सरकार द्वारा जनता के लाभ को लेकर संचालित योजनाएं साइबर ठगी का जरिया बनी है. शातिर साइबर ठग सीएमओ ऑफिस से कॉल का हवाला देकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. पिछले तीन दिन में ठगी के तीन मामले सामने आए हैं जिसमें पीडि़त द्वारा जारी किए गए हेल्प लाइन नंबर पर कंप्लेन की गई है.


आगरा। साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए रोजाना नए हथकंडे अपना रहे हैं। कस्टमर केयर, मोबाइल नेटवर्किंग कंपनी या बैंक के कर्मचारी बनकर लोगों को ठगा तो नौकरी या लोन दिलाने का झांसा देकर अकाउंट खाली कर दिए। गौर करने वाली बात यह है कि साइबर क्रिमिनल्स ने राज्य और केंद्र की एक दर्जन से अधिक योजनाओं को भी ठगी का जरिया बनाया है।

यह योजना बनी शातिरों की ठगी का जरिया
प्रधानमंत्री सोलर योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री रोजगार योजना, प्रधानमंत्री नारी शक्ति योजना, महिला स्वरोजगार योजना, शादी अनुदान, कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना, फसल बीमा योजना, पशुधन बीमा योजना, ग्रामीण स्वच्छ पेयजल योजना, नेशन वन कार्ड, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, आयुष्मान भारत रोजगार योजना, जननी सुरक्षा योजना, जनधन योजना हैं।

घटना .एक
खाता खाली कर निकाले 17,500 रुपए
साइबर अपराधियों द्वारा कन्या सुमंगला योजना का लाभ लेने के लिए लोगों को कॉल की जा रही है। शुक्रवार सुबह आंगनबाड़ी कार्यकत्री मंजू भदौरिया के मोबाइल फोन पर एक कॉल आया, जिसमें शातिर द्वारा खुद को सीएमओ ऑफिस से बताकर सुमंगला योजना के रजिस्ट्रेशन के बारे में जानकारी ली। इसके बाद मंजू द्वारा अपनी बेटी का भी रजिस्ट्रेशन कराया गया था। शातिर ने आईडी शेयर करने के बाद रिमोट एप के जरिए खाता खाली कर 17,500 रुपए निकाल लिए।

घटना2
डाटा फीडिंग के नाम पर पूछ रहे डिटेल
दूसरा मामला रामबाग के प्रकाश नगर का है, जिसमें सुकन्या योजना के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। इस योजना में 20 हजार रुपए मिलते हैं, जिसमें बच्ची के जन्म से लेकर युवा होने तक सरकार लाभ देती है। इसके लिए आयु सीमा निर्धारित की गई है। लेकिन साइबर क्रिमिनल्स रजिस्ट्रेशन और डाटा फीडिंग के नाम पर डिटेल पूछ ठगी का शिकार बनाकर आठ हजार रुपए खाते से निकाल लिए गए।

घटना3
एप डाउनलोड कर निकाले खाते से 12,500 रुपए
सुमंगला योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करने के बाद शातिर साइबर ठग करेक्शन के नाम पर पर्सनल डिटेल पूछ लेते हैं। अछनेरा की रहने वाली सीमा सारस्वत द्वारा सुमंगला योजना के पांच रजिस्ट्रेशन कराए हैं, जिसमें सभी की डिटेल पूछने के बाद एक महिला को अपने निशाने पर रख एनी डेस्क एप अपलोड कराया, इसके बाद खाते से 12,500 रुपए निकल गए। इस समय खाते में साढ़े तीन सौ रुपए बचे हैं।


सालभर में 20 कॉल सेंटर पकड़े, 195 गिरफ्तार
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि इस साल अब तक 20 फर्जी कॉल सेंटर पकड़े गए, जबकि 195 साइबर ठग गिरफ्तार किए गए हैं। साइबर ठगी के आरोप में नाइजीरियन नागरिक को भी गिरफ्तार किया गया, इसके अलावा विदेशियों से ठगी करने वाले गिरोह को भी बेनकाब किया।


साइबर क्रिमिनल्स ने अलग-अलग योजनाओं को ठगी का जरिया बनाया है। लोग किसी भी योजना के झांसे में आने से बचें। अगर कोई सरकारी योजना है तो संबंधित विभाग में जाकर उसकी सत्यता जांच कर लें, इसके बाद भी अपनी डिटेल शेयर करें।
सुल्तान सिंह, साइबर प्रभारी

Posted By: Inextlive