Agra News: ढोल नगाड़ों साथ निकला सीताजी का डोला
आगरा (ब्यूरो)। प्रभु श्रीराम के स्वागत में रंग-बिरंगी रोशनी से सजी जनकपुरी स्वर्ग के समान दिव्य आभा बिखेर रही है। रत्नों और मोतियों की तरह चमकती विद्युत रश्मियां मन को उल्लास, सौंदर्य, दिव्यता से भर रही हैं। जनक महल की भव्यता देख हर कोई अचंभित है। तोरण द्वार स्वागत करने को तैयार है। हर घर में उत्सव सा माहौल है। महिलाएं मंगल गीत गा रही हैं। पुरुष राम बरात के स्वागत के लिए उत्साहित हैं।
आरती उतारकर डोले की शुरुआत
श्रीराम बरात की आगवानी के लिए तैयार जनकपुरी ने शनिवार को अपना पूर्ण सौंदर्य प्राप्त कर लिया। माता सीता श्रीराम को रूप में पाने की कामना मन में लिए मां अंबिका की स्तुति के लिए डोले में सवार होकर निकलीं। महोत्सव समिति पदाधिकारियों ने मां जानकी की आरती उतारकर डोले की शुरुआत की। इसके बाद डोला मिथिला नगरी का भ्रमण कर गोङ्क्षवद नगर स्थित भूतनाथ की बगीचा पहुंचा, जहां सीताजी ने सखियों संग 51 थाल सजाकर मां गौरी की आरती व पूजन किया। मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा कर सीताजी के डोले का स्वागत किया गया। आचार्य राहुल रावत के नेतृत्व में आदि वैदिक शंकर विद्यापीठ लखनऊ के 11 बटुक ब्राह्मणों ने विधि-विधान से मां गौरा का पूजन कराया। 51 थाल सजाकर से मां गौरा की आरती की गई। सीताजी के डोले पर 51 किलो पुष्पों से वर्षा की गई। पूजन के लिए भूतनाथ की बगीची को रोशनी और पुष्पों से सजाया गया। आयोजन समिति महिला मंडल संरक्षक मधु बघेल, अध्यक्ष प्रीति उपाध्याय, आयुषी राजावत, पलक अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, स्वाति जादौन मौजूद रहीं।
प्रभु श्रीराम की बरात रविवार सुबह जनकपुरी पहुंचेगी। उनके साथ तीनों अनुज, पिता राजा दशरथ और गुरु वशिष्ठ व विश्वामित्र होंगे। उनका लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में राजा जनक व रानी सुनयना आरती उतारकर स्वागत करेंगी। इससे पूर्व बरात ताज मोटर्स पर विश्राम करेगी। सुबह आठ बजे बरात महाराजा अग्रसेन भवन पहुंचेगी। दोपहर 12 बजे श्रीकृष्ण गोशाला में विधि-विधान संग तुलसी-शालिग्राम विवाह होगा। शाम चार बजे राजा जनक के सत्य नगर, इंद्रा कालोनी स्थित निवास से प्रभु श्रीराम-माता सीता व तीनों भाइयों संग नगर भ्रमण पर निकलेंगे। रुई की मंडी से शाहगंज बाजार होते हुए कोठी मीना बाजार स्थित जनक महल पहुंचेंगे। जनकपुरी प्रवेश मार्ग पर निर्मित मिथिला प्रवेशिका मंच का उद्घाटन शनिवार को एमएलसी विजय शिवहरे ने किया। इस प्रवेशिका मंच पर आध्यात्मिक भजनों की प्रस्तुति होगी, जो युवा कलाकार देंगे।