स्वाइनफ्लू के उपकरण करेंगे इबोला से मुकाबला
एसएन डिपार्टमेंट ने की इबोला से लड़ने की तैयारी
स्वाइनफ्लू के वार्ड को किया इबोला के लिए तैयार आगरा। दिल्ली में इबोला का मामला सामने आने पर पूरे देश में अलर्ट कर दिया गया है। ताज सिटी में इबोला के वायरस से निपटने के लिए कोई विशेष इंतजाम नहीं किए गए हैं। हालांकि एसएन प्रशासन स्वाइनफ्लू की टीम से ही इबोला से लड़ने की तैयारी कर रहा है। दिल्ली से आती हैं फ्लाइट हाल ही में इबोला वायरस ने दिल्ली में धावा बोला है। ताज सिटी और दिल्ली के बीच फ्लाइट के अलावा सड़क मार्ग से हर रोज सैकड़ों लोग आते जाते हैं। ऐसे में इबोला का वायरस ताज सिटी में भी दस्तक दे सकता है। ऐसी संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। स्वाइन फ्लू की टीम लड़ेगी इबोला सेएसएन प्रिंसीपल डॉ। अजय अग्रवाल का कहना है कि इबोला से निपटने के लिए स्वाइन फ्लू वार्ड को खोला गया है। स्वाइन फ्लू के आधार पर ही एसएन की टीम इबोला का सामना करेगी। ऐसे में यह सोचने की बात है कि स्वाइन फ्लू के लिए वैक्सीन तैयार की गई थी लेकिन इबोला से लड़ने के लिए कोई भी वैक्सीन तैयार नहीं हुई है।
टूटे स्ट्रक्चर से करेंगे सामनाएसएन मेडिकल कॉलेज में ठीक से उपचार के इंतजाम नहीं हैं। यहां तक कि एसएन में स्ट्रक्चर टूटे पड़े हैं। मरीजों को गोद में उठाकर लाया जाता है। ऐसे में इबोला का सामना एसएन के अस्त-व्यस्त उपकरण कैसे कर सकेंगे।
क्या है इबोला इबोला एक ऐसा वायरस है जो मरीज के संपर्क में आने से फैलता है। इसमें मरीज के स्पर्श मात्र से दूसरे को यह बीमारी होने का खतरा होता है। मरीज के पसीने, खून यहां तक कि मरीज के सांस लेने तक से इसके कीटाणु दूसरे में प्रवेश कर सकते हैं। क्या है लक्षण इबोला वायरस की शिकायत मोराहैजिक नामक बुखार से की जाती है। आम तौर पर इसके संपर्क में आने वाले मरीज के अंदर यह बुखार एक सप्ताह के अंदर पूरे शरीर में फैल जाता है। इसके चपेट में आने से टाइफाइड, कॉलरा, बुखार आदि बीमारियां होने लगती हैं।