वैकल्पिक मार्ग
इस आरओबी पर खेरिया मोड़ से ईदगाह बस स्टैंड चौराहा और वापसी के लिए वाहन चलते हैं। आरओबी बंद हो जाने के बाद एकमात्र मार्ग खेरिया मोड़ से अर्जुन नगर, बारहखंबा, नगला छऊआ होते हुए ही मार्ग है। इसी तरह वापसी के लिए यही रूट है। इस रूट पर सबसे बड़ी समस्या रुई की मंडी रेलवे फाटक बन सकता है। आम दिनों में ये रेलवे फाटक बंद रहता है और तब यातायात सामान्य होने में घंटों लग जाते हैं। इस फाटक से अर्जुन नगर की ओर चलने पर एक और रेलवे क्राङ्क्षसग है। ये भी ट्रेन गुजरने से दिन में कई बार बंद हो जाता है। यहां भी जाम लग जाता है। आरओबी बंद रहने के दौरान कोई वीआईपी आता है तो उन्हें शहर की ओर लाने के लिए ये रूट सुविधाजनक नहीं रहेगा।
खेरिया-ईदगाह आरओबी की मरम्मत की जानी है। इसके लिए ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाना है। लगभग एक माह तक बंद रहेगा। मतगणना के बाद 16 मई की रात से ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा। वैकल्पिक मार्ग पर विचार हो रहा है।
पीके शरद, अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड