स्टेडियम से खेलों को ही नहीं टूरिज्म को भी लगेंगे पंख
आगरा(ब्यूरो)। जिला प्रशासन हो या फिर जनप्रतिनिधि, हर कोई जिले में स्टेडियम के लिए जमीन की कमी का बहाना बनाते हैं। जबकि शहर में विभिन्न परियोजनाओं के लिए जमीन कई एकड़ जमीन अधिग्रहीत की गई, लेकिन योजना धरातल पर नहीं उतर सकी। ऐसे ही महुअर के पास बसपा सरकार में लेदर पार्क के लिए 100 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था, लेकिन लेदर पार्क का निर्माण नहीं हुआ। सर्वे में जब स्टेडियम के लिए जमीन को लेकर सवाल पूछा गया तो 92 परसेंट का कहना था कि जमीन है, बल्कि 90 परसेंट का कहना था कि राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है।
- हां 90 परसेंट
- नहीं 10 परसेंट
2. क्या जनपद में इंटरनेशनल स्टेडियम के लिए जमीन है?
- हां 92 परसेंट
- नहीं 8 परसेंट
- हां 22 परसेंट
- नहीं 78 परसेंट
4. इंटरनेशनल स्टेडियम बनने से शहर के खिलाडिय़ों को क्या फायदा होगा?
- प्लेयर्स के खेल का स्तर सुधरेगा 8 परसेंट
- नेशनल-इंटरनेशनल टूर्नामेंट हो सकेंगे 7 परसेंट
- युवाओं का खेल के प्रति रुझान बढ़ेगा 11 पररसेंट
- ऊपर दिए गए सभी लाभ मिलेंगे 74 परसेंट
जिले में तमाम परियोजनाएं चल रहीं हैं। उसके लिए जमीन मिल जाती है। लेकिन स्टेडियम के लिए सरकार को जमीन नहीं मिल रही। ये चौंकाने वाला है।
सुरेश स्टेडियम की मांग पिछले कई वर्षों से चल रही है। बावजूद इसके सरकार इस ओर कोई गंभीर नहीं नजर आती है। इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
रामकमल
शहर के जनप्रतिनिधियों को इसको लेकर पैरवी करनी चाहिए। जिससे शहर में इंटरनेशनल स्टेडियम के निर्माण में आ रही दिक्कत को दूर किया जा सके।
राजू ये कहीं न कहीं राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी का कारण है। इसके लिए शहर में तमाम प्रोजेक्ट पेंडिंग हैं। अगर नेता पैरवी करें तो योजनाएं पूरी होंगी।
हितेश शहर को एक और स्टेडियम की तत्काल जरूरत है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करना चाहिए, जिससे जो भी अड़चनें हैं उनको दूर किया जा सके।
सुनील जैन
शहर में स्पोट्र्स में टैलेंट की कमी नहीं है। बस यहां के खिलाडिय़ों को जरूरत है तो प्लेटफॉर्म की। जिससे वह अपना टैलेंट दिखा सकें।
राजू गोला
प्रियंका वर्मा एकलव्य स्पोट्र्स स्टेडियम में इंफ्रास्ट्रक्चर की काफी कमी है। इसके ऑॅप्शन के रूप में एक और स्टेडियम की तत्काल आवश्यकता है।
शार्दुल मिश्रा