अपनी सेहत दुरुस्त रखने के लिए घर पर एसी एयर कंडीशन लगा रखा है तो उसकी सेहत का भी ध्यान रखिए. एसी की देखभाल में लापरवाही बड़ा नुकसान करा सकती है. आपकी जान पर भी बन आ सकती है. हाल ही में एसी के कंप्रेसर फटने से कई आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं. गनीमत रही है कि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन माल का नुकसान काफी हुआ.


आगरा(ब्यूरो)। हाल ही में एसी के कंप्रेसर फटने से कई आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। गनीमत रही है कि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन माल का नुकसान काफी हुआ।
1. एसी पर धूप न पडऩे दें
एसी का काम है घर ठंडा करना। लेकिन हीटवेव के कारण यह भी बाहर से गर्म होता है, जिससे आग लगने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, अपने एसी या फिर आउटडोर यूनिट पर धूप न पडऩे दें या इसके ऊपर कोई शेड लगा दें। एसी के कंप्रेसर को हीट में रखेंगे तो यह कभी भी खतरनाक रूप ले सकता है।

2. रातभर न चलाएं
कोई भी मशीन अगर दिन-रात बिना किसी रेस्ट के चलेगी तो गड़बड़ होने का चांस जरूर रहता है। ध्यान रखें कि आपका एसी कितना यूज हो रहा है। अधिकतर लोग रातभर एसी चलाकर छोड़ देते हैं, जोकि खतरनाक है। आप टाइमर लगा सकते हैं, ताकि आप सो जाएं तो यह अपने आप बंद हो जाए। इससे आपके एसी को आराम भी मिलेगा। यह जल्दी खराब भी नहीं होगी।

3. एसी की सर्विस कराना न भूलें
एसी की सर्विसिंग पर जरूर ध्यान दें। टेक्नीशियन के मुताबिक आपको 600 घंटे के यूज के बाद सर्विसिंग कराना चाहिए। अगर आपका एसी कूल नहीं कर रहा या कोई भी समस्या हो उसे तुरंत ठीक कराएं। कई बार जब एसी कूल नहीं करता है और हम उसे लगातार चलाते हैं, तो ऐसे में मशीन पर जोर पड़ता है। इसके ब्लास्ट होने का चांस भी बढ़ जाता है। इसके अलावा अगर आपके एसी से गैस लीकेज की समस्या आ रही है तो तुरंत टेक्नीशियन का सहारा लें।

4. टर्बो मोड
एसी में टर्बो मोड का ऑप्शन भी होता है। अधिकतर लोग अधिक कूलिंग के लिए इसका यूज करते हैं। लेकिन यह भी खतरे से कम नहीं है। एसी एवं रेफ्रीजिरेशन एक्सपर्ट श्याम सुंदर सिंह ने बताया कि लगातार इस मोड पर चलाने से मशीन को ज्यादा प्रेशर झेलना पड़ सकता है। इसलिए लंबे समय तक इस मोड को चलाना किसी खतरे से कम नहीं है।

5. आउटर यूनिट पर पानी का छिड़काव
अपने एसी के टेम्प्रेचर को कंट्रोल करने के लिए इसके आउटर यूनिट पर पानी का छिड़काव कर सकते हैं। इससे इस पर जमी धूल भी साफ हो जाएगी और आपको फ्रे श ठंडी हवा मिलेगी। ऐसा एसी को बंद करने के बाद करना चाहिए।

6. घर की वायरिंग कराए चेक
समय के साथ हमारे घर में इलेक्ट्रॉनिक्स अप्लायंसेंस की संख्या बढ़ती जाती है लेकिन वायरिंग की कैपेसिटी वही रहती है जो मकान बनवाने के दौरान वायरिंग की जाती है। इससे कई बार वायर इलेक्ट्रॉनिक्स अप्लायंस का दबाव नहीं झेल पाते। ये शॉर्ट सर्किट से लेकर आग लगने की घटना की वजह बनते हैं। इससे बचाव के लिए जरूरी है कि समय-समय पर अपने घर के पावर लोड और वायरिंग का एनालाइज कराते रहना चाहिए।

7. एसी की सर्विस के लिए हमेशा एक्सपर्ट को बुलाएं
एसी व रेफ्र जिरेशन एक्सपर्ट श्याम सुंदर सिंह ने बताया कि जिस तरह अलग-अलग गाडिय़ों में अलग-अलग इंजन ऑयल डलता है, उसी तरह एसी के कंप्रेसर के अनुसार उसमें डाली जाने वाली गैस भी अलग-अलग होती है। पहले एसी में आर-22 गैस डाली जाती थी। लेकिन अब आ रहे नए एसी में आर 32 और आर 410 गैस डाली जा रही है। जो टेक्निशियन एसी की सर्विस कर रहा है उसे गैस और कितनी मात्रा में गैस कंप्रेसर में डाली जाएगी, इसकी जानकारी होनी चाहिए। ओवरगैस होने से भी दिक्कत हो जाती है।

एसी फटने से हुई बड़ी घटनाएं
- एसी का कंप्रेसर फटने से झुलस गए थे फायरकर्मी
थाना सदर के राजपुर चुंगी स्थित देव पैलेस मार्केट में 15 अप्रैल की सुबह एसी रिपेयरिंग की दुकान में आग लग गई। पलभर में दुकान आग का गोला बन गई। सूचना पर तीन दमकलें पहुंचीं। आग बुझाते समय एसी का कंप्रेसर फटने से दो फायरकर्मी झुलस गए और एक राहगीर कंप्रेसर का टुकड़ा लगने से घायल हो गया। अफरातफरी मच गई। एक घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका।

सिंधी बाजार में लगी थी आग
22 मई को जरा सी लापरवाही से सिंधी बाजार की सात दुकानें तीन घंटे तक जलती रहीं। एसी का कंप्रेसर फटने से रेडीमेड गारमेंट शोरूम में भीषण अग्निकांड हुआ। जिसकी चपेट से आने से एक-एक कर सात दुकानों में आग लग गई। 10 दमकलों ने तीन घंटे में आग पर काबू पाया। तब तक सात दुकानों में रखा सारा सामान जल चुका था। आठ अन्य दुकानों में भी आग से नुकसान हुआ है। आग की दहशत से हॉस्पिटल रोड और फव्वारे तक की दुकानें बंद हो गईं।


घर के पावर लोड को समय-समय पर चेक कराते रहना चाहिए। घरों में वायरिंग पुरानी रहती है, लेकिन समय के साथ इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेस की संख्या बढ़ती जाती है। पहले घरों में पंखे, फिर कूलर अब एसी हैं। इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेस लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन वायर वही पुराने हैं। अगर एसी यूज कर रहे हैं तो इसके मेंटिनेंस का भी प्रॉपर ध्यान रखें। इसके साथ फायर सेफ्टी उपकरण भी लगाएं।
- देवेंद्र सिंह, सीएफओ, आगरा

एसी का प्रॉपर मेंटीनेंस जरूरी है। एक्सपर्ट से ही एसी की सर्विस करानी चाहिए। साथ ही इसकी आउटडोर यूनिट को धूप से बचाना चाहिए। उस पर शेड लगा देनी चाहिए। हर एसी में गैस भी अलग-अलग होती है।
श्याम सुंदर सिंह, एक्सपर्ट, एसी व रेफ्रिजिरेशन

Posted By: Inextlive