सब्जियों के तेवर हुए हरे, 90 का नींबू 200 में
आगरा(ब्यूरो)। रिटेल सब्जी विक्रेता धर्मवीर ने बताया कि बारिश पडऩे के बाद सब्जी के रेटों में उछाल आया है। चार दिनों में ही सब्जियों के रेट बढ़ गए हैैं। जो टमाटर चार दिन पहले 15 रुपए प्रति किलोग्राम था वह अब 30 रुपए में मिल रहा है। प्याज भी 15 से 30 हो गई है। आलू के रेट छह से 12 रुपए प्रति किलोग्राम हो गए हैैं। 15 रुपए प्रति किलोग्राम मिलने वाली बंदगोभी 20 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है। अदरक पर भी रेट बढ़े हैैं। पहले यह 70 रुपए प्रति किलोग्राम मिल रही थी। अब यह 120 हो गई है। नीबू 60 से 200 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया है। शिमला मिर्च 30 से 60 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है।
थोक और रिटेल रेट में बड़ा अंतर
थोक और रिटेल रेट में काफी अंतर है। 30 रुपए प्रति किलोग्राम में बिकने वाला टमाटर थोक में आठ रुपए प्रति किलोग्राम मिल रहा है। प्याज भी थोक में 10 रुपए प्रति किलोग्राम मिल रही है। 12 रुपए बिकने वाला आलू का थोक मूल्य सात रुपए प्रति किलोग्राम है। 20 रुपए प्रति किलोग्राम मिलने वाली बंदगोभी थोक में 10 के भाव है। रिटेल में 120 वाली अदरक की कीमत थोक में 40 रुपए प्रति किलोग्राम है। 200 रुपए वाला नीबू थोक में 90 रुपए प्रति किलोग्राम है। थोक कारोबारी मो। रफीक ने बताया कि थोक और रिटेल कारोबार अलग है। थोक में पूरी की पूरी गाड़ी का सौदा होता है। वहीं रिटेल में आधा किलो, एक किलो और 250 ग्राम में व्यापार होता है।
गर्मी बढऩे से बढ़ेंगे दाम
सब्जी कारोबारियों का मानना है कि इस बार गर्मी तेज पडऩे का अनुमान है। इससे फसल पर असर पड़ेगा। इस कारण आने वाले समय में गर्मी बढ़ेगी तो सब्जियों के दामों में इजाफा होने की आशंका है। विशेषज्ञों ने भी इस सीजन सब्जियों के महंगा होने की घोषणा कर दी है। वहीं इस बार मौसम में परिवर्तन आने से फसल के उत्पादन में भी अंतर पड़ेगा। उत्पादन पर असर पडऩे से सब्जियों के दाम बढ़ेंगे। इसका सीधा असर आम आदमी के जीवन पर पड़ेगा।
सब्जियों के रेट
सब्जी, रिटेल पहले, रिटेल अब, थोक अब
टमाटर 15 30 08
प्याज 15 30 10
आलू 06 12 07
बंदगोभी 15 20 10
अदरक 70 120 40
नींबू 60 200 90
शिमला मिर्च 30 60 40
मौसम के परिवर्तन ने सब्जियों के दाम बढ़ा दिए हैैं। कई सब्जियों के रेट डबल भी हो गए हैैं।
- धर्मवीर, रिटेल कारोबारी
- मो। रफीक, थोक कारोबारी सब्जियां महंगी हो गई हैैं। इससे सीधा हमारी जेब पर असर पड़ रहा है। अब सस्ती सब्जियां ज्यादा खरीद रहे हैैं।
- कांती यादव, पब्लिक रिटेलर सब्जियों के दाम पहले बढ़ाते हैैं। जबकि थोक मूल्य इतने नहीं बढ़ते। इसको लेकर कुछ करना चाहिए।
- देवी यादव, पब्लिक