शहर को अपने वीर का इंतजार
हर कोई नमन करने उमड़ पड़ा
शहर के पॉश एरिया ताजनगरी फेज-1 स्थित प्रतीक एंक्लेव में गुरुवार की सुबह बेचैन करने वाली थी। लोगों की भीड़ थी, लेकिन माहौल में खामोशी थी। करूण क्रंदन और आंसुओं की बारिश सन्नाटा चीरती, फिर चेहरों पर उदासी छा जाती। जिसको भी शहर के लाल कैप्टन शुभम गुप्ता की शहादत की सूचना मिली, वह खुद को नहीं रोक सका। हर कोई देश की रक्षा करते हुए अपनी जान देने वाले रणबांकुरे हीरो को श्रद्धांजलि देने के साथ ऐसे वीर सपूत के परिवार को नमन करना चाहता था।
आज आ सकता है पार्थिव शरीर
बुधवार शाम से ही शहीद के घर ताजनगरी फेज-1, प्रतीक एंक्लेव स्थित उनके आवास पर लोगों का पहुंचना शुरू हो गया। परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
उम्मीद थी कि देश की रक्षा में बलिदान देने वाले लाल का पार्थिव शरीर गुरुवार को शहर आ सकता है। ऐसे में सुबह से ही शहीद के घर पर लोगों की भीड़ पहुंचना शुरू हो गई। मंत्री से लेकर जनप्रतिनिधि, अफसर से लेकर आमजन तक हर कोई अपने हीरो को श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहता था। लेकिन, उनका ये इंतजार लंबा खिंच गया। किसी कारणवश शहीद का पार्थिव शरीर आगरा नहीं लाया जा सका। अब शुक्रवार को पार्थिक शरीर को शहर लाया जाएगा।
शुभम के शहीद होने की खबर मिलने के बाद आगरा के सांसद प्रो। एसपी सिंह बघेल, फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, एमएलसी विजय शिवहरे, कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, मंत्री धर्मवीर प्रजापति समेत संस्थाओं से जुड़े लोग बसंत गुप्ता के घर ढांढस बंधाने के लिए पहुंचे। --------------------
----------------------------------------------- 'डिफरेंट विद अदर्सÓ - पिता बोले हमेशा दूसरो से अलग करने की बात कहते थे शुभम
आगरा। बेटे के जाने का दुख है, पर उसकी शहादत पर गर्व है। वह हमेशा कहता था कि 'डिफरेंट विद अदर्सÓ कुछ अलग करना है। इसलिए उसने आर्मी को चुना। सिग्नल कोर में ज्वॉइन करने के बाद भी देश रक्षा के जज्बे को पूरा करने के लिए पैरा ज्वॉइन की। बेटा अपने बलिदान से मुझे बहुत बड़ा बना गया। ये लफ्ज गुरुवार को उस पिता के थे, जिनके बेटे की शहादत को 24 घंटे भी नहीं बीते। बेटे की बात करते हुए पिता बसंत कुमार गुप्ता फफक पड़ते, लेकिन उनकी आंखों से निकल रहे आंसु बेटे के शौर्य की बानगी कह रहे थे। देश की रक्षा में अपने जीवन की आहुति देने वाले बेटे पर सिर्फ पिता ही नहीं, बल्कि उनके निवास पर बैठे हर किसी को गर्व महसूस हो रहा था।
फस्र्ट अटेम्पट में सिलेक्शनकैप्टन शुभम गुप्ता आगरा में डीजीसी क्राइम बसंत कुमार गुप्ता के बड़े पुत्र हैं। पिता बसंत कुमार गुप्ता ने बताया कि शाम चार बजे कॉल आया था, जिसमें बताया गया कि बेटा घायल हो गया है। उसे आईसीयू में एडमिट कराया गया है। कुछ घंटे बाद ही रात आठ बजे करीब कॉल कर बताया गया कि बेटा शहीद हो गया है। शुभम हमेशा दूसरों से अगल करते थे। पिता शहर के फेमस वकील होने के बाद भी उन्होंने देश सेवा के लिए आर्मी ज्वॉइन करने का निर्णय लिया। परिवार के लोगों ने बताया कि शुभम काफी होनहार थे। 10वीं की परीक्षा पास करते ही सेना में भर्ती की तैयारी में लग गए थे। अपने स्कूल में टॉपर रहे थे। यही वजह थी कि पहले ही प्रयास में उनका आर्मी में सिलेक्शन हो गया।
ऊधमपुर में मिली पहली पोस्टिंग
सेना की सेवा में जाने की चाहत लिए शुभम ने सेंट जॉर्जेस इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की और उसके बाद राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और फिर देहरादून की इंडियन मिलिट्री एकेडमी में वर्ष 2015 में प्रवेश लिया था। साल 2018 में उन्हें सेना में कमीशन मिला। बेहद जांबाज और निडर शुभम ने स्पेशल फोर्सेज की कठिन ट्रेनिंग की और सेना में कई ऑपरेशनों को अंजाम दिया। उनकी पहली पोस्टिंग ऊधमपुर में थी।
शहीद के भाई नितिन गुप्ता ने बताया कि भाई शुभम ने 9 अक्टूबर 2022 को अपना 26वां जन्मदिन छुट्टी पर घर आकर मनाया था। इस दौरान परिवार के सभी लोग आए थे। शुभम काफी खुश थे। इस बार जन्मदिन पर वो नहीं आ सके। उन्हें सभी ने फोन पर ही बधाई दी थी। वह जल्द ही छुट्टी पर आने की कह रहे थे। इससे पहले ही उनके शहीद होने की खबर आई। ताऊ से मिली प्रेरणा
भाई नितिन ने बताया कि ताऊ तोताराम गुप्ता सेना की मेडिकल कोर में तैनात थे। उनकी मृत्यु हो चुकी है। ताऊ से प्रेरणा लेकर शुभम सेना में भर्ती हुए थे। नितिन के पिता केके गुप्ता सीओडी से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनका परिवार चाचा बसंत गुप्ता के साथ ही रहता है। वहीं चाचा माता प्रसाद गुप्ता यूपी पुलिस में निरीक्षक हैं। वह गाजियाबाद में तैनात हैं। उनके अलावा सबसे छोटे चाचा दिलीप गुप्ता भी सीओडी मेंं हैं। केके गुप्ता और बसंत गुप्ता का परिवार एक साथ ही रहता है।
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संवार दो रास्ता, 'लालÓ को अंतिम सफर पर न हो परेशानी
- अंत्येष्टि की तैयारियों में जुटा रहा सरकारी अमला- सड़कों को भरे जा रहे गड्ढे, पेड़ों की हो रही छंटाई
आगरा। देश की सुरक्षा में प्राण न्यौछावर करने वाले शहीद के अंतिम सफर को लेकर गुरुवार को प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुटा रहा। सुबह आला अधिकारी शहीद के घर पहुंचे। परिवारीजनों को सांत्वना दी। दिनभर सेना के अधिकारी भी शहीद के घर पर मौजूद रहे। सड़क पर दूर करो गड्ढे
प्रतीक एंक्लेव की ओर जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे थे। कॉलोनी के एंट्री गेट पर ही मार्ग खस्ताहाल था। ऐसे में गुरुवार को टीम सड़क की मरम्मत में जुटी रही। कॉलोनी के एंट्री गेट पर डामर रोड का निर्माण करने के साथ ही ताजनगरी में रूट पर पडऩे वाले अन्य गड्ढों को भरने में भी टीम जुटी रही। ये गड्ढे पिछले काफी समय से राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बने हुए थे। बिजली खंभों को किया जा रहा दुरुस्त क्षेत्र में बिजली खंभों को दुरुस्त किया जा रहा है। टोरेंट की टीम क्षेत्र में विभिन्न खंभों पर तारों को ठीक करती रही। इसके साथ नगर निगम की टीम भी स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करने में लगी हुई हैं। दिन में स्ट्रीट लाइट को ऑन कर चेक भी किया जा रहा है। पेड़ों की हो रही छंटाई
शहीद के पार्थिक शरीर के अंतिम सफर में किसी तरह का तार और पेड़ों की टहनियां खलल न डालें, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। नगर निगम की टीम की ओर से पेड़ों की छंटाई कराई जा रही है। इसके लिए निगम की ओर से कई टीमें लगाई गई हैं। सफाई व्यवस्था में जुटे रहे कर्मचारी
क्षेत्र में साफ-सफाई को लेकर भी नगर निगम की टीम मुस्तैद रही। गुरुवार दोपहर में भी क्षेत्र में कर्मचारी साफ-सफाई में लगे थे। क्योंकि शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए वीआईपी का आना जारी था।
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सोशल मीडिया पर उमड़ा भावनाओं का सैलाब
आगरा। शहीद को नमन करने के लिए सोशल मीडिया पर भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। हर कोई अपने शब्दों में शहीद को श्रद्धांजलि दे रहा था। जनप्रतिनिधियों के साथ आमजन भी सोशल मीडिया पर कैप्टन शुभम गुप्ता को श्रद्धांजलि देते हुए पोस्ट डाल रहे थे। ------------- -------------- जम्मू-कश्मीर के राजौरी के कालाकोट इलाके में हुई गोलाबारी में आगरा के सुपुत्र वीर जवान शुभम गुप्ता की शहादत की खबर से स्तब्ध हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
प्रो। एसपी सिंह बघेल, केंद्रीय राज्यमंत्री
कैप्टन शुभम गुप्ता का शहीद होना बेहद दुखद घटना है। दुख की इस अपार घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। उनका अल्पायु में चला जाना हमारे लिए व्यक्तिगत क्षति है।
बेबी रानी मौर्य, कैबिनेट मंत्री देश के महान सपूत और आगरा के लाल शुभम गुप्ता कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए। ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिवार को धैर्य प्रदान करे।
योगेंद्र उपाध्याय, कैबिनेट मंत्री