रैनी सीजन में बढ़ रहा स्किन इंफेक्शन
आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज के ओपीडी प्रभारी और त्वचा रोग ïिवभाग के विभागाध्यक्ष डॉ। यतेंद्र सिंह चाहर ने बताया कि इन दिनों मरीज आकर दाद, खाज, खुजली की शिकायत कर रहे हैैं। फंगस के मरीजों में भी इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि सर्दियों की अपेक्षा इस मौसम में फंगस वाले मरीजों की ओपीडी चार गुना बढ़ जाती है। यह इंफेक्शन दाद जैसे दिखने वाला है लेकिन उससे कहीं ज्यादा घातक है। इसके प्रभाव में आने पर जान निकाल देने वाली खुजली होती है। उन्होंने बताया कि यह बीमारी एक बार लग जाए तो बिना उपचार इस पर काबू नहीं पाया जा सकता है। कभी कभी तो दवा के बाद भी फंगस के निशान शरीर पर रह जाते हैं। ऐसी बीमारी से बचने के लिए बारिश में इंसान को स्वयं जागरूक होना चाहिए।
करें बचाव
डॉ। चाहर ने बताया कि ऐसे में मौसम में स्किन इंफेक्शन से बचने के लिए गीले कपड़े न पहनें। एकदम टाइट कपड़े पहनने से भी बचें। क्योंकि इस मौसम में पसीना अधिक आता है इसलिए रोजाना नहाएं। यदि दाद या खुजली के लक्षण दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करें।
फंगस होने के प्रमुख लक्षण
-त्वचा में लाल या बैंगनी रंग के चकत्ते हो जाना।
-प्रभावित स्थान से सफेद पाउडर जैसा पदार्थ निकलना।
-त्वचा में पपड़ी पडऩा और खाल का उतर जाना।
-त्वचा का लाल होना और प्रभावित हिस्से में दर्द होना।
-मुंह के अंदर लाल व सफेद रंग के घावों का हो जाना।
-त्वचा का हिस्सा नरम व सफेद हो जाना।
-------------
फंगस होने के प्रमुख कारण एक नजर में
-बारिश में ज्यादा देर तक भीगने या पानी में रहने पर।
-भीगने के बाद गीले कपड़े पहने रहने से फंगस हो सकता है।
-अत्याधिक दवाओं के सेवन करने से आप प्रभाव में आ सकते हैं।
-खुजली वाले दाने पडऩे के बाद फंगस का रुप ले सकते हैं।
-हरी सब्जी का सेवन न करने से भी आप चपेट में आ सकते हैं।
-गर्मी में टाइट कपड़े पहनने से भी आपको यह समस्या हो सकती है।
--------
फंगस से बचाव के प्रमुख उपाय
-नहाने के बाद शरीर सुखाकर ही साफ सुथरा कपड़े पहने।
-अगर पसीना ज्यादा आता है तो उसे बार-बार पोंछते रहें।
-ज्यादा देर बारिश में न भींगे, अगर भींग जाए तो सूखे कपड़े से शरीर पोछें।
-पसीना आने पर खुजली होती है तो बार बार खुजली न करें।
-फंगस इंफेक्शन होने पर चर्म रोग विशेषज्ञ से तुरंत सलाह लें।
-गर्मी में प्रयास करें कि ढीले कपड़े पहने और पसीने से भीगने पर धोएं
ऐसे मौसम में स्किन इंफेक्शन बढऩे का खतरा बढ़ जाता है। इन दिनों ओपीडी में ऐसे मरीज लगातार आ रहे हैैं। स्किन इंफेक्शन से बचने के लिए ढीले और सूती कपड़ें पहनें। यदि कोई लक्षण दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करें।
- डॉ। यतेंद्र चाहर, विभागाध्यक्ष, त्वचा रोग विभाग, एसएनएमसी