ताकि दृष्टिबाधित नहीं रहें इतिहास से वंचित
आर्केलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) आगरा सर्किल के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ। राजकुमार पटेल ने बताया कि ताजमहल सहित प्रमुख एएसआई सरंक्षित स्मारकों ब्रेल साइनेज लगाए गए हैैं। यहां पर आने वाले विजिबल चैलेंज्ड टूरिस्ट आकर स्मारक के बारे में जानकारी ले सकते हैैं। इस सुविधा को आगे और अधिक बढ़ाया जाएगा। इसके लिए हमने प्लान किया है कि जो भी दृष्टिबाधित टूरिस्ट ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी सहित स्मारकों में आएगा। उन्हें एक ब्रेल लिपि में बनी बुकलेट दी जाएगी। इसमें आगरा के स्मारकों का इतिहास लिखा होगा। यह बुकलेट टूरिस्ट्स को नि:शुल्क दी जाएगी।
बनाए जाएंगे ऑडियो म्यूजियम
डॉ। पटेल ने बताया कि दृष्टिबाधित टूरिस्ट्स के लिए एएसआई संरक्षित स्मारकों में ऑडियो म्यूजियम बनाए जाएंगे। इन ऑडियो म्यूजियम में स्मारक से जुड़े इतिहास को दृष्टिबाधित टूरिस्ट सुन सकेगें और इतिहास की जानकारी ले सकेंगे। इसके लिए तेजी से कार्य चल रहा है।
2014 में हुई थी शुरूआत
ब्रेल साइनेज की शुरूआत ताजमहल में 2014 से की गई थी.ताजमहल में लगा ब्रेल साइनेज ना केवल शहंशाह शाहजहां द्वारा मुमताज की याद में ताज की तामीर कराने की दास्तां बताता है, बल्कि उसकी स्थापत्य कला और इतिहास से जुड़ी हर जानकारी मुहैया कराता है। ताजमहल के फोरकोर्ट में रॉयल गेट के पास ब्रेल लिपि का साइनेज लगा है। ताजमहल आने वाले ऐसे दृष्टिबाधित टूरिस्ट जो ब्रेल लिपि पढऩे में सक्षम हैं, वो इस साइनेज से स्पर्श के अहसास से ताजमहल का पूरा इतिहास जान सकते हैं। एएसआई द्वारा अन्य टूरिस्ट के लिए लगाए गए कल्चरल नोटिस बोर्ड में जो जानकारी स्मारक में दी गई है, वही ब्रेल लिपि के साइनेज में उपलब्ध है। इसकी शुरूआत ताजमहल से हुई थी। अब आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माद्दौला में भी ब्रेल साइनेज लगे हुए हैं।
पूर्व मे एएसआई द्वारा दृष्टिबाधित स्टूडेंट्स को ऐतिहासिक स्थलों के बारे में जानकारी देने के लिए 'आगरा स्मारकÓ नामक पुस्तक ब्रेल लिपि में जारी की जा चुकी है। यह पुस्तक हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। इसमें ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, महताब बाग, सिकंदरा आदि लोकप्रिय स्थलों सहित चीनी का रोजा, हाथी खाना और अन्य जगहों को भी शामिल किया गया था।
प्रमुख एएसआई स्मारको में ब्रेल साइनेज लगे हुए हैैं। आने वाले समय में दृष्टिबाधित टूरिस्ट्स के लिए ऑडियो गैलरी और ब्रेल लिपि में नि:शुल्क बुकलेट के जरिए भी स्मारक के बारे में इतिहास की जानकारी दी जाएगी।
- डॉ। राजकुमार पटेल, अधीक्षण पुरातत्वविद, आगरा सर्किल, एएसआई
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हासिल किया करोड़पति का ताज
आगरा की हिमानी बुंदेला आंशिक रूप से दृष्टिबाधित हैैं। वह कौन बनेगा करोड़पति की विजेता बन चुकी हैैं और पेशे से टीचर हैैं। उन्होंने बताया कि मैैंने कुछ-कुछ ब्रेल लिपि सीखकर और ऑडियो के जरिए स्टडी की। उन्होंने बताया कि कभी हार न मानने की जिद ने उन्हें कामयाबी दिलाई। अब वह खुद दिव्यांग बच्चों के लिए कार्य कर रही हैैं।