स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट : तीसरी आंख की बढ़ेगी 'रोशनी', लगेंगे तीन हजार कैमरे
आगरा (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी की ओर से शहर में ऐसे प्राइवेट कैमरों को स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जा रहा है, जिनका फोकस बाहर की ओर रहता है। जैसे अगर किसी घर में छह कैमरे लगे हैं, दो कैमरे मकान के फ्रंट पर लगे हैं, जिनका फोकस सड़क मार्ग पर है। इनको कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जाता है। स्मार्ट सिटी के चीफ डाटा ऑफिसर सौरभ अग्रवाल ने बताया कि अक्टूबर के लास्ट तक तीन हजार कैमरों को कनेक्ट किया जाना है। 1100 कैमरे अब तक कनेक्ट हो चुके हैं। प्रमुख मार्केट की शॉप्स, कमर्शियल प्लेस, रेसिडेंशियल आदि प्लेस पर कैमरों को कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जा रहा है।
प्राइवेसी का रखा जाता है ध्यान
स्मार्ट सिटी की ओर से उन्हीं प्राइवेट सीसीटीवी कैमरों का एक्सेस लिया जाता है जिनका फोकस बाहर की ओर रहता है। इसके लिए स्मार्ट सिटी की टीम उन कैमरों में सेटिंग कर उन्हें कंट्रोल रूम से कनेक्ट करती है। जिसके लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता है।
क्या होगा फायदा
सेफ्टी सिस्टम मजबूत होगा
सेफ सिटी के तहत की जा रही इस कवायद से शहर में सर्विलांस सिस्टम मजबूत होगा। किसी भी तरह की आपराधिक घटना पर जल्द से जल्द सुराग मिल सकेगा। आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जहां पुलिस को काफी हेल्प मिलेगी, वहीं आमजन भी खुद को सेफ फील करेंगे।
एक बार इंटीग्रेटेड नेटवर्क तैयार होने के बाद इसका इस्तेमाल फ्यूचर में विभिन्न यूटिलिटी की मॉनिटरिंग में भी हो सकेगा। जैसे डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ क्षेत्र में साफ-सफाई पर भी नजर रखी जा सकेगी। - 300 करोड़ रुपए से तैयार हुआ आईसीसीसी
- 1550 कैमरे लगाए गए हैं शहर भर में
- 350 से अधिक कैमरे खराब पड़े हैं खराब
- 3000 प्राइवेट सीसीटीवी कैमरे कनेक्ट किए जाने हैं
- 1100 सीसीटीवी कैमरे कनेक्ट किए जा चुके हैं
- 43 स्थानों पर पैनिक बटन लगाए गए हैं
पहले स्मार्ट सिटी को अपना घर दुरुस्त करना चाहिए। स्मार्ट सिटी के कैमरे खराब पड़े हैं। इस संबंध में कई बार अधिकारियों से कहा जा चुका है। स्मार्ट सिटी अपने कैमरे ठीक करा ले, व्यापारियों को अपने कैमरे सिस्टम से जोडऩे में क्या परेशानी होगी।
टीएन अग्रवाल, अध्यक्ष, आगरा व्यापार मंडल
स्मार्ट सिटी को सबसे पहले अपने कैमरे ठीक करने चाहिए। रावतपाड़ा बाजार और उसके आसपास लगे स्मार्ट सिटी के कैमरे खराब पड़े हैं।
अंशुल अग्रवाल, रावतपाड़ा बाजार कमेटी
सेफ सिटी के तहत शुरू की गई ये कवायद अच्छी है। इससे शहर में सुरक्षा नेटवर्क और पुख्ता होगा। व्यापारी के साथ आम शहरवासी भी खुद को सुरक्षित फील करेंगे।
संजय अग्रवाल, व्यापारी
सौरभ अग्रवाल, चीफ डाटा ऑफिसर, आगरा स्मार्ट सिटी