डीबीटी प्रोसेस में घनचक्कर बने टीचर्स
आगरा। परिषदीय स्कूलों के टीचर्स को चैक करने के लिए लगातार टीमें छापेमारी कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षकों पर डीबीटी फीडिंग व अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों को पूरा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसके चलते टीचर्स डीबीटी फीडिंग प्रोसेस में उलझ कर रह गया है। डीबीटी एप पूरी तरह कार्य नहीं कर रहा है। उसमें तकनीकी खामियां हैं, छात्र-छात्राओं का रिकॉर्ड पूरी तरह भरा नहीं जा रहा है। तीन बार अटेंप्ट करने पर प्रोफाइल लॉक हो जाती है। इससे खासी परेशानी का सामना टीचर्स को करना पड़ रहा है।
टीचर्स को नहीं किया गया ट्रेंड
डीबीटी फीडिंग के लिए टीचर्स को ट्रेंड नहीं किया गया है, जिला सचिव राजीव वर्मा का कहना है कि टीचर्स इसको लेकर खासा तनाव में हैं, उनको स्कूल में छात्र-छात्राओं को शैक्षिक कार्य भी कराना हैं,
जो कार्य कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर को करना चाहिए था, वह कार्य शिक्षकों के ऊपर थोप दिया गया है, जिससे टीचर्स टेंशन मेें हैं। दूसरी ओर स्कूल के ताबड़तोड़ छापे मारने से शिक्षक जल्दी पहुंचने के चक्कर में दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं। जबकि अन्य किसी भी सरकारी विभाग पर इतनी सख्ती कभी नहीं होती है।
डीएम से मिलेंगे पदाधिकारी
जिलाध्यक्ष केशव दीक्षित व जिला महामंत्री राजीव वर्मा ने कहा कि जिस तरह अपराधियों की तरह हमारे शिक्षकों की धर पकड़ हो रही है। शिक्षक की मर्यादा के विपरीत है, अगर किसी भी निर्दोष शिक्षक पर कार्यवाही होती है तो यूटा आगरा विरोध करेगा। इन सभी समस्याओं को लेकर यूटा आगरा जिलाधिकारी आगरा से मिलकर निराकरण कराएगा।